Friday 30 September 2016

पानी से करें बिजनेस, हर महीने होगी लाखों में कमाई








शहरों में पानी एक बड़ा बिजनेस बनता जा रहा है। आप लोगों को साफ पानी उपलब्‍ध कराने का अच्‍छा खासा बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसमें कई बड़ी कंपनियों की फ्रेंचाइजी से लेकर खुद का बिजनेस शुरू करने के मौके हैं। इसके लिए ज्‍यादा इन्‍वेस्‍टमेंट की भी जरूरत नहीं है, जबकि आप महीने में अच्‍छी खासी कमाई कर सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं, क्‍या हैं पानी से जुड़े बिजनेस आइडिया और इसके लिए कितने इन्‍वेस्‍टमेंट की जरूरत पड़ सकती है।

ऐसे लगाएं वाटर प्‍लांट-

लगभग हर शहर-कस्‍बे में लोकल बॉडी द्वारा सप्‍लाई किया जा रहा पानी साफ नहीं होता और पानी की क्‍वालिटी ठीक नहीं होती, जिस कारण लोग प्राइवेट आरओ ट्रीटमेंट प्‍लांट से बोतलबंद पानी मंगा कर पीते हैं। लगभग हर शहर में ऐसे ट्रीटमेंट प्‍लांट की जरूरत होती है। आप भी यह प्‍लांट लगाकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको ऐसी जगह चुननी होगी, जहां पानी का टीडीएस लेवल अधिक न हो। इसके बाद आपको प्रशासान से लाइसेंस और आईएसआई नंबर लेना होगा। कई कंपनियां कॉमर्शियल आरओ प्‍लांट बना रही हैं। जो 50 हजार रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक के हैं। इसके साथ ही आपको कम से कम 100 जार ( 20 लीटर कैपेसिटी) खरीदने होंगे। इन सब में 4 से 5 लाख रुपए का खर्चा आएगा, आप बैंक से लोन के लिए अप्‍लाई भी कर सकते हैं। अगर आप ऐसा प्‍लांट लगाते हैं, जहां 1000 लीटर प्रति घंटा पानी का प्रोडक्‍शन होता है तो आप कम से कम 30 से 50 हजार रुपए कमा सकते हैं।

चीलिंग प्‍लांट लगाकर शुरू करें बिजनेस-

शहरों में बोतल के अलावा 10 से 15 लीटर के जग में भी पानी की सप्‍लाई की जाती है। यह पानी चीलिंग प्‍लांट से लाया जाता है। आरओ प्‍लांट की तरह ही एक अच्‍छी ग्राउंड वाटर क्‍वालिटी वाली जगह पर चीलिंग प्‍लांट लगाए जाते हैं। चीलिंग प्‍लांट में पानी को इस स्‍तर पर ठंडा किया जाता है कि उसके बैक्‍टीरिया मर जाते हैं। फिर इस ठंडे पानी को जग में घरों या दुकानों में रोजाना सप्‍लाई किया जाता है। इस प्‍लांट को लगाने में 2 से 4 लाख रुपए तक का खर्च आता है और एक बार काम चल निकले तो 30 से 40 हजार रुपए कमाए जा सकते हैं।

आइस क्‍यूब बनाने का बिजनेस कर सकते हैं-

पानी से बर्फ बनाने का बिजनेस गर्मियों में खूब चलता है, लेकिन यह बिजनेस नॉर्मल डेज में भी किया जा सकता है। इसके अलावा आइस-क्‍यूब बनाने का बिजनेस भी खूब बढ़ता जा रहा है। इसके लिए आपको सबसे पहले साफ और अच्‍छी क्‍वालिटी के पानी का इंतजाम करना होगा। इसके बाद आपको डीप-फ्रिजर लगाने होंगे। बाजार में अलग अलग रेंज के डीप-फ्रेजर उपलब्‍ध हैं। जिनकी कीमत 50 हजार रुपए से शुरू होती है। डीप-फ्रिजर में अलग अलग साइज के ब्‍लॉकस का भी इंतजाम करना होगा। अनुमान है कि आप 1 लाख रुपए में यह बिजनेस आसानी से शुरू कर सकते हैं और 20 से 30 हजार रुपए आसानी से कमा सकते हैं। गर्मियों के दिनों में तो कई गुणा अधिक मुनाफा बढ़ सकता है।

बड़ी कंपनियों के डीलरशिप लेकर करें बिजनेस-

देश में बोतलबंद पानी का बिजनेस कई बड़ी कंपनियां कर रही हैं। बिसलरी, एक्‍वाफीना, किनले ऐसे ब्रांड हैं, जिनकी 200 एमएल से लेकर एक लीटर तक की पानी की बोतलों को बहुत डिमांड है। इसके अलावा ये 20 लीटर का जार भी सप्‍लाई करते हैं। आप इन कंपनियों से डिस्‍ट्रीब्‍यूटरशिप ले सकते हैं। इस पर आपको 5 से 10 लाख रुपए का इन्‍वेस्‍टमेंट करना पड़ेगा। आप अपना इन्‍वेस्‍टमेंट भी बढ़ा सकते हैं।

वाटर एटीएम लगाकर शुरू करें बिजनेस-

इसके अलावा कई ऐसी कंपनियां वाटर एटीएम बनाती है, जिसे आप खरीदकर अलग अलग जगह पर इंस्‍टॉल कर सकते हैं। आप इस कंपनी की फ्रेंचाइजी भी ले सकते हैं। पीरामल सर्वजल नाम की यह कंपनी वाटर एटीएम की फ्रेंचाइजी देती है। इसमें कंपनी की ओर से इंस्‍टॉलेशन, मेंटनेंस, रिप्‍लेसमेंट जैसी सर्विसेज भी दी जाती है। ऐसे  एटीएम लगा कर आप 25 से 50 हजार रुपए तक कमा सकते हैं।
अगर आपके पास है कार, तो हर महीने कमाई करने का मौका

Wednesday 28 September 2016

अगर आपके पास है कार, तो हर महीने कमाई करने का मौका



अगर आप बिना इन्वेस्टमेंट किए अपना बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए बेहतर मौका है। इसके लिए बस आपके पास नई या अच्छी कंडीशन में कार होनी जरूरी है। इस कार के जरिए आपको कुछ कंपनियां अपना बिजनेस पार्टनर बनाने को तैयार हैं। इस बिजनेस में आप हर महीने 35 से 40 हजार रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकते हैं। खास बात यह है कि अगर आप इन कंपनियों से जुड़ना चाहते हैं तो 8-10 दिनों में आपका बिजनेस भी शुरू हो जाएगा।
असल में टैक्सी एग्रीगेटर कंपनियां उबर और ओला ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ना चाहती हैं।
इसी वजह से ये आसान शर्तों के साथ बिजनेस पार्टनर बनने के लिए ऑफर कर रही हैं।
इसमें आपके पास दो विकल्प हैं। एक यह कि आपके पास नई कार है तो इन्वेस्टमेंट की कोई जरूरत नहीं है। वहीं आपके पास कार नहीं है तो 25000 रुपए में आप कार अपने नाम करा सकते हैं।

जोड़ें टैक्सी एग्रीगेटर कंपनियों के साथ अपनी कार-

अगर आपके पास अपनी गाड़ी है तो ऐप बेस्ड कैब कंपनियों के साथ आसानी से जुड़ सकते हैं, आपको कमाई भी ज्यादा होगी।
इसके लिए आपके पास नई या बहुत अच्छी कंडीशन में कार होनी चाहिए।
आपको ओला या उबर के नजदीकी ऑफिस में इसके बारे में जानकारी देनी होगी। रजिस्ट्रेशन के लिए कस्टमर केयर से भी जानकारी ले सकते हैं।
अगर आपको गाड़ी चलानी है या आप ड्राइवर रखना चाहते हैं, दोनों ही कंडीशन में गाड़ी रजिस्टर्ड हो सकेगी।
आप खुद ड्राइवर के रूप में अपनी गाड़ी कंपनी से जोड़ना चाहते हैं तो आपके पास कमर्शियल लाइसेंस होना चाहिए। अगर ड्राइवर रखें तो उसके पास भी कमर्शियल लाइसेंस जरूरी है।

ऐसे कार हो जाएगी आपके नाम-

अगर आपको ड्राइविंग का अनुभव है लेकिन अपनी खुद की कार नहीं है तो भी आपके पास मौका है।
इसके लिए ओला और उबर दोनों की खास स्कीम है।
स्कीम के तहत 25000 रुपए इन्वेस्ट करने पर कुछ दिनों में कार आपके नाम हो जाएगी। ।
25000 रुपए डाउनपेमेंट पर कंपनी खुद आपको लीज पर नई कार चलाने को देगी।
आपको मंथली तय सब्सक्रिप्शन फीस के साथ हर राइड पर कमीशन देना होगा।
ये शर्तें पूरी करते कंपनी द्वारा तय एक टाइम लिमिट के बाद वह कार आपके नाम हो जाएगी।
ओला ने यह स्कीम पहले चलाई थी, जिसमें 3 साल बाद कार आपके नाम हो जाएगी।
इसी क्रम में अब उबर भी ‘मी पैन मलक’ नाम से इस खास स्कीम चला रही है।
कंपनियों का दावा है कि लीज पर भी गाड़ी चलाते हुए हर महीने 30 हजार रुपए तक बचत हो सकती है।
ओला के लिए राइड कमीशन के अलावा मंथली सब्सक्रिप्शन फीस देनी होगी।

8-10 दिनों में शुरू हो जाएगा कारोबार, ये डॉक्युमेंट जरूरी-

आपको अपनी गाड़ी रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कुछ जरूरी डॉक्युमेंट्स जमा कराने जरूरी होंगे।
पैन कार्ड, नया बैंक अकाउंट डिटेल, ड्राइविंग लाइसेंस की फोटोकॉपी, आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, गाड़ी के डॉक्युमेंट्स की फोटो कॉपी,पुलिस वैरिफिकेशन इसके लिए जरूरी हैं।
इसके अलावा आपको पास मॉडर्न फीचर वाले स्मार्टफोन होना जरूरी है, जिसमें कैब कंपनी का ऐप डाउनलोड करना जरूरी होगा।
इन सबके बाद आपकी गाड़ी 24 घंटे के अंदर रजिस्टर्ड कर ली जाएगी।
सभी प्रॉसेस पूरे करने के बाद 10 दिनों के अंदर आपकी गाड़ी चलनी शुरू हो जाएगी।

ऐसा मिलेगा बोनस और कमीशन-

पीक आवर्स में सिंगल राइड के लिए 250 रुपए बोनस
अगर दिन में 12 राइड पूरी करते हैं तो 4000 रुपए बोनस
7 राइड पूरी होने पर मिनिमम 700 रुपए बोनस अलग से दिया जाता है।
एयरपोर्ट ड्रॉप पर ओला की तरह उबेर भी बोनस देती है।
इसके अलावा कुछ एक्सटरनल बोनस भी होते हैं, जो मंथली बेसिस पर अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है।

ऐसे मिलेगा बोनस और कमीशन-

अगर आप ओला के साथ जुड़े हैं तो आपकी इन तरीकों से कमाई होगी।
सिंगल राइड पर आपको कुल बिल का 10 फीसदी कमीशन मिलता है। बिल ओला ऐप पर कैलकुलेट कर लिया जाता है।
अगर दिन में 12 राइड पूरी कर लें तो इसके एवज में कुल कमीशन 4500 रुपए तक हो जाता है।
पीक आवर में हर राइड पर 250 रुपए बोनस मिलता है। पीक आवर्स
एयरपोर्ट पर ड्रॉप करने के लिए 800 रुपए बोनस के रूप में दिया जाता है।
ये सारा कमीशन आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
सुबह 7 से 12:30 और शाम को 5 से 11 बजे तक के समय को पीक आवर्स माना जाता है।

बैंक मित्र बनने का मौका हमेशा होंगी कमाई लाखों में

बैंक मित्र बनने का मौका हमेशा होंगी कमाई लाखों में




आपके लिए है बैंक मित्र बनने का मौका है। बैंक देश के सभी लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए बैंक मित्र बना रहे हैं। यहीं नहीं बैंक मित्र बनने के लिए बैंक 1.25 लाख रुपए तकनीकी असिस्टेंट भी दे रहे हैं। जिसमें बाइक खरीदने से लेकर, लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर और शुरू में बिजनेस के लिए भी बैंक से सपोर्ट मिलेगा। यानी अगर आपके पास बिजनेस शुरू करने के लिए पूंजी नहीं है, तो भी आप बैंक मित्र बनकर हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं।

बैंक मित्र-

देश के सभी बैंक गांव-गांव तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए बैंक मित्र बना रहे हैं। जो बिजनेस कॉरस्पॉडेंट के तरह काम करते हैं। इनका कामयाबी लोगों के बैंक अकाउंट खोलने से लेकर पैसे जमा कराना और खाताधारक के लिए पैसे निकालना है। इसके अलावा बैंक मित्र दूसरे फाइनेंशियल प्रोडक्ट भी बेच सकते हैं। इसके लिए बैंक से उन्हें फिक्स सैलरी मिलती है। इसके साथ हर ट्रांजैक्शन पर कमीशन भी मिलता है।

बैंक से ऐसे जुड़े-

जो भी व्यक्ति बैंक मित्र बनना चाहता है। वह सीधे बैंक से संपर्क कर सकता है। इसके तहत सभी पब्लिक सेक्टर बैंक, प्राइवेट बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक बैंक मित्र बनाते हैं। बैंक मित्र दो तरह से बना जा सकता है। एक कस्टमर सर्विस प्वाइंट खोलकर, दूसरा कस्टमर सर्विस प्वाइंट से जुड़कर आप यह काम कर सकते हैं।

खोल सकेंगे-

कस्टमर सर्विस प्वाइंट खोलने के लिए आपके पास शहर, छोटे कस्बों और गांवों सभी जगह मौका है। शहर में यह वार्ड के आधार पर खोले जाते हैं। जबकि गांवों में बैंक अपने एरिया के आधार पर बैंक मित्र और कस्टमर सर्विस प्वाइंट सेलेक्ट करते हैं।

बन सकेंगे बैंक मित्र-

कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है, वह बैंक मित्र या कस्टमर सर्विस प्वाइंट खोल सकेगा। इसके अलावा कोई कंपनी भी बैंक मित्र बनने के लिए आवेदन दे सकती है।इसके लिए आपको इन डॉक्युमेंट्स की जरूरत पड़ेगी।
आईडी प्रूफ आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस के अलावा कोई भी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त आईडी।
रेजिडेंशियल प्रूफ,बिजनेस एड्रेस प्रूफ ,इलेक्ट्रिसिटी बिल, टेलिफोन बिल,10 वीं की मार्कशीट,कैरेक्टर सर्टिफिकेट पुलिस द्वारा वैरिफाइड,बैंक अकाउंट डिटेल, पासबुक, कैंसिल्ड चेक,दो पासपोर्ट साइज फोटो।

बैंक देंगे 1.25 लाख का सपोर्ट-

बैंक मित्र बनने के लिए आपको करीब 1.25 लाख रुपए के इन्वेस्टमेंट की जरूरत होगी। इसके लिए आपको बैंक लोन भी देंगे। जिसमें व्हीकल के लिए, लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर और वर्किंग कैपिटल के लिए सस्ते इंटरेस्ट रेट पर लोन मिलता है।

100 वर्ग फुट का हो स्पेस-

कस्टमर सर्विस प्वाइंट खोलने या बैंक मित्र बनने के लिए आपके पास कम से कम 100 वर्गफुट का स्पेस होना चाहिए। इसके अलावा 50-60 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट इन चीजों के लिए करना होगा।
डेस्कटॉप या लैपटॉप,इंटरनेटकनेक्टिविटी,स्कैनर
,प्रिंटर।

ये सर्विसेज दे सकेंगे आप-

प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत सभी बैंक ज्यादा से ज्यादा कस्टमर बनाने के लिए बैंक मित्र की नियुक्ति कर रहे हैं। ऐसे आप खुद बैंक मित्र बन सकते हैं, या फिर एक कस्टमर सर्विस प्वाइंट खोल सकते हैं। जिसके तहत कई बैंक मित्र जुड़े होंगे। जिनके जरिए ये सर्विसेज दी जाएंगी।
सेविंग बैंक अकाउंट खोलना,आरडी और एफडी अकाउंट,कैश डिपॉजिट और विदड्रॉल सर्विस,
ओवरड्रॉफ्ट सर्विस,किसान क्रेडिट इश्यू करना,
इन्श्योरेंस प्रोडक्ट और म्युचुअल फंड प्रोडक्ट की बिक्री,पेंशन अकाउंट।

बिल पेमेंट सर्विस का भी मौका-

बिल पेमेंट सर्विस बैंक और सर्विस देने वाली कंपनी के साथ हुए टाईअप के आधार पर तय होती है। ऐसे में बिल पेमेंट सर्विस अलग-अलग बैंक के आधार पर फिक्स होती है।
इसके तहत ये सर्विसेज दी जा सकेंगी।
डीटीएच रिचार्ज,मोबाइल रिचार्ज,डाटा कार्ड रिचार्ज,
पोस्ट पेड और लैंड लाइन फोन बिल पेमेंट,
इलेक्ट्रिसिटी बिल पेमेंट,टिकट बुकिंग,पैन कार्ड सर्विस,सभी तरह के इन्श्योरेंस के प्रीमियम का कलेक्शन।
मैकडोनाल्डस की फ्रेंचाइजी लेकर कमाई करने का मौंका

Tuesday 27 September 2016

मैकडोनाल्डस की फ्रेंचाइजी लेकर कमाई करने का मौंका

अगर आप रेस्टोरेंट का बिजनेस करना चाहते हैं तो आपके पास बेहतरीन मौका है। दुनिया की सबसे बड़ी फॉस्‍ट फूड रेस्टोरेंट चेन मैकडोनाल्डस की फ्रेंचाइजी लेकर आप करोड़ों में कमाई कर सकते हैं।

मैकडोनाल्डस साल 1955 से फ्रेंचाइजी मॉडल पर काम कर रहा है। अब आप भी इस रेस्टोरेंट का फ्रेंचाइजी लेकर लाखों की कमाई कर सकते हैं।अगर आपको भारत में इस रेस्टोरेंट की फ्रेंचाइजी लेनी है तो इसके लिए डेवलपमेंट लाइसेंस लेना होगा।

मैकडोनाल्डस की इंडिया में फ्रेंचाईजी लाइसेंस दो कंपनिया देती है।
अगर आपको पश्चिमी भारत और साउथ इंडिया में रेस्टोरेंट खोलना है तो आपको हार्डकैस्टल रेस्टोरेंट प्राइवेट लिमिटेड से संपर्क करना पड़ेगा।
वहीं अगर आपको उत्तर भारत या पूर्वी भारत में रेस्टोरेंट का फ्रेंचाइजी लेना है तो कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट प्राइवेट लिमिटेड से संपर्क कर सकते हैं।

मैकडोनाल्डस की फ्रेंचाइजी लेने से पहले आप फ्रेंचाइजी डिस्कलोजर डॉक्युमेंट यानी एफडीडी को अच्छी तरह से पढ़ लें। इस डॉक्युमेंट में आपको सारे नियम और तरीके समझाए गए हैं। फ्रेचाइंजी लेने के लिए आपके पास कितनी जगह होनी चाहिए, आपको इस तरह की ट्रेनिंग मिलेगी ये सारी जानकारी इस डॉक्युमेंट में होती है। एफडीडी को आप गूगल से डाउनलोड भी कर सकते हैं।

अगर आपके पास पहले से कोई रेस्टोरेंट है तो आप उसे भी मैकडोनाल्डस में कनवर्ट करा सकते हैं।
एम सी डोनाल्डस की फ्रेंचाइजी लेने के लिए 6 से 14 करोड़ का इन्वेस्टमेंट होना चाहिए। वहीं, आपके पास 5 करोड़ लिक्विड कैपिटल होना चाहिए।
कैपिटल के अलावा आपको 30 लाख की फ्रेंचाइंजी फीस देनी होगी।
आपके रेस्टोरेंट के कुल बिक्री का 4 फीसदी सर्विस फीस के रूप में देना होगा
मैकडोनाल्डस की फ्रेंचाइजी लेने के बाद करीब 2 से 3 साल में ब्रेक इवेन दिखने लगेगा।
सोलर सेक्‍टर में करें ये बिजनेस, होगी एक लाख रुपए तक की कमाई

Monday 26 September 2016

सोलर सेक्‍टर में करें ये बिजनेस, होगी एक लाख रुपए तक की कमाई




सोलर बिजनेस-

सोलर सेक्‍टर देश का उभरता हुआ सेक्‍टर है। इस सेक्‍टर से जुड़ कर आप भी नया बिजनेस शुरू कर सकते हैं। जरूरी नहीं है कि आप सोलर प्‍लांट लगा कर बिजली बेचने का ही बिजनेस कर सकते हैं, बल्कि और भी कई बिजनेस हैं, जो सोलर सेक्‍टर में किए जा सकते हैं। आप हम आपको ऐसे ही कुछ अलग सोलर बिजनेस के बारे में बता रहे हैं, जिन्‍हें शुरू करके आप अच्‍छी खासी कमाई कर सकते हैं।

इन प्रोडक्‍टस को बेचकर कमाएं 1 लाख रुपए तक-

केंद्र व राज्‍य सरकारें लगातार लोगों को सोलर प्‍लांट लगाने के लिए कह रही हैं। कई राज्‍यों में इंडस्ट्रियल सेक्‍टर के लिए सोलर प्‍लांट लगाना अनिवार्य कर दिया गया हे, ऐसे में आपके पास अच्‍छा मौका है कि आप सोलर प्रोडक्‍ट्स बेचने का काम शुरू कर दें। आप सोलर पीवी, सोलर थर्मल सिस्‍टम, सोलर एटिक फेन, सोलर कूलिंग सिस्‍टम का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। आप 4 से 5 लाख रुपए में यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं। अच्‍छे स्‍कोप को देखते हुए आपको स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया सहित कई बैंकों की एसएमई शाखा से लोन भी मिल सकता है। अनुमान है कि इस बिजनेस से 30 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।

इन प्रोडक्‍ट्स का भी कर सकते हैं बिजनेस-

सोलर पैनल के अलावा बाजार में कई ऐसे प्रोडक्‍ट्स भी आ रहे हैं, जो सोलर से चलते हैं। ऐसे प्रोडक्ट्स काफी पापुलर भी हो रहे हैं। कई देशी व विदेशी कंपनियां सोलर मोबाइल चार्जर, सोलर वाटर हीटर, सोलर पम्‍प, सोलर लाइट्स बना रही हैं। इनमें से कुछ प्रोडक्‍टस जैसे वाटर हीटर, पम्‍प को केंद्र व राज्‍य सरकारें सब्सिडी भी दे रही हैं। ऐसे में आप इन प्रोडक्‍ट्स का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इन प्रोडक्‍ट्स का बिजनेस शुरू करने में 1 से 2 लाख रुपए का खर्च आएगा। बैंकों से लोन भी मिल जाएगा और एक बार बिजनेस चलने के बाद आप 20 से 40 हजार रुपए महीना कमाई कर सकते हैं।

मेंटेनेंस और क्‍लीनिंग सेंटर खोलिए-

आप मेंटेनेंस और क्‍लीनिंग सेंटर भी खोल सकते हैं। सोलर पैनल की जितनी अधिक सफाई होगी, उतना ही उनसे  प्रोडक्‍शन अधिक होता है। इसलिए आप क्‍लीनिंग सेंटर खोलकर सोलर पैनल मालिकों को रेग्‍युलर सर्विसेज दे सकते हैं। इसके अलावा आप मेंटेनेंस भी शुरू कर सकते हैं। पैनल की मेंटेनेंस के साथ-साथ सोलर प्रोडक्‍ट्स और इन्‍वर्टर्स की रिपेयरिंग एंड मेंटेनेंस का काम किया जा सकता है। इसमें खर्च भी कम आएगा। आप 50 हजार रुपए से भी काम शुरू कर सकते हैं और कमाई के तौर पर 15 से 20 हजार रुपए कमा सकते हैं। बिजनेस बढ़ने पर आप स्‍टाफ भी रख सकते हैं।
 
फाइनेंसिंग कंसलटेंट बनकर शुरू करें बिजनेस- 

आप सोलर प्रोजेक्‍ट्स लगाने वाले लोगों को फाइनेंसिंग कंसलटेंट के तौर पर सर्विसेज दे सकते हैं। अभी कई सरकारी व गैर सरकारी एजेंसियां सोलर प्रोजेक्‍ट्स लगाने के लिए फाइनेंस उपलब्‍ध कराती हैं, लेकिन इसकी जानकारी आम लोगों को नहीं होती। आप इस तरह की सभी जानकारी इकट्ठा करके लोगों को इनके बारे में बता सकते हैं। इतना ही नहीं, आप प्राइवेट फाइनेंशियल इंस्‍टीट्यूशन्‍स से भी संपर्क करके प्रोड्यूसर के बीच कड़ी का काम कर सकते हैं। इसके लिए आप एक तय शुल्‍क ले सकते हैं। इसके लिए आपको एक ऑफिस की जरूरत होगी, जिस पर आप दो लाख रुपए तक का खर्च करना पड़ सकता है और आप आसानी से 30 से 50 हजार रुपए तक कमा सकते हैं।

सोलर कंसलटेंट बन कर शुरू करें बिजनेस-

आप सोलर कंसलटेंट के तौर पर भी अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। हालांकि कंसलटेंट बनने के लिए आपको पहले किसी कंसलटेंट के साथ अनुभव लेना होगा और सोलर बिजनेस की टैक्‍नीकल नॉलेज लेनी पड़ेगी। ब‍हुत से लोग सोलर प्‍लांट लगाने से पहले उसकी वायबिल्टी, फायदे-नुकसान का पता करना चाहते हैं। ऐसे में आप इंडिपेंडेंट कंसलटेंट की भूमिका निभा सकते हैं। इसके लिए आपको साइट पर जाकर स्‍टडी भी करनी पड़ेगी। यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास एक ऑफिस, वेबसाइट जैसी बेसिक चीजें चाहिए, आप ऑफिस किराए पर भी ले सकते हैं। ऐसे में आपको एक से दो लाख रुपए का खर्च आएगा, लेकिन कंसलटेंट के तौर पर आप 50 हजार रुपए तक की कमाई कर सकते हैं।

छोटे शहर में बी पी ओ खोल कर कमाए लाखों

Sunday 25 September 2016

छोटे शहर में बी पी ओ खोल कर कमाए लाखों

आपके लिए छोटे शहर में कम पैसे में बीपीओ खोलने का मौका है। मोदी सरकार देश के सभी राज्यों में 37 हजार सीट के लिए बीपीओ खोलने का मौका दे रही है। इंडिया बीपीओ स्कीम की खास बात यह है कि सरकार बीपीओ खोलने में होने वाले इन्वेस्टमेंट का 50 फीसदी तक अमाउंट खुद दे रही है। ऐसे में कम पैसे में आपके लिए बीपीओ खोल कर लाखों कमाने का मौका है।
सरकार बनाएगी एक लाख नौकरियों के अवसर-
इंडिया बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत सरकार छोटे शहरों में बीपीओ खोलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना चाहती है। जिसके तहत  दूसरे राउंड में 37 हजार सीट्स के लिए आवेदन मांगे गए हैं। जिनके जरिए करीब एक लाख नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। सरकार बीपीओ खोलने के लिए कई तरह के इन्सेंटिव दे रही है। जिसके जरिए कम इन्वेस्टमेंट कर आप बीपीओ खोल सकते हैं। पहले राउंड में 11 हजार सीट का आवंटन किया जा चुका है।
एक सीट पर एक लाख रुपए तक का सपोर्ट-
स्कीम के तहत शुरूआत में बीपीओ सेट अप करने के लिए सरकार कुल खर्च का अधिकतम 50 फीसदी तक इन्वेस्टमेंट सपोर्ट देगी। जिसमें अधिकतम एक सीट 1 लाख रुपए का सपोर्ट मिल सकता है। यानी अगर आप 100 सीट वाला बीपीओ खोलना चाहते हैं, तो उस पर एक करोड़ रुपए तक का इन्वेस्टमेंट सपोर्ट सरकार के तरफ से मिल जाएगा।
महिलाओं को ज्यादा नौकरी पर एक्सट्रा बेनिफिट-
स्कीम के तहत अगर आप बीपीओ में अपने कुल कर्मचारियों में 50 फीसदी से ज्यादा महिला कर्मचारी रखते हैं, तो उस पर 5 फीसदी का एक्स्ट्रा सपोर्ट भी मिलेगा। इसी तरह अगर कुल कर्मचारी में 4 फीसदी या उससे ज्यादा विकलांग कर्मचारी होते हैं, तो 2 फीसदी का एक्स्ट्रा बेनिफिट मिलेगा।
नौकरी देने पर भी इन्सेंटिव-
स्कीम के तहत अगर आप कोई बीपीओ खोलते हैं, जिसमें 50 सीट है। उसके लिए अगर आप 100 कर्मचारी रखते हैं, तो 5 फीसदी का एक्सट्रा सपोर्ट मिलता है। इसी तरह अगर 125 कर्मचारी होते हैं, तो 7.5 फीसदी और 150 कर्मचारी होते हैं, तो 10 फीसदी तक सपोर्ट मिलेगा। यानी सीट की तुलना में दो से तीन गुना कर्मचारी होने पर 5 से 10 फीसदी तक एक्सट्रा सपोर्ट मिलेगा। सरकार ने तीन शिफ्ट के आधार पर तीन गुना कर्मचारी का स्टैण्डर्ड बनाया है।
इन राज्यों में है बिजनेस शुरू करने का मौका-
उत्तर प्रदेश,पश्चिम बंगाल,मध्य प्रदेश,राजस्थान,बिहार,
गुजरात,तमिलनाडु,कर्नाटक,महाराष्ट्र,केरल,आंध्र प्रदेश,पंजाब,तेलंगाना,उड़ीसा,झारखंड,हरियाणा,
छत्तीसगढ़,उत्तराखंड,जम्मू एवं कश्मीर,हिमाचल प्रदेश
गोवा, अंडमान एवं निकोबार, दादर नगर हवेली, दमन एवं दीव,लक्षद्वीप, पुडुचेरी आदि।
आवेदन-
स्कीम के लिए कंपनी एक्ट-1956 या नए कंपनी कानून 2013 के तहत रजिस्टर्ड कंपनियां आवेदन की पात्र होंगी। इसके अलावा कंपनी का पिछले तीन साल में कम से कम प्रति वर्ष 5 करोड़ रुपए का टर्नओवर करना जरूरी होगा। साथ ही कोई व्यक्ति किसी ऐसी कंपनी के साथ कनशोर्शियम बनाकर भी आवेदन कर सकेगा। जो कि 5 करोड़ टर्नओवर की शर्त पूरी करती है। हालांकि कनशोर्शियम में उस कंपनी को कम से अगले तीन साल के लिए 26 फीसदी हिस्सेदारी रखनी अनिवार्य होगी।
पहले से डेवलप शहरों में मौका नहीं-
स्कीम के तहत ऐसे शहरों को शामिल नहीं किया गया है, जहां पहले से बीपीओ इंडस्ट्री डेवलप है। स्कीम के दायरे में नेशनल कैपिटल रीजन, बेंगलुरू, चेन्नई, पुणे, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद शहर नहीं आएंगे। इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत के राज्य स्कीम के दायरे में नहीं होंगे। ऐसा इसलिए है कि पूर्वोत्तर भारत के लिए अलग से बीपीओ स्कीम तैयार की जा चुकी है।



सीएनजी स्टेशन खोलने का मौका, लाखों में होगी कमाई


Friday 23 September 2016

सीएनजी स्टेशन खोलने का मौका, लाखों में होगी कमाई

आपके लिए सीएनजी पंप खोलने का मौका है। देश की प्रमुख कंपनियां बढ़ती डिमांड को देखते हुए अपने नेटवर्क का एक्सपेंशन कर रही हैं। ऐसे में आप इन कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटर बन सीएनजी स्टेशन खोल सकते हैं। इसके अलावा कंपनियों को जमीन आप लीज पर भी दे सकते हैं। जिसके जरिए आपको लाखों रुपए हर महीने की कमाई होगी।
GAIL के साथ है टाईअप-
गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ने देश में सीएनजी डिस्ट्रीब्यूशन के लिए विभन्न कंपनियों के साथ ज्वांइट वेंचर बनाया है। कंपनी इसके तहत दिल्ली, हरियाणा,महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्रप्रदेश, त्रिपुरा आदि में गैस की सप्लाई करती है। देश में सीएनजी डिस्ट्रीब्यूशन के लिए ये कंपनियां सप्लाई करती है।
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेडमहाराष्ट्र नेचुरल गैस लिमिटेडसेंट्रल यू.पी. गैस लिमिटेडग्रीन गैस लिमिटेडमहाराष्ट्र गैस लिमिटेडगेल गैस लिमिटेडवड़ोदरा गैस लिमिटेड
दो तरह से कर सकते हैं कमाई-
सीएनजी पंप लगाने के लिए सबसे पहले कंपनियां जमीन की डिमांड करती है। कंपनियां जमीन लीज पर लेती है। ऐसे में आपके पास पहली कमाई का मौका जमीन को लीज पर देकर मिलेगा। दूसरा तरीका आप जमीन पर खुद ही डीलरशिप ले सकते हैं। इसके लिए कंपनियां पार्टनरशिप करती है। जिसे वह लैंडलिंक सीएनजी स्टेशन पॉलिसी कहती है।
सभी कंपनियां अपनी जरूरत के अनुसार स्टेशन के लिए टेंडर निकालती है। जिसमें लोकेशन सहित दूसरी रिक्वॉयरमेंट दी जाती है। जिसके आधार पर आप आवेदन कर सकते हैं। टेंडर के लिए इन कंपनियों की वेबसाइट पर जानकारी ली जा सकती है।
जमीन के लिए कंपनियों की ये होती है शर्त-
कंपनियां हल्के वाहन, भारी कमर्शियल वाहन के आधार पर जमीन की डिमांड करती है।हल्के वाहन के लिए 700 वर्गमीटर की जमीन होनी चाहिए। जिसमें फ्रंट स्पेस करीब 25 मीटर को होना जरूरी है।वहीं ट्रांसपोर्ट व्हीकल की जरूरत को देखते हुए 1500-1600 वर्गमीटर की जमीन होनी चाहिए। जिसमें फ्रंट स्पेस करीब 50-60 मीटर को होना जरूरी है।इसके अलावा हाईवे और भीड़-भाड़ इलाकों में जमीन होने पर कंपनियां एप्लीकेंट को तरजीह देती हैं।
इन्वेस्टमेंट में इन बातों का रखा ध्यान-
सीएनजी पंप खोलने के लिए आपको जमीन की लागत के साथ, दूसरी लागत का भी ध्यान रखना होगा।
इसके अलाव इक्वीपमेंट, इम्प्लाई कॉस्ट, कंस्ट्रक्शन कॉस्ट, लाइसेंस फीस भी अहम होती है।
ऐसे में कुल मिलाकर करीब 1 करोड़ रुपए का खर्च आता है।
जिसके लिए बैंक लोन भी देते हैं।

सरकार कराएगी बिजनेस, होगी बहुत अच्छी कमाई

आपके लिए कम पूंजी में बिजनेस करने का अच्छा मौका है। सरकार ऐसे कई प्रोजेक्ट्स के लिए रोडमैप लेकर आई है, जिसे शुरू कर आप आसानी से  हर महीने 40-50 हजार रुपए कमा सकते हैं। खास बात यह है कि इन बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको केवल 5-15 हजार रुपए पूंजी की जरूरत है। बाकी पूंजी सरकार स्कीम के तहत सब्सिडी और सस्ते लोन के रुप में खुद दिलाएगी। इन बिजनेस को कैसे किया जाए, कितना प्रॉफिट होगा इसका पूरा खाका सरकार ने एक्सपर्ट से तैयार कराया है। ऐसे में बिजनेस में घाटे की आशंका भी कम है।
प्रधानमंत्री रोजगार योजना दिलाएगी फायदा-
ये बिजनेस प्रोजोक्ट्स प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत लगाए जाएंगे। इसमें बिजनेस शुरू करने वाले को प्रोजेक्ट कॉस्ट की 5 फीसदी पूंजी खुद लगानी होगी। इसके अलावा 15 फीसदी कॉस्ट पर सरकार सब्सिडी देगी। बाकी पूंजी स्कीम के तहत सस्ते इंट्रेस्ट रेट पर बैंक लोन मिलेगा।
सीमेंट पेंट-
सीमेंट पेंट एक वाटर बेस्‍ड पेंट है। इसे दीवार की बाहरी सतह पर पानी को रोकने और धूल इकठ्ठा होने से रोकने के लिए लगाया जाता है। यह बाजार में डिफरेंट रंगों में मिलता है। मौजूदा समय में कुछ ऑर्गनाइज्‍ड मैन्‍़युफैक्चरर्स और एसएमई यूनिट सीमेंट पेंट बनाती हैं।
कैपिटल की है जरूरत-
सीमेंट पेंट यूनिट लगाने के लिए कुल 2.3 लाख रुपये कैपिटल की जरूरत होगी। इसमें यूनिट लगाने के लिए 1.26 लाख रुपये की जरूरत होगी जबकि लगभग 1 लाख रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरत होगी।
पैसा-
इस यूनिट को लगाने के लिए प्रमोटर यानी आपको प्रोजेक्‍ट की लागत का कुल 5 फीसदी यानी लगभग 11 हजार रुपये खुद लगाने होंगे। कुल लागत का 15 फीसदी पूंजी पीएमआरवाई के तहत सरकार सब्सिडी देगी और बाकी बैंक लोन के जरिए आएगा।
कमाई-
सीमेंट पेंट की यूनिट के कारोबार से आपका सालाना टर्नओवर लगभग 20 लाख रुपये का होगा । इससे आपको प्रतिमाह 40 से 50 हजार रुपये नेट प्रॉफिट होगा।
हर्बल शैंपू-
हर्ब और नेचुरल चीजों से पर्सनल केयर प्रोडक्‍ट बनाने को लेकर अवेयरनेस लगातार बढ़ रही है। हर्बल शैंपू बनाने के लिए सभी मैटेरियल आसानी से उपलब्ध हैं और ऐसा शैंपू बनाने के लिए यूनिट कहीं भी शुरू की जा सकती है, जहां बिजली उपलब्ध हो।
कैपिटल-
हर्बल शैंपू बनाने की यूनिट के प्रोजेक्ट में कुल 1.25 लाख रुपये कैपिटल की जरूरत पड़ेगी। यूनिट लगाने पर लगभग 50 हजार रुपये खर्च होंगे जबकि वर्किंग कैपिटल के लिए लगभग 75,000 हजार रुपये की जरूरत होगी।
पैसा-
हर्बल शैंपू के प्रोजेक्‍ट में प्रमोटर यानी आपको 6,200 रुपये लगाने होंगे। पीएमआरवाई के प्रोजेक्ट की कुल लागत का 15 फीसदी सरकार सब्सिडी देगी और बाकी 1.20 लाख रुपये बैंक लोन देगा।
कमाई-
हर्बल शैंपू बनाने की यूनिट का सालाना टर्नओवर 12 लाख रुपये का होगा और इसके प्रतिमाह नेट प्रॉफिट लगभग 30,000 रुपये होगा।
एयर फ्रेशनर-
बढ़ती आबादी और बढ़ते शहरीकरण के कारण एयर फ्रेशनर की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा लोगों का जीवन स्‍तर बेहतर होने के कारण एयर फ्रेशनर तेजी से लोगों की जिंदगी में शामिल हो रहा है।कैपिटल की है जरूरत-
एयर फ्रेशनर बनाने की यूनिट लगाने के प्रोजेक्‍ट के लिए कुल 1 लाख रुपये की जरूरत होगी। इसमें यूनिट लगाने के लिए 24,000 रुपये की जरूरत होगी जबकि 77,000 रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरत होगी।
पैसा-
इस प्रोजेक्‍ट पर प्रोजेक्‍ट की कुल लागत का 5 फीसदी यानी लगभग 5,000 रुपये प्रमोटर को यानी आपको खुद लगाना होगा। पीएमआरवाई स्‍कीम के तहत प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट का 15 फीसदी सरकार बतौर सब्सिडी देगी। बाकी लगभग 89,000 रुपये बैंक लोन देगा।
कमाई-
एयर फ्रेशनर बनाने के कारोबार से आपका सालाना टर्नओवर लगभग 11.70 लाख रुपये होगा। इस तरह से आपको इस बिजनेस से लगभग 20,000 रुपये प्रतिमाह नेट प्रॉफिट होगा।
कैटल फीड-
देश में कैटल फॉर्म और पोल्‍ट्री फॉर्म की संख्‍या तेजी से बढ रही है। इसके विकास में सरकारी प्रयास और लोगों में एंटरप्रेन्‍योरशिप की भावना बढ़ने का भी योगदान है। इन प्रोजेक्‍टों के विकास के लिए कार्बोहार्इड्रेट, प्रोटीन, विटामिन मिनरल्‍स से युक्‍त बैलेंस्‍ड कैटल फीड की जरूरत है।
कैपिटल की है जरूरत-
कैटल फीड तैयार करने की यूनिट लगाने के प्रोजेक्‍ट में कुल 4.14 लाख रुपये की जरूरत होती है। इसमे से 1.38 लाख रुपये यूनिट लगाने के लिए चाहिए जबकि वर्किंग कैपिटल लिए 2.76 लाख रुपये की जरूरत होगी।
पैसा-
इस प्रोजेक्‍ट के लिए प्रमोटर यानी आपको कुल लागत का 5 फीसदी यानी लगभग 20,000 हजार रुपये खुद लगाने होंगे। पीएमआरवाई के तहत प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट का 15 फीसदी सरकार बतौर सब्सिडी सरकार देगी। बाकी 3.86 लाख रुपये बैंक लोन मिलेगा।
कमाई-
आपके कै‍टल फीड बिजनेस का टर्नओवर सालाना 36 लाख रुपये होगा। इस बिजनेस से लगभग 20,000 हजार रुपये प्रतिमाह नेट प्रॉफिट होगा।

Wednesday 21 September 2016

सोलर इन्वर्टर का करिए बिजनेस, सरकार दे रही है सस्ते में ट्रेनिंग

सोलर पैनल इन्‍वर्टर के साथ-
देश में सोलर बिजनेस का चलन बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही इन्‍वर्टर का बिजनेस भी बढ़ रहा है। अगर आप भी सोलर इन्‍वर्टर का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सरकार आपको बिजनेस की ट्रेनिंग देगी, बल्कि मार्केटिंग असिस्‍टेंस भी देगी। मिनिस्‍ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्‍योरशिप के अधीन चल रहे संस्‍थान नेशनल इंस्‍टीट्यूट फॉर एंटरप्रेन्‍योरशिप एंड स्‍मॉल बिजनेस डेवलपमेंट द्वारा यह ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्रेनिंग-
सोलर और स्‍मार्ट इन्‍वर्टर की बढ़ती डिमांड को देखते हुए एक्‍सपर्ट्स द्वारा यह ट्रेनिंग प्रोग्राम डिजाइन किया गया है। इसमें इन्‍वर्टर और यूपीएस मैन्‍युफैक्‍चरिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही, रिपेयरिंग की भी ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रोग्राम में लेटेस्‍ट टैक्‍नोलॉजी की जानकारी दी जाएगी। इतना ही नहीं, बिजनेस शुरू करने के लिए कैंडिडेट्स को फाइनेंस के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। जैसे कि – इन्‍वर्टर मैन्‍युफैक्‍चरिंग या रिपेयरिंग का बिजनेस शुरू करने पर कितना खर्च आएगा और कहां से फाइनेंस का अरेंजमेंट हो पाएगा। बैंक या फाइनेंशियल इंस्‍टीट्यूशंस किस दर पर और किन शर्तों पर लोन देते हैं। बिजनेस शुरू करने की भी पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी।
ये ले सकते हैं ट्रेनिंग-
इन्‍वर्टर की मैन्‍युफैक्‍चरिंग या रिपेयरिंग की ट्रेनिंग स्‍टूडेंट्स, वर्किंग प्रोफेशन्‍लस, इंडस्ट्रियलिस्ट, एंटरप्रेन्‍योर्स, इंजीनियर्स ले सकते हैं। स्‍टूडेंट्स यदि आईटीआई या डिप्‍लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्‍स होने चाहिए। इससे उन्‍हें टैक्‍नोलॉजी को समझने में आसानी रहती है। 3 दिन की ट्रेनिंग के लिए निसबड द्वारा 7500 रुपए फीस ली जाती है।
छह माह तक मार्केटिंग में दी जाएगी सपोर्ट-
ट्रेनिंग के बाद निसबड द्वारा इनकम जनरेशन और मार्केटिंग में सपोर्ट भी की जाएगी। कैंडिडेट को बताया जाएगा कि वह अपना बिजनेस किस तरह से सोशल मार्केटिंग पर प्रमोट कर सकता है। सोशल मीडिया जैसे फेसबुक या यू-ट्यूब आदि का बिजनेस प्रमोशन के लिए कैसे इस्‍तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा छह माह तक हैंड होल्डिंग सपोर्ट भी दिया जाएगा।





हजारों की कमाई होगी करना होगा ये बिजनेस

सरकार का मकसद ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों में आंत्रप्रेन्‍योरशिप की भावना पैदा करना है, ताकि ऐसे लोग खुद के अलावा ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को रोजगार दे सकें। आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताते हैं जो महज 70 हजार रुपए लगाकर शुरू किया सकता है। यही नहीं इस बिजनेस में आप करीब 1.5 लाख रुपए सालाना की कमाई भी कर सकते हैं। इस बिजनेस में आपको सरकार की ओर से 25 फीसदी की मदद भी मिलती है।
बिजनेस-
ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को बिजनेस से जोड़ने के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट ने प्रधानमंत्री रोजगार योजना शुरू की है, जिसमें सरकार 300 से ज्‍यादा करोबार शुरू करने का लोगों को मौका देती है। आप सिर्फ 10 फीसदी रकम लगाकर इनमें से कोई भी बिजनेस शुरू कर सकते हैं। बाकी की रकम आपको सरकार लोन के तौर पर मुहैया कराती है। साथ ही 25 फीसदी तक सब्सिडी भी मिलती है। हम इसी प्रोजेक्‍ट के तहत आने वाले जैम, जेली मुरब्‍बे के बिजनेस के बारे में बता रहे हैं। इसे साइट बिजनेस के तौर पर भी किया जा सकता है।  
इन्‍वेस्‍टमेंट-
प्राइम मिनिस्‍टर इम्‍पलायमेंट जनरेशन प्रोग्राम के तहत इस बिजनेस को लोन दिया जाता है।
इसके लिए सरकार ने एक मॉडल प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट तैयार की है।
इसके मुताबिक इस प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट 7 लाख 70 हजार रुपए है।
इसमें से केवल 10 फीसदी यानी करीब 77 हजार रुपए आपको लगाना होगा।
बाकी का 90 फीसदी टर्म लोन यानी लगभग 7 लाख रुपए पी एम ई जो पी के तहत मिल जाएगा।
25 फीसदी मिलेगी सब्सिडी-
पी एम ई जो पी के तहत सेल्‍फ इम्‍पलायमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से 25 फीसदी तक सब्सिडी दी जाती है।
आप जैम-जेली और मुरब्‍बा की यूनिट लगाकर इस स्‍कीम में करीब एक लाख 90 हजार रुपए की सब्सिडी ले सकते हैं।
ब्‍याज-
पी एम ई जी पी की सबसे अच्‍छी बात यह है कि इस योजना के तहत आवेदकों को ब्‍याज नहीं देना पड़ता।
हालांकि इस योजना के तहत 13 फीसदी ब्‍याज दर का प्रावधान है।
5 साल के भीतर पैसा लौटाना होता है, लेकिन इस ब्‍याज राशि को सब्सिडी के साथ एडजस्‍ट कर दिया जाता है।
इसे कुछ इस तहर से एडजेस्‍ट किया जाता है कि आपको मूल राशि ही लौटानी पड़ती है।
ऐसे शुरू करें बिजनेस-
इस प्रोजेक्‍ट का नाम ‘जैम-जेली मुरब्‍बा मैन्‍यूफैक्‍चरिंग स्‍कीम है।
मॉडल प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट के मुताबिक इस प्रोजेक्‍ट में बॉयलर, स्‍टीम कैटल, क्लिीनिंग मशीन जैसी कई चीजें लगानी है।
साथ ही इसके लिए आपके पास जमीन होनी जरूरी है, जिसपर 1 हजार स्‍क्‍वायर फिट का शेड बनाया जा सके।
सेटअप लगाने के बाद आप अपना प्रोडक्शन शुरू कर सकते हैं।
मार्केट पोटेंशियल-
जैम-जेल और मुरब्‍बा के बिजनेस का इंडिया में काफी ब्राइट फ्यूचर है।खादी कमीशन से जुड़ा होने के चलते खादी विभाग प्रोडक्‍शन और बिक्री में आपकी मदद करता है।  वहीं आप इस रिटल में भी बेच सकते हैं जहां 80 फीसदी तक का प्रॉ‍फिट मिल सकता है।साथ ही किसान और एचयूएल जैसी बड़ी कंपनियों के वेंडर बनकर भी आप अपने माल की सप्‍लाई कर सकते हैं।
1.5 लाख रुपए की कमाई-
सरकार की प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट प्रोफाइल के मुताबिक यदि यूनिट पूरी कैपेसिटी से प्रोडक्‍शन करती है तो सालाना कम से कम 5 लाख के आसपास का प्रोडक्‍शन हो सकता है।
इसकी ब्रिकी में आपको आसानी से करीब 40 फीसदी का मर्जिन मिल सकता है, यानी 5 लाख का सामान आप 7 लाख में बेच सकते हैं।
मतलब 2 लाख हर साल की कमाई। अन्‍य खर्चों को काट दिया जाए तो नेट प्राफिट करीब 1.5 लाख रुपए हुआ।
यह बिजनेस कर सकते हैं-
सामान्‍य श्रेणी का कोई भी व्‍यक्ति जिसकी उम्र 18 से 35 साल के बीच हो।
इस व्‍यक्ति इस योजना के तहत यह बिजनेेस शुुुुरू कर सकता है।
साथ ही वह आठवीं पास है और उसके पास किसी सेक्‍टर की ट्रेनिंग हो।
साथ ही देश के किसी भी हिस्‍से में रहता हो।







Tuesday 20 September 2016

पोस्ट ऑफिस के साथ बनिए पार्टनर, हर महीने होगी अच्छी कमाई

इंडिया पोस्ट आपको पार्टनर बनने का मौका दे रहा है। जिसके जरिए आपको पोस्ट ऑफिस से मिलने वाली कई सर्विसेज डिस्काउंट रेट पर मिलेगी। इसके जरिए आपके लिए अपने बिजनेस को बढ़ाना काफी आसान होगा, साथ ही उससे आपकी कमाई भी बढ़ जाएगी।
पोस्ट ऑफिस बनाता है बिजनेस पार्टनर-
देश भर में फैले 1.55 लाख से ज्याटा नेटवर्क का फायदा देने के लिए इंडिया पोस्ट बिजनेस पार्टनर बनने का मौका देता है। जिसके जरिए आपको इंडिया पोस्ट से फ्रेंचाइजी लेने से लेकर डिस्काउंट रेट पर स्पीड पोस्ट सर्विस, पहले बुक और बाद में पेमेंट, कैश ऑन डिलिवरी, डायरेक्ट पोस्ट, ई-पेमेंट, एक्स्प्रेस पार्सल आदि की सर्विस डिस्काउंट रेट पर देता है।
पोस्ट ऑफिस इन बिजनेस के लिए देता है फ्रेंचाइजी-
स्टॉम्प और स्टेशनरी की बिक्रीरजिस्ट्री और स्पीडपोस्ट बिजनेसबिल, टैक्स कलेक्शन और पेमेंट सर्विसेज बिजनेसपोस्टल लाइफ इन्श्योरेंस बिजनेसई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट
बिजनेस के लिए करना होगा 1-2 लाख इन्वेस्टमेंट-
इंडियापोस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार फ्रेंचाइजी के लिए 1-2 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट होना जरूरी है। इसके अलावा फ्रेंचाइजी को कम से कम हर महीने 50 हजार रुपए की सेल्स करना भी जरूरी है।जिसका इंडिया पोस्ट हर 6 महीने पर रिव्यू भी करेगा।  साथ ही मिनिमम सिक्योरिटी डिपॉजिटी की रकम 5000 रुपए होगी। जो कि एनएससी के रूप में ली जाएगी।
खोलना होगा कॉरपोरेट अकाउंट-
बिजनेस पार्टनर बनने के लिए आपको सबसे पहले कॉरपोरेट अकाउंट खोलना होगा। जिसे आप किसी भी पोस्ट ऑफिस पर जाकर खोल सकते हैं। इसके लिए आपको केवाईसी मानकों को पूरा करना होगा। इसके बाद आपका कॉरपोरेट अकाउंट खुल जाएगा। कॉरपोरेट अकाउंट खोलने के बाद आप पोस्ट ऑफिस की डिस्काउंट सर्विसेज ले सकते हैं। इसके बाद आप अगर किसी हर महीने 10 हजार रुपए से ज्यादा का स्पीड पोस्ट बिजनेस पोस्ट ऑफिस को देते हैं, तो आप बल्क कस्टमर कैटेगरी में आएंगे।
स्पीड पोस्ट पर मिलेगा 25 फीसदी तक डिस्काउंट-
इंडिया पोस्ट के अनुसार जो बल्क कस्टमर 50 हजार रुपए से ज्यादा का बिजनेस हर महीने देगा उसे 6.25 फीसदी तक डिस्काउंट मिलेगा। इसी तरह एक लाख से ज्यादा पर 9.38 फीसदी, 2.5 लाख से ज्यादा पर 12.50 फीसदी जो कि 25 लाख से ज्यादा पर 25 फीसदी तक हो जाएगा।
पहले बुक करें बाद में करिए पेमेंट-
बल्क कस्टमर इस सर्विस को ले सकेंगे। इसमें इंडिया पोस्ट को बैंक गारंटी देनी होगी। जिसके बाद आप इस सुविधा को ले सकेंगे। कांट्रैक्ट का पीरियड एक साल का होगा। जिसे बाद रिन्यू भी कराया जा सकेगा। कस्टमर को भेजे गए सभी पार्सल का हर महीने के एक फिक्स तिथि पर पेमेंट करना होगा। टाइम पर पेमेंट न होने पर 10 फीसदी तक पेनल्टी भी लगेगी।
50 हजार रुपए तक कैश ऑन डिलेवरी सर्विस-
इंडियापोस्ट ऐसे बिजनेसमैन को कैश ऑन डिलेवरी सर्विस की सुविधा देता है। इसके तहत बिजनेसमैन 50 हजार रुपए तक के प्रोडक्ट पार्सल के लिए कैश ऑन डिलेवरी पर ले सकते हैं। कैश ऑन डिलेवरी एक्सप्रेस पार्सल, बिजनेस पार्सल और स्पीडपोस्ट कस्टमर को देते हैं। हालांकि यह सर्विस कूपन, टिकट, आदि पर नहीं मिलती है।

Monday 19 September 2016

सालों का है अनुभव, तो फ्रीलांसिंग से रोज कर सकते हैं कमाई

फ्रीलांसिंग से रोज 20000 रुपए हो सकती है कमाई।
अगर आपके पास मैनेजमेंट, मार्केटिंग, आईटी, प्रोग्राम मैनेजमेंट का 5 साल से ज्यादास अनुभव है तो आपके पास रोजाना 20 हजार रुपए तक कमाने का मौका है। वह भी फ्रीलांसिंग के जरिए। यही नहीं ऐसा कर आप खुद का ब्रांड और वर्क पोर्टफोलियो भी बना सकते हैं। पिछले कुछ साल में ऐसे प्रोफेशनल्स की संख्‍या लगातार बढ़ी है।
बदल रहा है जॉब का ट्रेंड-
सर्वे में कहा गया कि अब प्रोफेशनल्स में काम करने का ट्रेंड पहले से बदला है।
बहुत से ऐसे प्रोफेशनल्स हैं जो कुछ दिन जॉब करने के बाद से अपना खुद का काम करना चाहते हैं।
फ्रीलांसिंग से ऐसे प्रोफेशनल्स की प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है।
हालांकि, फ्रीलांसिंग में अच्छी कमाई के लिए 5 से 10 साल का अनुभव होना बेहतर है।
स्किल एक्सपीरियंस-
फ्रीलांसिंग के लिए जिस तरह का प्रोफेशनल अनुभव ज्यादा बेहतर साबित हो रहा है उसमें ये शामिल हैं
बिजनेस मैनेजमेंट
मार्केटिंग
आईटी
एचआर
प्रोग्राम मैनेजमेंट
प्रोजेक्ट से जुड़ने का मौका-
फ्रीलांसिंग के जरिए आपको मल्टीनेशनल कंपनियों, स्टार्टअप्स, बड़े इंडियन कॉरपोरेट, गवर्नमेंट रन इंटरप्राइजेज और कंसल्टिंग फर्म्स के साथ अलग अलग प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिल सकता है।
खुद को ब्रांड के तौर पर तैयार करना आसान-
फ्लेक्सिंग इट के फाउंडर और सीईओ चंद्रिका पशरिचा का कहना है कि ऐसे प्रोफेशनल्स की संख्‍या भारत में बढ़ी है, जिन्होंने नौकरी छोड़कर फ्रीलांसिंग का काम शुरू किया और अब अच्छी कमाई कर रहे हैं। आज उनका खुद का ब्रांड और वर्क पोर्टफोलियो भी बन चुका है। वे रोज 20 हजार रुपए तक की इनकम कर रहे हैं। सर्वे में भारत के 2500 प्रोफेशनल्स का शामिल किया था।
अनुभव ज्यादा तो कमाई भी ज्यादा-
जिनके पास 0 से 5 साल के काम का अनुभव था, अगर वह फ्रीलांसिंग में सफल होता है तो 8000 प्रति दिन तक कमाई हो सकती है। लेकिन अनुभव 5 से 10 साल का हो तो यह कमाई 20000 रुपए प्रतिदिन तक हो सकती है।
बड़ी फर्म्स भी दे रही हैं मौके-
आजकल अपने किसी खास प्रोजेक्ट्स के लिए बड़ी-बड़ी फर्म्स भी ऐसे स्किल्ड प्रोफेशनल्स को अपने साथ जुड़ने का मौका दे रही हैं, जो अपने काम में माहिर हैं। ये फ्रीलांसर कंपनियों के मैनेजमेंट टीम के साथ भी काम कर रहे हैं। यहां तक स्ट्रैटेजी बनाने में भी हेल्प कर रहे हैं।
मेल व फीमेल दोनों को मौके-
मेल और फ्रीमेल दोनों को फ्रीलांसिंग में शानदार मौके मिल रहे हैं।

Sunday 18 September 2016

बिना पैसे सरकार के साथ शुरू करें बिजनेस

सरकार के प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत दवा की दुकान खोलना अब पहले से ज्यादा मुनाफे का सौदा होगा। सरकार ने योजना के तहत दिया जाने वाला इंसेटिव 1.5 लाख रुपए से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए कर दिया है। यह इंसेटिव मंथली ट्रेड मार्जिन और दवा की दुकान खोलने पर मिलने वाले सरकारी ग्रांट से अलग होगा। यानी हर महीने होने वाले मुनाफे के अलावा आपको एक कुल दवा की सेल का 10 फीसदी अलग से इंसेटिव भी दिया जाएगा।
सरकार की योजना है कि योजना के तहत दुकान खोलने वालों को कम से कम बिजनेस शुरू करने से अगले दो साल तक मुनाफे की गारंटी दी जाए।
इस वजह से सरकार ने इंसेटिव बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए कर दिया है, जो मंथली बेसिस पर दिया जाएगा।
इसके अलावा हर महीने की सेल पर सरकार की ओर से 20 फीसदी कमिशन मुनाफे के तौर पर दिया जाएगा।
सबके लिए होगी यह योजना-
सरकार द्वारा जन औषधि स्कीत के तहत इस सुविधा का लाभ कोई भी उठा सकता है। जिसमें स्टेट ओन एजेंसियों के अलावा निजी रिटेलर/फॉर्मासिस्ट, एनजीओ और चैरिटेबल ऑर्गनाइजेशन शामिल हैं।
मुनाफे की होगी गारंटी-
सरकार ने इसके पहले मंथली सेल पर दुकानदारों का कमिशन बढ़ाकर 20 फीसदी किया था। यह तो उनका ट्रेड मार्जिन है।
ट्रेड मार्जिन के अलावा अब सरकार ने इंसेटिव भी बढ़ाया है। यह इंसेटिव मंथली सेल पर 10 फीसदी होगा, जो सरकार आपके बैंक अकाउंट में डाल देगी।
इस तरह से दुकानदारों को कम से कम 2 साल तक ट्रेड मार्जिन के अलावा इंसेटिव के रूप में डबल मुनाफा होगा। अगर वह एक महीने में 1 लाख रुपए तक की दवा सेल करता है तो उसे मंथली 30 हजार रुपए तक इनकम होगी।
बिजनेस स्टेबलिश करने का मौका-
सरकार द्वारा इंसेटिव देने से दुकानदार को एक तय मुनाफा होगा, जिससे उसे अपना बिजनेस स्‍टेबल करने का मौका मिल जाएगा।
इंसेटिव-
इंसेटिव हर महीने होने वाली दवाइयों की सेल पर डिपेंड होगा और इसे कुल सेल का 10 फीसदी रखा गया है। हालांकि, इसकी लिमिट 10 हजार मैक्सिमम रखी गई है। अगर रिटेलर 1 लाख रुपए से ज्यादा की दवा सेल करता है तो भी उसे उस महीने 10 हजार रुपए ही इंसेटिव मिलेगा।
यह इंसेटिव तबतक मिलता रहेगा, जबतक 2.5 लाख रुपए की लिमिट पूरी नहीं हो जाती है।
नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकार ने यह इंसेटिव कुल सेल का 15 फीसदी रखा है, जिसकी मैक्सिमम लिमिट 15 हजार रुपए है।
अगर आप सस्ती दवाइयों के लिए मेडिकल स्टोर खोलते हैं तो इसके लिए सरकार आपको 2.5 लाख रुपए ग्रांट के रूप में देगी। मेडिकल स्टोर आपको प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना के तहत खोलना होगा। अब तक स्टेट गवर्नमेंट द्वारा नॉमिनेटेड एजेंसियों को ही 2.5 लाख रुपए ग्रांट मिल रहा था, सरकार ने अब यह नियम सबके लिए कर दिया है।
दवा खरीदने के लिए 1 लाख रुपए-
सेंटर शुरू करने पर 1 लाख रुपए की दवाइयां पहले आपको दवा खरीदनी होगी। बाद में सरकार इसे मंथली बेसिस पर रीइंबर्समेंट करेगी।
दुकान में रैक, डेस्क बनवाने के लिए 1 लाख रुपए-
दुकान शुरू करने में इंफ्रास्ट्रक्चर यानी रैक, डेस्क आदि बनवाने में सरकार आपको 1 लाख रुपए तक की सहायता करेगी। इस खर्च को सरकार 6 महीने के अंदर आपको वापस करेगी।
कंप्यूटर, फ्रिज रखने में 50 हजार रुपए हेल्प-
जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए कंप्यूटर आदि के सेटअप पर 50 हजार रुपए तक के खर्च पर भी सरकार आपको यह पैसा रिटर्न करेगी।
मेडिकल स्टोर खोलने पर कमिशन भी बढ़ गया है।
अगर आप जनऔषधि योजना के तहत मेडिकल स्टोर खोलते हैं तो आपको होने वाला मुनाफा भी पहले से ज्यादा होगा।
सरकार ने हाल ही में रिटेलर्स का कमिशन 15 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया है।
अगर एक महीने में आप 1 लाख रुपए तक की दवा सेल करते हैं तो इसमें आपकी बचत 20 हजार रुपए होगी।
कमिशन की कोई लिमिट नहीं है, जितनी दवा सेल होगी, कमिशन उतना ज्यादा बनेगा।
जनऔषधि सेंटर-
जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए सरकार ने तीन कैटेगरी बनाई है।
पहली कैटेगरी में कोई भी व्यक्ति, बेरोजगार फार्मासिस्ट, डॉक्टर, रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर स्टोर खोल सकेगा।
दूसरी कैटेगरी में ट्रस्ट, एनजीओ, प्राइवेट हॉस्पिटल, सोसायटी और सेल्फ हेल्प ग्रुप को स्टोर खोलने का मौका मिलेगा।
वहीं तीसरी कैटेगरी में राज्य सरकारों द्वारा नॉमिनेट की गई एजेंसी होगी।
दुकान खोलने के लिए 120 वर्गफुट एरिया में दुकान होनी जरूरी है।

Saturday 17 September 2016

पार्ट टाइम जॉब से हर घंटे कमाई का मौका

अगर आपने हाल ही में नौकरी शुरू की है तो आपकी प्राथमिकताएं भी बदलती हैं। इससे अचानक से आपका खर्च बढ़ जाता है। कई बार ऐसा होता है कि शुरुआती नौकरी से आप अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं। ऐसे में टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। नौकरी के बाद बचे हुए समय में आप महज कुछ घंटे काम करके अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। इसके लिए बस आपके पास ऑनलाइन काम करने की स्किल होनी जरूरी है।
सॉफ्टवेयर डेवलपर-
स्किल- इस जॉब के लिए आपको सॉफ्टवेयर फील्ड की जरूरी प्रोग्रामिंग आनी चाहिए। दरअसल आजकल सॉफ्टवेयर डेवलपर की मार्केट में पार्ट टाइम और प्रोजेक्‍ट बेस काम की बहुत अधिक मांग है।
काम- इस जॉब में आपको सॉफ्टवेयर डेवलप करना, नए ऐप तैयार करनेे और नई वेबसाइट डेवलप करने जैसे काम करने होंगे।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब में आप 1500 से 2000 रुपए प्रति घंटे तक कमा सकते हैं।
फ्रीलान्स फोटोग्राफर-
स्किल- इस जॉब में आपको फोटोग्राफी, फोटोशॉप और ग्राफिक डिजाइनिंग में स्किल्ड व इंटरनेट टूल का उपयोग करना आता हो।
काम- इसमें आपको कंपनियों, संस्थाओं, न्यूज पेपर, मैगजीन, वेबसाइट या किसी व्यक्ति विशेष के लिए फोटोग्रॉफी करनी होगी। इसके अलावा फोटो-वीडियो तैयार करने होंगे।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब के लिए काम करके आप प्रति घंटे 1400 रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। इस जॉब में काम के हिसाब से पैसा मिलता है।
कॉपी एडिटर/राइटर-
स्किल- इस जॉब के लिए कॉपी एडिटिंग और राइटिंग में कुशल होना जरूरी है। इसके अलावा स्टाइल गाइड के साथ काम करना भी आना चाहिए।
काम- इसमें आपको कंटेंट या कॉपी एडिटर के तौर पर ग्रामर एवं स्पेलिंग को ठीक करना और कंटेंट को एडिट करना होगा।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब में आप 1100 रुपए प्रति घंटे तक कमा सकते हैं। इसमें शब्दों और पेज के हिसाब से पारिश्रमिक मिलता है।
टेम्पररी ट्रांसक्रिप्ट प्रोसेसर-
स्किल- इसके लिए कंप्‍यूटर की बेसिक जानकारी होनी चाहिए, ताकि डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम आप कर सकें।
काम- डाटा कलेक्शन करना और इसे सिस्टमैटिक बनाने का काम करना होगा। असाइनमेंट में टाइम, स्पीड और एक्युरेसी का भी खयाल रखना होगा।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब में आप 1000 रुपए प्रति घंटे तक की कमाई कर सकते हैं।
सोशल मीडिया असिस्‍टेंट-
स्किल- इस जॉब में आपको इंटरनेट एवं सोशल मीडिया के चैनल्स जैसे फेसबुक,  ट्विटर, लिंक्डइन, यूट्यूब इत्‍यादि का यूज करना आता हो।
काम- इसमें आपको किसी कंपनी, संस्था, वेबसाइट, न्यूज पेपर के कंटेंट और इन्फॉर्मेशन को इंटरनेट के विभिन्न चैनल्स पर कम्यूनिकेट करना आना चाहिए।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब में आप हर घंटे 1400 रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। इसमे जॉब में काम के हिसाब से पैसा मिलता है।
ऑनलाइन रिसर्चर-
स्किल- इस जॉब में आपको संबंधित बिजनेस का जनरल नॉलेज, रिसर्च स्किल और क्वालिटी कंटेंट तैयार करना आना चाहिए।
काम- इसमें आपको ऑनलाइन रिसर्चर को संबंधित बिजनेस से जुड़े सवालों के हाई क्वालिटी के जवाब और उनको एक्सप्लेन करना आना चाहिए।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब में आप हर घंटे 1400 रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। इस जॉब में प्रोजेक्ट के आधार पर पैसा मिलता है।
ऑनलाइन कम्यूनिकेशन एसोसिएट-
स्किल- इस जॉब के लिए आपको वेब कंटेंट, सोशल मीडिया की नेटवर्किंग और ट्रेंड की समझ होना जरूरी है। इसके लिए ऑनलाइन कम्यूनिकेशन का नॉलेज भी होना चाहिए।
काम- इसमें आपको वेब कंटेंट का अपडेशन और सोशल मीडिया मैनेज करना आना चाहिए। इसके अलावा आपको बेहतर कंटेंट रिपोर्ट तैयार करने की नॉलेज होनी चाहिए।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब में आप हर घंटे 1700 रुपए तक कमा सकते हैं। इस काम में घंटों एवं आपस में तय आधार पर पारिश्रमिक मिलता है।
साइन लैंग्‍वेज इंटरप्रेटर-
स्किल- इस जॉब के लिए आपको साइन लैंग्वेज आना जरूरी।
काम- इसमें आपको किसी मैटर, कंटेंट या न्यूज को साइन लैंग्वेज के जरिए प्रेजेंट करना होगा।
कमाई- इस पार्ट टाइम जॉब में आप हर घंटे 2400 रुपए तक कमा कर सकते हैं। इस काम में संस्थान के तय नियमानुसार पारिश्रमिक मिलता है।

Friday 16 September 2016

बिना कंप्‍यूटर-इंटरनेट घर बैठे हर महीने कमा सकते हैं

इंटरनेट के जरिए इन दिनों घर बैठे कमाई करने के कई तरीके मौजूद हैं। लेकिन, बिना इंटरनेट के घर बैठे अपनी स्किल की बदौलत अच्‍छी–खासी इनकम की जा सकती है। वह तरीका है हैंडराइटिंग जॉब का।
चेन्‍नई, हैदराबाद, मुंबई, दिल्‍ली, बेंगलुरु जैसे शहरों के लोग हैंडरिटिन नोट्स के जरिए अच्छी कमाई कर रहे हैं। बड़ी बात यह है कि इसके लिए कंप्‍यूटर और इंटरनेट की भी जरूरत नहीं है। इस जॉब से आप कुछ घंटे लगाकर हर महीने औसतन 15-20 हजार रुपए तक इनकम कर सकते हैं।
बुक पब्लिकेशन के लिए है काफी डिमांड-
बुक पब्लिकेशन के क्षेत्र में हैंडराइटिंग जॉब की सबसे ज्‍यादा जरूरत है। इन्‍फार्मेशन के लिए आज विकिपीडिया और गूगल सर्च जैसी वेबसाइट्स हैं। लेकिन, आज भी कई स्‍टूडेंट इन्‍फार्मेशन के लिए किताबों पर निर्भर हैं।
हैंडराइटिंग जॉब का मुख्‍य उद्देश्‍य स्‍टूडेंट्स के लिए क्विक शॉर्ट नोट बुक पब्लिशिंग, क्विक क्‍वेश्‍चन-एन्‍शर बुक और क्वि‍क सजेशन बुक के लिए है।
हैंडराइटिंग जॉब से इनकम-
हैंडराइटिंग जॉब से सामान्‍यत: एक रुपए प्रति लाइन की इनकम हो सकती है। क्वि‍क सजेशन बुक और क्‍वेश्चन-एन्‍शर के हर जवाब की एक लाइन के लिए एक रुपया तक मिलता है।
इस तरह, आप हर रोज अपनी हैंडराइटिंग स्किल से 500 रुपए तक की इनकम कर सकते हैं। महीने की इनकम 15 हजार रुपए या इससे ज्‍यादा हो सकती है।
हैंडराइटिंग जॉब पाने के लिए आप न्‍यूजपेपर्स की क्‍लासीफाइड ऐड, ओएलएक्स या क्विकर पर सर्च कर कर सकते हैं। आप क्विकर पर हैंडराइटिंग जॉब की जरूरत के लिए फ्री ऐड पोस्‍ट कर सकते हैं। क्विकर टीम आपको खुद सजेश करेगी।
अधिक इनकम के लिए शुरू कर सकते हैं बिजनेस-
हैंडराइटिंग जॉब से अधिक इनकम के लिए आप खुद एक बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इससे आपको काम करने की फ्रीडम के साथ-साथ ज्‍यादा इनकम भी होगी।
हैंडराइटिंग जॉब बिजनेस के लिए रिक्‍वायरमेंट बुक पब्लिशर कंट्रीब्‍यूटर, डाटा कन्‍वर्जेशन, होम बेस ट्यूटर से सबसे ज्‍यादा मिलती है।
हैंडराइटिंग बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहल आपको होम बेस ट्यूटर से संपर्क करना होगा। इसके लिए आपको पास नई बुक पब्लिश करने का आइडिया होना चाहिए।
इस बिजनेस को शुरू करने के लिए अच्‍छा यह है कि इसकी शुरुआत स्‍मॉल लेवल पर की जाए। पहले साल में आप 3 बुक ही पब्लिश कराने का प्‍लान बनाए। इसमें भी बेहतर यह होगा कि प्रत्‍येक क्‍लॉस की सब्‍जेक्‍ट के अनुसार शॉर्ट क्‍वेश्चन-एन्‍शर बुक पब्लिश कराएं।
इस बिजनेस के लिए आप कुछ लोगों को हायर कर सकते हैं। उनसे तय निर्देशों के अनुसार क्‍वेश्‍चन-एन्‍शर बुक के लिए हैंडराइटिंग करा सकते हैं।
मान लीजिए आपने 10 क्‍वेश्‍चन-एन्‍शर बुक पब्लिकेशन का टारगेट रखा है।
इसमें 5 हजार क्‍वेश्‍वन के लिए एन्‍शर का खर्च 5 हजार रुपए होगा।
होम ट्यूटर फीस 1 हजार रुपए होगी। पब्लिशर रेवेन्‍यू 3 फीसदी (25 हजार) होगा।
10 हजार कॉपी बुक्‍स के पब्लिकेशन का खर्च 1 लाख रुपए होगा।
इस तरह कुल खर्च 1.31 लाख रुपए होगा। 10 हजार कॉपी की बिक्री से 2.25 लाख मिलेंगे।
इस तरह आपको कुल प्रॉफिट 94 हजार रुपए का होगा।

Thursday 15 September 2016

इन बिजनेस के लिए आधेे पैसे देती है सरकार, हर माह होगी कमाई

कई बिजनेस के लिए सरकार देती है सब्सिडी-
अगर आप बिजनेस करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास फंड की कमी है तो चिंता की बात नहीं है। आप ऐसा बिजनेस चुन सकते हैं, जिसमें सरकार आपकी मदद करेगी। इन बिजनेस में न केवल सरकार लागत की 55 फीसदी तक फंडिंग करती है, बल्कि टैक्स छूट का फायदा भी मिलता है। इसके अलावा कुछ बिजनेस ऐसे हैं, जिन पर सरकार बेहद सस्ती दरों पर लोन मुहैया कराती है। लेकिन बिजनेस शुरू करने के लिए आपको बिजनेस की समझ होनी चहिए, उसके बाद ही आप सरकार से मदद मांग सकते हैं।
कोल्ड स्टोर-
भारत में हर साल 58 हजार करोड़ रुपए के फूड का प्रोडक्शन होता है लेकिन इसका 40 फीसदी हर साल खराब होता है। इसे बचाने के लिए सरकार कोल्ड चेन स्टोरेज को बढ़ावा दे रही है। नेशनल हॉर्टीकल्चर मिशन के तहत सरकार कोल्ड स्टोर बनाने की लागत का 55 फीसदी तक की सब्सिडी देती है। सामान्य एरिया में यह 40 फीसदी और हिल एरिया में 55 फीसदी तक होती है।
यह अधिकतम 5 हजार रुपए और 6 हजार रुपए प्रति टन है, जबकि अधिकतम 5 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले कंट्रोल्ड एटमोस्टफेयर वेयरहाउस के लिए सरकार 32 हजार रुपए प्रति टन के हिसाब से सब्सिडी देती है। इसकी ज्यादा जानकारी के लिए आप डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर एंड कॉरपोरेशन से संपर्क कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड स्कीम-
टेक्सटाइल देश के सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले सेक्टर्स में से एक है। अनुमान के मुताबिक इस सेक्टर से 4 करोड़ लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से जुड़े हैं।
सरकार ने इस साल जनवरी में गारमेंट सेक्टर के लिए टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड स्कीम को 30 करोड़ से बढ़ाकर 50 करोड़ रुपए कर दिया है। यह सब्सिडी आधुनिक मशीनरी और टेक्नोलॉजी की खरीदारी के लिए दी जाती है।
इसके अलावा 10 फीसदी अतिरिक्त सब्सिडी भी सरकार देती है। लेकिन इस सब्सिडी को पाने केलिए आपको सरकार की कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा।
सोलर लाइटिंग के लिए सब्सिडी-
2010 में सरकार ने जवाहरलाल नेहरु सोलर मिशन की घोषणा की थी। इस स्कीम के तहत सरकार सॉफ्ट लोन के साथ सब्सिडी भी मुहैया कराती है। सोलर लाइटिंग सिस्टम और स्मॉल कैपेसिटी पीवी सिस्टम के लिए सरकार अप्रूव्ड यूनिट कॉस्ट का 40 फीसदी तक फंडिंग करती है।
वहीं सरकार इसके लिए 90 फीसदी तक कैपिटल सब्सिडी भी देती है। इसके लिए आपकी यूनिट अंडमान निकोबार या नॉर्थ ईस्ट या बॉर्डर एरिया के पास होनी चाहिए। इन शर्तों को पूरा करके आप अपने प्रोजेक्ट की लागत का 90 फीसदी तक सरकार से हासिल कर सकते हैं।
स्टैंडअप इंडिया स्कीम-
स्टैंड अप इंडिया स्कीम सरकार के स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान 2016 का हिस्सा है। स्कीम के तहत बैंक बिजनेस शुरू करने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रुपए तक का लोन उपलब्ध कराते हैं, जो प्रोजेक्ट की लागत का 75 फीसदी तक होता है।
हालांकि इस स्कीम के तहत उधार लेने वाले को प्रोजेक्ट की लागत का कम से कम 10 फीसदी खुद लगाना होता है। स्कीम के तहत लोन बैंक के बेस रेट से 3 फीसदी ज्यादा नहीं हो सकता है।
इस तरह के लोन के लिए आप स्टैंडअप इंडिया के पोर्टल पर सीधे अप्लाई कर सकते हैं।
स्टार्टअप इंडिया प्लान-
देश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 2015-16 के बजट में स्टार्टअप इंडिया प्लान की घोषणा की थी। इसके तहत केंद्र सरकार ने 10 हजार करोड़ का फंड बनाया है।
इसके अलावा राज्य सरकार भी अपने स्तर पर स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कई स्कीम चला रही हैं।
स्टार्टअप बनने के लिए आपके पास यूनिक आइडिया होना चाहिए। 

Wednesday 14 September 2016

बैंक के साथ कैश मशीन और ईको काउंटर खोलकर करे कमाई

अभी तक आपने बैंकों के साथ एटीएम लगाने के मौके के बारे में सुना होगा। आपको बैंकों के साथ नए तरह के बिजनेस करने के बारे में बता रहे हैं। इसमें आप बैंकों को कैश डिपॉजिट मशीन, पॉस बुक प्रिंटिग मशीन और ईको काउंटर खोलने के लिए स्पेस दे सकते हैं। नए तरह की डिमांड की वजह से बैंक आपको इसके लिए अच्छा किराया भी देते हैं। जिसके जरिए आसानी से हर महीने 30 हजार से 50 हजार रुपए तक कमाई कर सकते हैं।
सभी प्रमुख बैंक लगा रहे हैं कैश डिपॉजिट मशीन-
देश के सभी प्रमुक बैंक कैश डिपॉजिट मशीन लगाने पर फोकस कर रहे हैं। इसमें एसबीआई, पीएनबी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया आदि शामिल हैं। बैंक ऐसे स्पेस को ढूढ़ रहे हैं, जहां पर कस्टमर पैसे निकालने के साथ-साथ कैश डिपॉजिट, और पास बुक प्रिंटिंग की भी सुविधा ले सके।
आपके पास है दो तरह के मौके-
बैंक कैश डिपॉजिट मशीन के लिए दो तरह के ऑप्शन देख रहे हैं। पहला तो यह है कि आपके पास ऐसा स्पेस हो जहां पर यूजर्स को तीन तरह की सर्विस मिल सके।
कैश निकालनेकैश डिपॉजिट करनेपॉसबुक प्रिंटिंग-
दसरे ऑप्शन में आप केवल कैश डिपॉजिट मशीन भी लगवा सकते हैं। जिसके जरिए आप आसानी से 25-30 हजार महीने कमा सकते हैं। केवल कैश डिपॉजिट मशीन लगवाने में बैंक ऐसे लोकेशन को ज्यादा तरजीह देते हैं, जहां से बैंक की ब्रांच नजदीक हो।
कैसे बैंक से करे संपर्क-
कैश डिपॉजिट मशीन लगवाने को लेकर पब्लिक सेक्टर से लेकर प्राइवेट बैंकों का एग्रेसिव प्लान है। ऐसे में आप बैंकों से सीधे अप्रोच कर सकते हैं। इसमें आप बैंक के ब्रांच मैनेजर से संपर्क कर सकते हैं, जिस ब्रांच की लोकेशन के आसपास आपका स्पेस हैं।
कई प्रमुख बैंक समय-समय पर स्पेस के लिए विज्ञापन भी टेंडर के रुप में देते हैं।
बैंक से संपर्क होने के बाद आपके स्पेस का बैंक द्वारा सर्वे किया जाता है। जहां पर बैंक अधिकारी ये देखते हैं, कि उस एरिया में कितनी फुटवॉल होगी, उसके आधार पर लोकेशन पर फैसला लेते हैं।
खोल सकेंगे मिनी बैंक-
छोटे शहरों और लोन इनकम ग्रुप के ज्यादा फुटवॉल वाले एरिया में बैंक कई सारी सर्विसेज आउटसोर्स कर रहे हैं। ऐसे में आपके लिए मिनी बैंक खोलने का मौका है। जहां पर आपके जरिए बैंक कैश डिपॉडिट, कैश विद्ड्रॉल, चेक रिसीव करने से लेकर किसान क्रेडिट कार्ड , एटीएम-डेबिट कार्ड से रिलेटेड सर्विस दी जाती है।
दो तरह से होगी कमाई-
मिनी बैंक खोल कर आप दो तरह से कमाई कर सकते हैं। एक तो यह है कि जिस बैंक से आप जुड़ेंगे उस बैंक से आपको एक फिक्स सैलरी मिलेगी। इसके बाद आपके जरिए जो भी बैंकिंग सर्विसेज कस्टमर को दी जाएगी, उस पर भी आपको कमीशन मिलेगा। ऐसे में आप आसानी से हर महीने 40-50 हजार रुपए कमा सकते हैं।
100 वर्ग फुट का हो स्पेस-
ईको काउंटर खोलने के लिए आपके पास कम से कम 100 वर्गफुट का स्पेस होना चाहिए। इसके अलावा 50-60 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट इन चीजों के लिए करना होगा।
डेस्कटॉप या लैपटॉपइंटरनेट कनेक्टिविटी स्कैनरप्रिंटर।
ईको काउंटर खोलने के लिए बैंक से मिलता है 1.25 लाख तक लोन-
ईको काउंटर या कस्टमर सर्विस प्वाइंट  खोलने के लिए बैंक आपको लोन भी देंगे। इसके तहत कुल 1.25 लाख रुपए का लोन मिलेगा। जिसमें ये लोन शामिल होंगे।




Tuesday 13 September 2016

बिजनेस से होगी अच्छी कमाई

ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों में आंत्रप्रेन्‍योरशिप की भावना पैदा करने के लिए मुद्रा योजना के तहत लोगों को बड़े पैमाने पर लोन दे रही है। इसके चलते बिजनेस करने के बहुत से मौके पैदा हो रहे हैं। मुद्रा योजना में कुछ पैसा आपको लगाना होगा बाकी का पैसा सरकार मुहैया कराएगी। हम आपको कुछ ऐसे ही बिजनेस के बारे में बता रहे हैं, जिसके तहत 15 से 80 हजार रुपए लगाकर आप ठीकठाक बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसमें आपको 15 से 40 हजार रुपए के बीच कमाई हो सकती है।
80 हजार रुपए में शुरू करें यह बिजनेस-
इन दिनों रेडीमेड गारमेंट के बिजनेस में बहुत स्‍कोप है और अगर आपके पास केवल 80 हजार रुपए हैं तो आप बाकी पैसा मुद्रा स्‍कीम के तहत लोन लेकर अपना यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
मुद्रा स्‍कीम  के तहत आपको 1 लाख 10 हजार रुपए टर्म लोन और 2 लाख 25 हजार रुपए वर्किंग कैपिटल लोन के तौर पर मिल सकता है।
इस पैसे से आप छह मशीनें, छह मोटर और एक ओवरलॉक मशीन ले सकते हैं।
इसके अलावा वर्किंग टेबल, कटिंग टेबल, फाइबर स्‍टूल, स्‍टील अलमारी, स्‍टील रेक, आयरन बॉक्‍स पर लगभग 50 हजार रुपए खर्च होंगे।
बिजनेस पूरी तरह शुरू होने के बाद आपको सालाना लगभग 5 लाख 30 हजार रुपए का प्रॉफिट होगा। यानी कि लगभग 44 हजार रुपए महीना कमाई हो सकती है।
85 हजार रुपए में शुरू हो सकता है यह बिजनेस-
आप मात्र 85 हजार रुपए में बेकरी का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
आप मु्द्रा स्‍कीम के तहत लगभग 2 लाख 95 हजार रुपए का टर्म लोन और एक लाख 50 हजार रुपए का वर्किंग कैपिटल लोन ले सकते हैं।
इस पैसे से किसी शहर में बेकरी प्रोडक्‍ट्स बनाने का काम शुरू कर सकते हैं।
इस बिजनेस में आप अपना सारा खर्च निकाल कर लगभग 4 लाख रुपए सालाना बचा सकते हैं।
यानी कि लगभग 34 हजार रुपए महीना कमा सकते हैं।

25 हजार रुपए में शुरू करें यह बिजनेस-
अगर आपके पास 25 हजार रुपए हैं तो आप जनरल इंजीनियरिंग वर्कशॉप के साथ ही वेल्डिंग, मेटल वर्क का काम शुरू कर सकते हैं।
मुद्रा स्‍कीम के तहत आपको टर्म लोन के तौर पर 62 हजार रुपए और वर्किंग कैपिटल लोन के तौर पर लगभग 90 हजार रुपए का लोन मिल जाएगा।
इतना ही नहीं, डिस्ट्रिक्‍ट इंडस्‍ट्री सेंटर से 25 हजार रुपए मार्जिन मनी ग्रांट मिलेगी। इस तरह दो लाख रुपए से आप काम शुरू कर सकते हैं।
प्रोजेक्‍ट प्रोफाइल के मुता‍बिक इस काम में सालाना 2 लाख 3 हजार रुपए का प्रॉफिट होगा, यानी कि लगभग 17 हजार रुपए की कमाई कर सकते हैं।
60 हजार रुपए में शुरू करें यह बिजनेस-
अगर आप महिला हैं तो आपके लिए मात्र 60 हजार रुपए में बिजनेस शुरू करने का आसान मौका है। हालांकि अब पुरुष भी इस बिजनेस में तेजी से उतर रहे हैं।
यह बिजनेस शुरू करने के लिए मुद्रा स्‍कीम से 1 लाख 85 हजार रुपए टर्म लोन और 54 हजार रुपए वर्किंग कैपिटल लोन मिल जाएगा।
इस तरह आप 3 लाख रुपए में आप पार्लर शुरू कर सकते हैं। मुद्रा स्‍कीम केे प्रोजेक्‍ट प्रोफाइल बताते हैं कि आप यदि खुद पॉर्लर का काम करें तो सालाना 3 लाख 30 हजार रुपए कमा सकते हैं।
15 हजार रुपए में शुरू हो जाएगा यह बिजनेस-
अगर आपके पास सिर्फ 15 हजार रुपए हैं तो आप सेनेटरी नैपकिन बनाने की यूनिट शुरू कर सकते हैं।
इस प्रोजेक्‍ट पर आपका लगभग 1 लाख 50 हजार रुपए का इंवेस्‍टमेंट होगा और 1 लाख 35 हजार रुपए आपको मुद्रा स्‍कीम के तहत लोन मिल जाएगा।
मुद्रा स्‍कीम के तहत आप फिक्‍सड कैपिटल लोन के रूप में 73 हजार रुपए और वर्किंग कैपिटल लोन के तौर पर 57 हजार रुपए के लोन के लिए अप्‍लाई कर सकते हैं।
मुद्रा स्‍कीम की प्रोजेक्‍ट प्रोफाइल रिपोर्ट के मुताबिक यदि आप एक दिन में 1440 सेनेटरी नैपकिन तैयार करते हैं और एक पैकेट में 8 नैपकिन रखते हैं तो आप एक साल में 54000 पैकेट तैयार कर लेंगे।
अगर आप एक पैकेट की कीमत 13 रुपए रखते हैं तो आप साल भर में 7 लाख 2 हजार रुपए की सेल्‍स कर लेंगे।
इतनी सेल्‍स में सभी खर्चे निकालने के बाद आप कम से कम 1 लाख 80 हजार रुपए बचा सकते हैं।

Monday 12 September 2016

आपके पास है जमीन, तो हर महीने कमाई का है मौका

अगर आपके पास थोड़ी सी भी जमीन है, तो आपके लिए हर महीने अच्छी कमाई का मौका है। देश के प्रमुख प्राइवेट बैंक, फाइनेंस कंपनियां अपना एक्सपेंशन कर रही है। ऐसे में आपके लिए बैंकों की ब्रांच और एटीएम खोलने के लिए किराए पर जमीन देने का मौका है। इसी तरह शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने का भी मौका है।
ब्रांच के लिए दीजिए लीज पर जमीन-
देश के सभी प्रमुख प्राइवेट बैंक छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में अपना तेजी से एक्सपेंशन कर रहे हैं। इसके अलावा फाइनेंस कंपनियां भी एक्पेंशन भी कर रही है। अगर आपके पास जमीन है, तो आप देश के प्रमुख बैंकों और फाइनेंस कंपनियों को ब्रांच खोलने के लिए जमीन लीज पर दे सकते हैं। बैंक और कंपनियां ब्रांच के लिए आसानी से 50 हजार रुपए से एक लाख रुपए तक किराया प्रति माह देते हैं।
प्रमुख बैंक-
एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, बंधन, कोटक महिंद्रा, आईडीएफसी, एक्सिस, आईडीबीआई, इंडसइंड बैंक एक्सपेंशन कर रहे हैं।
फाइनेंस कंपनी-
मुत्थुट फाइनेंस, मुत्थुट फिन कॉर्प, श्रीराम ट्रांसपोर्ट, श्रेई इंफ्रा, मैग्मा फिन कार्प जैसी कंपनियां अपना तेजी से एक्सपेंशन कर रही हैं।
कॉमन सर्विस सेंटर से होगी 25-30 हजार रुपए की कमाई-
आप किसी छोटे कस्‍बे या गांव में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपके पास अच्छा मौका है। सरकार ने कॉमन सर्विस सेंटर पर प्रोडक्ट सेल करने के ऑप्शन बढ़ा दिए है। हाल ही में इरडा ने सेंटर को इन्श्योरेंस प्रोडक्ट बेचने की अनुमति दे दी है। सीएससी आप मात्र 2 से 2.5 लाख रुपए का इन्वेस्‍टमेंट करके 15 से 30 हजार रुपए तक की कमाई कर सकते हैं।
कॉमन सर्विस सेंटर-
नेशनल ई-गवर्नेंस प्‍लान के तहत सरकार सभी सरकारी सर्विस सस्‍ती दर पर लोगों तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए डिपार्टमेंट ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड टेक्‍नोलॉजी द्वारा देश भर में कॉमन सर्विस सेंटर खोले जाने हैं। एक सीएससी में सरकारी, प्राइवेट और सोशल सेक्‍टर जैसे टेलीकॉम, एग्रीकल्‍चर, हेल्‍थ, एजुकेशन, एंटरटेनमेंट, एफएमसीजी प्रोडक्‍ट, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस, सभी तरह के प्रमाणपत्र, आवेदन पत्र और यूटिलिटी बिल की पेमेंट की जा सकती है। सरकार की योजना है कि आने वाले दिनों में एक सीएससी में 300 से अधिक सविर्सेज मिलें।
कस्टमर सर्विस प्वाइंट-
कस्टमर सर्विस प्वाइंट खोलने के लिए आपके पास शहर, छोटे कस्बों और गांवों सभी जगह मौका है। शहर में यह वार्ड के आधार पर खोले जाते हैं। जबकि गांवों में बैंक अपने एरिया के आधार पर बैंक मित्र और कस्टमर सर्विस प्वाइंट सेलेक्ट करते हैं। ऐसे में आपके पास जमीन है, तो खुद कस्टमर सर्विस प्वाइंट खोल सकते हैं, साथ ही उसके लिए एरिया किराए पर दे सकते हैं।
कस्टमर सर्विस प्वाइंट-
कस्टमर सर्विस प्वाइंट पर बैंक के लिए अकाउंट खोलने से लेकर दूसरी बैंकिंग सर्विसेज दी जाती है। इसके अलावा ये अतिरिक्त सर्विसेज दी जा सकेगी।
डीटीएच रिचार्जमोबाइल रिचार्जडाटा कार्ड रिचार्जपोस्ट पेड और लैंड लाइन फोन बिल पेमेंटइलेक्ट्रिसिटी बिल पेमेंटटिकट बुकिंगपैन कार्ड सर्विससभी तरह के इन्श्योरेंस के प्रीमियम का कलेक्शन हैं।
कंपनियों की लीजिए फ्रेंचाइजी-
देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियां इस बार अच्छे मानसून को देखते हुए बिजनेस एक्पेशन तेजी से करने की तैयारी में हैं। इसके तहत कार कंपनियों से लेकर टू व्हीलर कंपनियां, कमर्शियल व्हीकल कंपनियां नई डीलरशिप बना रही है। आप कंपनियों से संपर्क कर डीलरशिप के लिए अप्लाई कर सकती है। सभी कंपनियों की वेबसाइट में डीलरशिप के लिए ऑप्शन होते हैं।
होंडा टू व्हीलर दे रही है मौका-
जापान की टू व्हीलर कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड आपको बिजनेस करने का मौका दे रही है। कंपनी इस साल देश भर में करीब 500 डीलर्स बनाएगी। ऐसे में आपके पास कंपनी का डीलर बनने का मौका है। डीलर बन कर आप आसानी से लाखों की कमाई कर सकते हैं।

Sunday 11 September 2016

एटीएम लगाने का है मौका, होगी हर महीने एक लाख तक कमाई

एटीएम लगाना हुआ और आसान-
अब आपके लिए एटीएम लगवाकर कमाई करना आसान हो गया है। एटीएम लगवाने के लिए अब आपको न तो अलग से स्‍पेस का अरेंजमेंट करना होगा और ना ही उस स्‍पेस में एसी, डेकोरेशन, सिक्‍योरिटी फीचर एड करने होंगे। अगर किसी व्‍यस्‍त इलाके में आपकी दुकान या ऑफिस है तो उसी में आप बैंक एटीएम लगवा कर कमाई कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन सी हैं ये कंपनियां और कैसे आप इनसे कमाई कर सकते हैं।
टाटा इंडिकैश की लें फ्रेंचाइजी-
टाटा इंडिकैश व्‍हाइट लेवल एटीएम सर्विस देने वाली कंपनी है, जहां सभी बैंकों के एटीएम कार्ड यूज किए जा सकते हैं।
टाटा इंडिकैश द्वारा शहरों और कस्‍बों में एटीएम लगाने की फ्रेंचाइजी दी जाती है।
आप अपनी दुकान में भी एटीएम लगवा सकते हैं।
कंपनी आपकी दुकान में एटीएम के साथ साथ ब्रॉडबैंक कनेक्‍शन भी लगा कर देगी।
कंपनी की ओर से रोजाना मशीन में कैश अपलोड किया जाएगा।
ऐसे करें कमाई-
एटीएम लगाने पर टाटा इंडिकैश द्वारा आपको रेंट नहीं दिया जाता।
कंपनी एटीएम में होने वाली हर ट्रान्जे्क्शन  का कमीशन देती है।
जितना अधिक ट्रान्जे्क्शन  होगा, उतना अधिक कमाई होगी।
आपको हर महीने कंपनी को मेंटीनेंस, कैश लोडिंग और होल्‍डिंग चार्ज के तौर पर मंथली फीस देनी होगी।
आईसीआईसीआई बैंक भी देता है मौका-
आईसीआईसीआई बैंक का एटीएम भी आप अपनी दुकान या ऑफिस में लगा सकते हैं।
जरूरी है कि इस एटीएम पर अधिक से अधिक ट्रान्जे्क्शन हों।
आपकी दुकान या ऑफिस रेलवे स्‍टेशन, बिजी मार्केट, बस अड्डे के आसपास होनी चाहिए।
एटीएम लगवाने के लिए आपको सिक्‍योरिटी डिपोजिट करानी पड़ेगी।
एटीएम की सिक्‍योरिटी का पूरा इंतजाम करना पड़ेगा।
यह कंपनी भी दे रही है मौका-
दुकान में लगवाएं इंडिया वन एटीएम
टाटा इंडिकैश की तरह इंडिया वन एटीएम भी व्‍हाइट लेवल एटीएम कंपनी है।
इस एटीएम पर भी सभी बैंकों के कार्ड यूज किए जा सकते हैं।
आप अपनी दुकान या ऑफिस एरिया में इंडिया वन एटीएम लगवा सकते हैं।
एटीएम के लिए इंडिया वन एटीएम की वेबसाइट पर ऑनलाइन एप्‍लाई कर सकते हैं।
एटीएम का सेटअप और कैश लोडिंग कंपनी की ओर से की जाएगी।
सिक्‍योरिटी का इंतजाम आपको करना होगा।
यहां लगवा सकते हैं ओपन एटीएम-
अगर आपकी कोई कॉमर्शियल बिल्डिंग है तो आप ओपन स्‍पेस में भी एटीएम लगवा सकते हैं
मॉल, मेट्रो स्‍टेशन, रेलवे स्‍टेशनों पर आप स्‍पेस हायर कर एटीएम लगवा सकते हैं।
इनकी सिक्‍योरिटी की जिम्‍मेवारी आपकी होगी।
ऐसे ओपन स्‍पेस में एटीएम लगवाने के लिए बैंकों से बातचीत कर सकते हैं।
महीने में हो सकती है कमाई-
अपनी शॉप या ऑफिस में एटीएम लगवा कर आप इस तरह से कर सकते हैं कमाई
रोजाना 50 ट्रान्जे्क्शन होने पर मंथली इनकम 19 हजार 500 रुपए हो सकती है।
रोजाना 100 ट्रान्जे्क्शन होने पर मंथली इनकम 39 हजार रुपए हो सकती है।
रोजाना 200 ट्रान्जे्क्शन होने पर मंथली इनकम 78 हजार रुपए हो सकती है।
रोजाना 300 ट्रान्‍जेक्‍शन होने पर 1 लाख 17 हजार रुपए मंथली इनकम कर सकते हैं।

Saturday 10 September 2016

तुलसी लगाकर कमा सकते हैं लाखों

कम समय और पैसों में ज्‍यादा कमाई का सपना हर किसी का होता है। लेकिन, काम अगर स्‍टेबल न हो तो आपका इन्वेस्टमेंट बेकार भी जा सकता है। ऐसे में जरूरी यह है कि ऐसे बिजनेस की ओर ध्‍यान दिया जाए, जिसमें खर्च तो कम हो ही, लंबे समय तक कमाई भी सुनिश्चित हो सके। इसके लिए मेडिसिनल प्लांट की खेती भी आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकती है। मेडिसिनल प्‍लांट की खेती के लिए न तो लंबे-चौड़े फार्म की जरूरत है और न ही इन्‍वेस्‍टमेंट की। यह भी जरूरी नहीं कि आपके पास अपने खेत हों, इसके लिए आप कांट्रैक्‍ट पर भी कर सकते हैं। इन दिनों कई कंपनियां कांट्रैक्‍ट पर औषधियों की खेती करा रहीं हैं। आपको बताते हैं कि इस बिजनेस से आप भी किस तरह लाखों की कमाई कर सकते हैं।
ज्‍यादातर हर्बल प्‍लांट जैसे तुलसी, आर्टीमीसिया एन्‍नुआ, मुलैठी, एलोवेरा आदि बहुत कम समय में तैयार हो जाते हैं।
इनमें से कुछ पौधों की खेती अगर आपके पास खेत न भी हो तो छोटे-छोटे गमलों में भी कर सकते हैं।
इनकी खेती शुरू करने के लिए आपको कुछ हजार रुपए ही खर्च करने की जरूरत है, लेकिन कमाई लाखों में होती है।
इन दिनों कई ऐसी दवा कंपनियां देश में है जो फसल खरीदने तक का कांट्रेक्‍ट करती हैं, जिससे कमाई सुनिश्चित हो जाती है।
आमतौर पर तुलसी को धार्मिक मामलों से जोड़कर देखा जाता है लेकिन, मेडिसिनल गुण वाली तुलसी की खेती से कमाई की जा सकती है।
तुलसी के कई प्रकार होते हैं, जिनसे यूजीनोल और मिथाईल सिनामेट होता है। इनका इस्‍तेमाल कैंसर जैसे रोगों की दवाएं बनाई जाती हैं।
1 हेक्‍टेयर पर तुलसी उगाने में केवल 15 हजार रुपए खर्च होते हैं लेकिन, 3 महीने बाद ही यह फसल लगभग 3 लाख रुपए तक बिक जाती है।
तुलसी की खेती भी पतंजलि, डाबर, वैद्ययनाथ आदि आयुर्वेद दवाएं बनाने वाली कंपनियां कांट्रेक्‍ट फार्मिंग करा रही हैं। जो फसल को अपने माध्‍यम से ही खरीदती हैं।
भारत में हर साल मलेरिया से हजारों मौतें हो जाती हैं, इसलिए मलेरिया की दवा की खपत भी अधिक होती है।
मलेरिया के इलाज के लिए आर्टीमीसिनिन नाम का केमिकल होता है जो आर्टीमीशिया एन्‍नुआ नाम के पौधे से निकलता है।
इस पौधे की खेती को आप छोटी सी क्‍यारी से लेकर बड़े-बड़े फार्म तक में कर सकते हैं, जो लगभग 3 माह में तैयार हो जाता है।
आर्टीमीशिया की पत्तियों का भूसा 26 हजार रुपए प्रति किलोग्राम तक होता है।
एलोवेरा पहले सिर्फ आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में काम आता था लेकिन अब कई मल्टिनेशनल कंपनियां भी एलोवेरा के गुण को जान चुकी हैं।
एलोवेरा की खेती को घर की छतों पर गमलों में भी किया जा सकता है। इसकी फसल भी 4 से 6 महीने में तैयार हो जाती है।
मेडिसिनल प्‍लांट की खेती के लिए  जरूरी है कि आपके पास अच्‍छी ट्रेनिंग हो जिससे कि आप भविष्‍य में धोखा न खाएं।
लखनऊ स्थित सेंट्रल इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्‍लांट (सीमैप) इन पौधों की खेती के लिए ट्रेनिंग देता है।
सीमैप के माध्‍यम से ही दवा कंपनियां आपसे कांट्रेक्‍ट साइन भी करती हैं, इससे आपको इधर उधर नहीं जाना होता है। 

Friday 9 September 2016

स्नैपडील, फ्लिपकार्ट के साथ कमाई करे

ई-काॅमर्स-
अगर आप घर बैठे बिजनेस करना चाहते हैं तो फ्लिपकार्ट, अमेजन, स्नैपडील जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ जुड़ सकते हैं। इन कंपनियों के साथ जुड़ने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना है। इन कंपनियों से जो लोग जुड़े हैं, उनकी कमाई लाखों में हैं। जबकि, बड़े सेलर्स की बिक्री करोड़ में है। इन वेबसाइट्स पर आपको प्रोडक्ट जितना सेल होगा, आपको उसी रेश्‍यो में प्रॉफिट होगा।
किसी भी ई-कॉमर्स साइट से जुड़ने के लिए आपको सेलर अकाउंट खोलना पड़ेगा। सेलर अकाउंट के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि हर ई-कॉमर्स साइट की वेबसाइट पर ही अकाउंट खोलने का विकल्प मौजूद रहता है। इसमें आपको अपनी पूरी डिटेल डालनी होगी। लेकिन सेलर बनने से पहले एक बात याद रखें कोई भी प्रोडक्ट बेचने से पहले आपके पास टिन नंबर और पैन कार्ड नंबर होना चाहिए। इसके बिना आपका रजिस्ट्रेशन नहीं होगा।
ई-कॉमर्स साइट पर आप घरेलू जरूरतों से जुड़े अधिकतर सामान बेच सकते हैं। इसमें कपड़े, ज्वैलरी, मोबाइल, खिलौने, जूते, ऑटो एक्सेसरीज, कॉस्मेटिक आदि शामिल हैं। ई-कॉमर्स साइट पर अपने प्रोडक्ट बेचने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यहां आपका सामान 24 घंटे ग्राहकों के सामने मौजूदा रहता है। जिसकी शॉपिंग किसी भी समय की जा सकती है।
अपनी साइट पर आपका  प्रोडक्ट बेचने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियां कुछ कमीशन लेती हैं। ये कमीशन प्रोडक्ट की कीमत के हिसाब से तय होता है। यह कमीशन 5 से 40 फीसदी तक हो सकता है। यानि आपका प्रोडक्ट की जितनी कीमत का होगा उसमें से कमीशन काट कर आपको दिया जाएगा। इसके अलावा प्रोडक्ट ग्राहक तक पहुंचाने के लिए शिपिंग चार्ज भी सेलर को देना होता है जो प्रोडक्ट के वजन के मुताबिक तय होता है।
अगर आप पहले से कोई प्रोडक्ट नहीं बेचते हैं और नया बिजनेस शुरु करना चाहते हैं तो पहले आपको मार्केट में थोड़ी रिसर्च करनी होगी। यह पता लगाना होगा कि मार्केट में किस चीज की डिमांड सबसे ज्यादा है। अगर आपको प्रोडक्ट के बारे में पता चल जाता है तो आपको उस प्रोडक्ट के मैन्युफैक्चरर या होलसेल मंडी को ढूंढना होगा। इस तरह आप मैन्युफैक्चरर को सीधे कंज्यूमर से जोड़ सकते हैं।
अगर आप पहले से कोई प्रोडक्ट नहीं बेचते हैं और नया बिजनेस शुरु करना चाहते हैं तो पहले आपको मार्केट में थोड़ी रिसर्च करनी होगी। यह पता लगाना होगा कि मार्केट में किस चीज की डिमांड सबसे ज्यादा है। अगर आपको प्रोडक्ट के बारे में पता चल जाता है तो आपको उस प्रोडक्ट के मैन्युफैक्चरर या होलसेल मंडी को ढूंढना होगा। इस तरह आप मैन्युफैक्चरर को सीधे कंज्यूमर से जोड़ सकते हैं।

Thursday 8 September 2016

ऑनलाइन बिजनेस में भी कमा सकते हैं पैसा


बाजार के अध्ययन बता रहे हैं कि यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों की तरह भारत में भी आॅनलाइन व्यापार फलने-फूलने लगा है। ऐसे में करियर विकल्प के रूप में ऑनलाइन एंटरप्रिन्योरशिप को अपनाना फायदे का सौदा बन सकता है।
हाल में ऑनलाइन रिटेल इंडस्ट्री ने बिक्री के रिकॉर्ड कायम किए हैं। फ्लिपकार्ट, अमेजन स्नैपडील समेत कॉमर्स इंडस्ट्री के दिग्गजों ने बाजार को कम्प्यूटर स्क्रीन पर पहुंचा कर ऑनलाइन बिजनेस को नई ऊंचाइयां दी हैं। अमेजन और ईबे से ज्यादा सामान बेचने वाली चीनी कंपनी अलीबाबा ने भी पिछले महीनों में विश्व भर में अपनी साख कायम की है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि ऑनलाइन बिजनेस पोर्टल तेजी से दुनिया भर में अपनी जगह बना रहे हैं और अब भारत भी इसमें पीछे नहीं है। एसोचैम के मुताबिक इस साल आॅनलाइन सेल का आंकड़ा दस हजार करोड़ तक पहुंच सकता है, जो पिछले साल की तुलना में 350 प्रतिशत अधिक है। इस तरह की वृद्धि दर इस बात के संकेत दे रही है कि यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों की तरह भारत में भी आॅनलाइन व्यापार फलने-फूलने वाला है।
ऐसे कर सकते हैं शुरुआत-
ऑनलाइन एंटरप्रिन्योरशिप की शुरुआत के लिए सबसे पहले आपको यह निर्धारित करना होगा कि आप किस तरह के उत्पाद या सेवाओं को आॅनलाइन बेचना चाहते हैं। किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए नियमों और करों के भुगतान के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। आॅनलाइन व्यवसाय के लिए भी इन नियमों की पूर्ति करनी पड़ती है। राज्य और केन्द्र के नियमों के अनुरूप बेचे जाने वाले उत्पाद के लिए लाइसेंस और स्वीकृति आवश्यक है इसलिए बिजनेस शुरू करने से पहले आपको उसे पेपर पर उतारना होगा। साथ ही अपने नाम और ट्रेडमार्क को दुरुपयोग से बचाने के लिए उसे अपने लिए अधिकृत भी करवाना होगा।
डोमेन नेम का रजिस्ट्रेशन-
इसके तहत अपनी वेबसाइट के लिए आपको एक वेब एड्रेस चुनना होता है। डोमेन नेम दरअसल व्यवसाय की आॅनलाइन पहचान है। इसे चुनते वक्त आपको अपने व्यवसाय और बेचे जाने वाले उत्पाद को ध्यान में रखकर नाम निर्धारित करना होता है। आप स्वयं भी डोमेन नेम रजिस्टर्ड करवा सकते हैं। ढेरों वेबसाइट्स आपके लिए यह काम बहुत कम कीमत में करती हैं।
वेब होस्टिंग सर्विस-
जो भी बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं उसके लिए आपको काफी मात्रा में डेटा स्टोर करना पड़ेगा। साथ ही अपनी वेबसाइट पर आने वाले ट्रैफिक को भी स्मूथ बनाना होगा। इन सबके लिए आपको वेब सर्वर की जरूरत होगी। शुरू में ही सर्वर स्थापित करना बेहद खर्चीला काम है और इसके लिए आपको फुलटाइम तकनीशियन और वेब डेवलपर्स की आवश्यकता होगी। ऐसे में सर्वर खुद होस्ट करने की बजाय वेब होस्टिंग सर्विस की सेवाएं लेना ज्यादा ठीक होगा। ढेरों आॅनलाइन वेब होस्टिंग सर्विसेज बेहतरीन आॅफर्स के साथ ये सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं। ऐसी होस्टिंग सेवा को चुनना बेहतर होगा जो आपकी जरूरत के मुताबिक स्पेस और सुविधाएं प्रदान कर रही हों। वेबसाइट को डिजाइन
यह काम किसी बिजनेस प्लेस के इंटीरियर जितना ही महत्वपूर्ण है इसलिए इसे अनुभवी वेब डिजाइनर से करवाएं।
ई काॅमर्स साॅफ्टवेयर-
किसी भी आॅनलाइन स्टोर की सबसे बड़ी चुनौती है अपनी विश्वसनीयता को बनाए रखना। अपने ग्राहकों को यह भरोसा दिलाना कि शॉपिंग के दौरान इस्तेमाल की जाने वाले उनकी क्रेडिट कार्ड डिटेल्स आपकी फर्म के साथ सुरक्षित हैं। इस काम को काॅमर्स साॅफ्टवेयर और थर्ड पार्टी एश्योरेंस ने सहज बनाया है। जेपो, कार्ट राॅकेट, फ्रीकार्ट जैसी ढेरों काॅमर्स साॅफ्टवेयर सेवाएं इंटरनेट पर सहज ही उपलब्ध हैं जो सिक्योरिटी से लेकर आपकी साइट की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए हर संभव काम करती हैं।
ऐसे तैयार करें ऑनलाइन स्टोर-
आॅनलाइन स्टोर के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बिजनेस की आधारभूत जरूरतों और संसाधनों की व्यवस्था के बाद ऑनलाइन बिक्री के लिए एक 24x 7 कस्टमर केयर की जरूरत होगी, जो आपके ग्राहकों से आॅर्डर लेने और असिस्टेंस देने के लिए हमेशा तैयार रहे। ढेरों डाॅमेस्टिक काॅल सेंटर्स इस काम को बखूबी कर रहे हैं। वेबसाइट के लुक, नैविगेशन, लोडिंग टाइम जैसे तकनीकी फीचर्स पर ध्यान देना जरूरी है। उत्पादों को बेहतरीन शब्दों में ढालकर प्रस्तुत करने के लिए एक अच्छे काॅपीराइटर और वेब बैनर एड बनाने के लिए क्रिएटिव डिजाइनर्स की मदद लेनी होगी। एक अच्छा फोटोग्राफर भी आॅनलाइन स्टोर की सफलता के लिए जरूरी है जो उत्पादों के आकर्षक फोटोज वेबसाइट के लिए उपलब्ध करवा सके।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
इस व्यवसाय की मुख्य चुनौती है कि यह तकनीकी पर काफी निर्भर है। ऐसे में इकोफ्रेंडली कंज्यूमर विहेवीयर की समझ भी जरूरी है।


Wednesday 7 September 2016

इन ऐप से करें कमाई

देश में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। स्‍मार्ट कस्‍टमर्स शॉपिंग के लि‍ए कूपन और डि‍स्‍काउंट पर हमेशा नजर रखते हैं, ताकि‍ ज्‍यादा से ज्‍यादा बचत की जा सके। मोबाइल एप्‍स और वेबसाइट पर कैशबैक का फंड काफी पॉपुलर हो गया है। यहां कुछ ऐसी वेबसाइट्स और मोबाइल ऐप्‍स हैं जहां आपको आसानी से कैशबैक और कूपन कोड का ऑफर दे रही हैं।
लाफालाफा-
कैशबैक देने के मामले में लाफालाफा मोबाइल ऐप काफी पॉपुलर हो गया है।
लाफालाफा ऐप पर प्रत्‍येक ऑनलाइन शॉपिंग और रीचार्ज पर नि‍श्‍चि‍त रूप से कैशबैक दि‍या जाता है।
इस ऐप पर वि‍भि‍न्‍न ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर मौजूद प्रोडक्‍ट्स की कीमतों की तुलना और प्रोडक्‍ट को सर्च करने की सुवि‍धा मि‍लती है। ऐसे में आप कि‍सी प्रोडक्‍ट की सबसे कम कीमत का पता लगा सकते हैं।
इस ऐप में इन-बि‍ल्‍ड ह्युमन एसि‍स्‍टेंस है जो अपने आप सर्च कि‍ए गए प्रोडक्‍ट की बेस्‍ट डील के बारे में बताता है। ऐसे में आपके समय की बचत होने के साथ कैशबैक भी मि‍लता है।
लाफालाफा का ऐप इंस्‍टॉल करने पर आपको फ्री 5 रुपए दि‍ए जाते हैं।
आपके जरि‍ए कमाया गया लाफालाफा कैशबैक अपने बैंक अकाउंट में भी रीडीम कर सकते हैं।
गोपैसा डाॅट काॅम-
वि‍भि‍न्‍न शॉपिंग वेबसाइट पर कैशबैक, डि‍स्‍काउंट कूपन और डील्‍स हासि‍ल करने के लि‍ए गोपैसा डाॅट काॅम भी अच्‍छा ऑप्‍शन है। इस पर फ्लि‍पकार्ट, स्‍नैपडील, जबॉन्‍ग, ईबे, मेकआईट्रि‍प, फूडपांडा आदि‍ के लि‍ए कैशबैक ऑफर्स मि‍ल सकते हैं। यह भी फ्री एंड्रॉयड मोबाइल ऐप और वेबसाइट है।
10 से 15 फीसदी तक का कैशबैक ऑफर मि‍ल सकता है।
फ्लि‍पकार्ट, स्‍नैपडील, जबॉन्‍ग, ईबे, मेकआईट्रि‍प, फूडपांडा आदि‍ के लि‍ए कैशबैक ऑफर्स।
चुनिंदा एयरलाइंस पर भी कैशबैक ऑफर्स।
इनकैशिट एप-
इनकैशिट एप एक और कैशबैक देने वाली मोबाइल एप्‍लीकेशन है। इस पर आपको कैशबैक के साथ-साथ गि‍फ्ट वाउचर्स भी मि‍ल सकते हैं। यहां पर भी आपको फ्लि‍पकार्ट, अमेजन, पेटीएम, स्‍नैपडील के लि‍ए कैशबैक ऑफर्स मि‍ल सकते हैं। इसके अलावा, इनकैशिट एप पर साइन-अप करने पर फ्री 5 रुपए दि‍ए जाते हैं।
फोकट मनी-
यह भी एंड्रॉयड बेस्‍ड मोबाइल ऐप और वेबसाइट है। यहां पेमेंट और रीचार्ज करने पर कैशबैक का ऑफर दि‍या जाता है।
फ्री प्रीपेड मोबाइल रीचार्ज
फ्री पोस्‍टपेड बि‍ल पेमेंट
फ्री डीटीएच एंड डाटा कार्ड रीचार्ज
इसके अलावा, प्रत्‍येक दोस्‍त को ऐप रेफर करने पर 50 रुपए की कमाई कर सकते हैं।
कूपनदुनिया-
इस मोबाइल ऐप और वेबसाइट पर 2000 से ज्‍यादा ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स के लि‍ए प्रोमो कोड और ऑफर, कूपन, डील्‍स, डि‍स्‍काउंट के साथ-साथ कैशबैक भी कमा सकते हैं।
कैशबैक आपको ऑनलाइन स्‍टोर पर डि‍स्‍काउंट पर या उससे ज्‍यादा पर भी मि‍ल सकता है।
आप कैशबैक का यूज अपने फोन को रीचार्ज करने में भी कर सकते हैं या अपने बैंक या डि‍जि‍टल वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं।






Tuesday 6 September 2016

यूआरएल छोटा करके कमाएं पैसे

इंटरनेट के जरिए सोशल मीडिया पर हम कई चीजों को शेयर करते हैं। यूआरएल से कमाई करने के लिए जरूरी है कि‍ आप बड़े यूआरएल को छोटा कर उसे सोशल मीडिया पर शेयर करें। आपके द्वारा शेयर किए गए यूआरएल पर फ्लैश होने वाले ऐड को जितने यूजर्स देखेंगे उस हि‍साब से कंपनी आपको पेमेंट करेगी। कमेंट, लाइक और वीजिबिलिटी के लिहाज से आपकी कमाई तय होगी।
एडफ डाॅट ली-
इस वेबसाइट को सबसे ज्‍यादा भरोसेमंद माना जाता है। इससे आप यूआरएल को शार्ट कर आसानी से पैसा कमा सकते हैं। एडफ डाॅट ली पर कई फीचर्स मौजूद हैं। इनमें न्यूनतम पेमेंट 5 डॉलर है, जिसका भुगतान पे-पाल के जरिए आपके अकाउंट में आता है। आपके द्वारा बनाए गए यूआरएल पर कितने हिट्स आए हैं, इसका भी पता चलता है। वेबसाइट द्वारा जारी किए गए यूआरएल पर हर देश में अलग-अलग रेट तय किए गए हैं, जो कॉस्ट व्यू पर आधारित है। भारत में यह 1.09 डॉलर प्रति 1000 व्यूज यानी 70.85 रुपए के हिसाब से रकम देती है। इसके अलावा आप अपने किसी दोस्त को रेफर करके भी 20% कमीशन कमा सकते हैं।
एडव डाॅट ली-
यह वेबसाइट भी यूआरएल को छोटा करने पर एक नि‍श्‍चि‍त रकम देती है। इसमें खास बात यह है कि इस पर आप एक बार में 100 या इससे ज्‍यादा यूआरएल एक साथ छोटा कर सकते हैं। इस वेबसाइट पर परफार्मिंग मीटर द्वारा यूआरएल के परफॉरमेंस को देखा जा सकता है। हालांकि, इसके द्वारा मिलने वाली रकम भारत में काफी कम है। यह वेबसाइट भारत में एक लिंक पर 1000 व्यूज आने पर केवल 0.41 डॉलर यानी 26.65 रुपए देती है।

Monday 5 September 2016

मोती की खेती कर हर महीने कमा सकते हैं लाखों

अगर आप छोटे निवेश में ऐसा बिजनेस करना चाहते हैं जिससे आपको बड़ा मुनाफा हो तो यह खबर आपके काम की है। मोती की खेती कर के आप अपना यह फाइनेंशियल गोल अचीव कर सकते हैं। आप महज 2 लाख रुपए के निवेश से करीब डेढ़ साल में 20 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।
20 हजार रुपए के निवेश से करें शुरुआत-
मोती की खेती उसी तरह की जाती है जैसे वह प्राकृतिक रूप से तैयार होता है। यहां भी सीप से ही मोती बनता है। मोती की खेती छोटे स्तर पर भी शुरू की जा सकती है। इसके लिए 500 वर्गफीट का तालाब बनाना होगा। तालाब में आप 100 सीप पालकर मोती उत्पादन शुरू कर सकते हैं। हर सीप की बाजार में कीमत 15 से 25 हजार रुपए हाती है। इसके लिए स्ट्रक्चर सेटअप पर 10 से 12 हजार रुपए खर्च होंगे जबकि वॉटर ट्रीटमेंट पर 1000 रुपए और 1000 रुपए इंस्ट्रूमेंट्स खरीदने में खर्च होंगे।
लाखों में है कमाई-
15 से 20 महीने बाद एक सीप से एक मोती तैयार होता है, जिसकी बाजार में कीमत 300 रुपए से 1500 रुपए तक मिल जाती है। बेहतर क्वालिटी और डिजाइनर मोती की कीमत इससे कहीं अधिक 10 हजार रुपए तक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मिल जाती है। इस तरह अगर एक मोती की औसत कीमत आप 800 रुपए भी मानते हैं तो इस अवधि में 80,000 रुपए तक कमा सकते हैं। सीप की संख्या आप बढ़ाकर अपने संसाधनों के आधार पर कर सकते हैं मसलन अगर 2000 सीप पालते हैं तो इस पर खर्च करीब 2 लाख रुपए आएगा। इस हिसाब से आप 15 से 20 महीने की फसल पर हर महीने आप 1 लाख रुपए तक कमा सकते हैं। बशर्ते आपके मोती बेहतर क्वालिटी के हों।
बीज डालने के लिए करनी होती है सीप की सर्जरी-
सबसे पहले आपको इस खेती के लिए कुशल वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है जो भारत सरकार के द्वारा कराया जाता है। प्रशिक्षण के बाद आपको सरकारी संस्थानों या मछुआरों से सीप खरीदने होंगे। सीपों को खुले पानी में दो दिन के लिए छोड़ा जाता हे। इससे उनके उपर का कवच और मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं। सीपों को ज्यादा देर तक पानी से बाहर नहीं रखना चाहिए। मांशपेशियां ढीली होने के बाद सीपों की सर्जरी कर उनकी सतह पर 2 से 3 एमएम का छेद करके उसमें रेत का एक छोटा कण डाला जाता है। यह रेत का कण जब सीप को चुभता है तो वह उस पर अपने अंदर से निकलने वाला पदार्थ छोड़ना शुरू कर देता है। सीपों को नायलॉन के बैग में रखकर तालाब में बांस या पीवीसी के पाईप के सहारे छोड़ दिया जाता है। 15 से 20 महीने बाद सीप में मोती तैयार हो जाता है आप उसका कवच तोड़कर मोती निकाल सकते हैं।
देश-विदेश में है डिजाईनर मोती की बड़ी मांग-
आमतौर मोती गोल होता है लेकिन, खेती के जरिए आप मोती को डिजाइन में भी बना सकते हैं जिसकी कीमत ज्यादा होती है। सीप के अंदर किसी भी आकृति (गणेश, ईसा, क्रॉस, फूल, आदि) का फ्रेम डाल देते हैं, पूरी प्रक्रिया के बाद मोती यही रूप लेता है। देश विदेश में इस प्रकार के मोतियों की बहुत अधिक मांग है और यह साधारण मोती से कई गुना अधिक कीमत पर बिकते हैं। एक मोती की कीमत 2000 रुपए से 15 हजार रुपए तक हो सकती है, बशर्ते उसकी क्वालिटी अच्छी हो।
सरकार खुद कराती है ट्रेनिंग-
मोती की खेती देश में बहुत पहले से की जाती रही है, लेकिन करीब 4 दशक पहले यह बिल्कुल न के बराबर हो गई थी। इंडियर काउंसिल फॉर एग्रीकल्चर रिसर्च के तहत एक नए विंग सीफा यानि सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेश वॉटर एक्वाकल्चर इसके लिए निशुल्क ट्रेनिंग कराती है। इसका मुख्यालय भुवनेश्वर में है और यह 15 दिनों की ट्रेनिंग देता है, जिसमें सर्जरी समेत सभी कुछ सिखाया जाता है। मोती की खेती पहले समुद्र तटीय क्षेत्रों में की जाती थी लेकिन सीफा के प्रयोगों के बाद अन्य राज्य भी इसके लिए मुफीद हैं।
15 सालों के लिए मिलता है आसान लोन-
मोती की खेती का यदि आपके पास प्रशिक्षण है तो इसे बड़े स्तर पर शुरू करने के लिए आप लोन भी ले सकते हैं। इसके लिए नाबार्ड और अन्य कमर्शियल बैंक आपको 15 सालों के लिए सिंपल इंटरेस्ट पर लोन उपलब्ध कराते हैं। केंद्र सरकार की ओर से इस पर सब्सिडी की योजनाएं भी समय-समय पर चलाई जाती हैं। यदि आप इसमें कामयाब हो जाते हैं तो अपने बिजनेस को बढ़ाकर कंपनी भी बना सकते हैं और कमाई करोड़ों में कर सकते हैं।
खुद बेच सकते हैं अपने मोतियों को-
खेती के बाद उत्पाद को बेचना ही सबसे बड़ी बात होती है, लेकिन मोतियों के बारे में ऐसा बिल्कुल नहीं है। हैदराबाद, सूरत, अहमदाबाद, मुंबई आदि बड़े शहरों में मोती के हजारों व्यापारी मोतियों का कारोबार करते हैं। कई बड़ी कंपनियों के एजेंट देशभर में फैले होते हैं जो मोती उत्पादकों के संपर्क में आ जाते हैं। इनके अलावा आप अपने मोतियों को डायरेक्ट भी इंटरनेट व अन्य माध्यम से बेच सकते हैं। इंडियन पर्ल कंपनी देश की सबसे बड़ी मोती व्यापार करने और प्राइवेट तौर पर ट्रेनिंग देने वाली कंपनी है। इस कंपनी या इसके जैसी कंपनी के माध्यम से भी आप अपने मोती बेच सकते हैं।
20,000 करोड़ का कारोबार है दुनिया में-
पूरी दुनिया में इस तरह के मोतियों का कारोबार करीब 20100 करोड़ रुपए का है। भारत में बड़ी मात्रा में मोती पैदा किए जाते हैं लेकिन, फिर भी इसे इंपोर्ट भी किया जाता है। भारत हर साल करीब 50 करोड़ रुपए से अधिक के मोती इंपोर्ट करता है। लेकिन, जहां तक एक्सपोर्ट की बात है तो मोतियों का एक्सपोर्ट भी भारत से 100 करोड़ रुपए से अधिक का है। भारत से डिजाईनर मोतियों का ज्यादा एक्सपोर्ट होता है इसलिए आप अपने को इस तरफ भी मोड़ सकते हैं।

Sunday 4 September 2016

यूट्यूब वीडियो देखकर हर महीने कमाएं

यदि आप वीडियो देखना पसंद करते हैं, तो इसी शौक का यूज कर आप हर महीने हजारों रूपए कमा सकते हैं। आपकी यह कमाई 30 हजार रूपए महीने तक हो सकती है। यह काम करने के लिए आपके पास केवल दो चीजों का होना जरूरी है। इनमें एक इंटरनेट और दूसरा वीडियो देखने के लिए रोजाना कुछ समय है।
पेडटूयूट्यूब से कमाएं पैसा-
इस वेबसाइट पर आपको 30 सेकंड का यूट्यूब वीडियो देखने, उस पर कमेंट करने के पैसे मिलते हैं। कमाई को बढ़ाने के लिए यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब कर फ्रेंड्स को रेफर किया जा सकता है। इससे आप 200 रूपए तक प्रति घंटे की कमाई कर सकते हैं। आप चाहें तो ये सब काम एक ही सब्सक्राइब में कर सकते हैं या फिर चाहें तो अलग-अलग समय पर बैठकर इस काम को पूरा करें। इस वेबसाइट के अकाउंट में 670 रूपए की रकम जमा होने के सात दिन बाद पेपल अकाउंट से आपको पेमेंट कर दिया जाएगा।
यूक्यूबेज वेबसाइट से कमाएं पैसे-
यह एक एडवरटाइजिंग की वेबसाइट है जिस पर आपको प्रति क्लिक के हिसाब से 0.005 सेंट का भुगतान करती है। ऐसे में यदि आप एक दिन में वीडियो, एड और वेबसाइट पेज पर 200 क्लिक भी करते हैं तो 67 रूपए प्रतिघंटे की कमाई कर सकते हैं।
सक्सेसबक्स से करें दोहरी कमाई-
सक्सेसबक्स पर आपको सिर्फ वीडियो देखने के लिए पैसे नहीं मिलते, बल्कि साइन अप और सिर्फ क्लिक करने के लिए भी पैसे मिलते हैं। यह एक एड एजेंसी की साइट है जो प्रत्येक क्लिक के लिए 0.1 सेंट से एक डॉलर तक की कमाई करने का मौका देती है। साइट के बारे में सबसे अच्छी बात ये है कि यह आपके अकाउंट में कम से कम 67 रूपए जमा होते ही, पेपल के अकाउंट में भेज देती है। जिसे आप चाहें तो निकाल लें या फिर कमाई को बढ़ाते रहें।
स्लाइड जॉय एप से करें कमाई-
इस एप को आप अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करने के बाद कुछ नहीं भी करेंगे, तो भी पैसे कमाएंगे। इस एप से हर घंटे 33 रूपए तक कमा सकते हैं। इस एप की सबसे बड़ी खासियत है कि यह सिर्फ आपके स्मार्टफोन के लॉक स्क्रीन का यूज करती है। मतलब जब भी आपके फोन का स्क्रीन लॉक होगा, तब ही उस पर एड चलता रहेगा और अनलॉक करने के लिए स्वाइप करते ही आपके अकाउंट में पैसे क्रेडिट हो जाएंगे।

Saturday 3 September 2016

इनसे ऐसे कमाएं लाखों रुपए

ऐड पढ़कर-
ऐसी कई वेबसाइट्स हैं जहां साइनअप करके आप ऐड पढ़कर ही कमाई कर सकते हैं। साइनअप करने बाद, आपको रेग्युलर बेसिस पर इन साइट्स पर लॉग इन करना होगा और अपने अकाउंट के डैशबोर्ड पर नजर आने वाले ऐड पर क्लिक करना होगा। ऐसी ज्यादातर साइट्स आपको एसएमएस के जरिए ऐड भेजती भी हैं और पढऩे के लिए रुपए भी देती हैं। हर रोज 10-20 मिनट कंप्यूटर पर बिताकर आप ऑफिस जाने से ज्यादा कमा सकते हैं।
ऑनलाइन सर्वे-
टीवी और सोशल मीडिया पर दिन के कुछ ही घंटे बिताकर आप काफी कमाई कर सकते हैं। हां, लेकिन ऐसा करने के लिए एक अलग ई-मेल आईडी पहले बना लें। पेडऑफर डाॅट काॅम डाॅट यूके जैसी वेबसाइट्स आपको फ्री में साइन अप कर मनी मेकिंग का मौका देती हैं।
ऑनलाइन माइक्रो जॉब्स-
माइक्रो जॉब्स का सीधा सा मतलब लघु टास्क से है, जिसे पूरा करने में आपको कुछ सेकंड्स ही लगेंगे एमटर्क, माईक्रोवर्करस जैसी दर्जनों वेबसाइट्स हैं जहां जाकर आप एक टास्क पूरा करके 5 रुपए से 100 रुपए तक कमा सकते हैं।
डाटा एंट्री जॉब-
देश में कई तरह की डाटा एंट्री जॉब है। लेकिन ऐसी कई कंपनीज हैं जिसमें इंटरनेट पर इस जॉब की भरमार है इसलिए गूगल पर कंपनी का रेप्युटेशन जरूर चेक करें।
ऑनलाइन राइटिंग जॉब-
यह जॉब ऐसे लोगों के लिए है जिन्हें लिखने में रुचि है। ऑनलाइन राइटिंग जॉब इसलिए मशहूर हो रही हैं क्योंकि इंटरनेट पर हर वेबसाइट को रेग्युलर कॉन्टेंट को अपडेट करने की जरूरत होती है। 250 से 1000 रुपए तक इस जॉब से कमा सकते हैं। फिवर, एलेन्स के जरिए आप ढेरों राइटिंग जॉब्स पा सकते हैं।
डोमेन खरीदें बेचें-
अगर आप गाढ़ी कमाई की तलाश में हैं तो यह जॉब आप ही के लिए है। आप गोडैडी या किसी और डोमेन रजिस्ट्रार पर जाकर कम कीमत पर डोमेन खरीद सकते हैं और फिर इसे जरूरतमंद लोगों को ज्यादा कीमत पर बेच सकते हैं। यहां आपको रिसर्च कर अच्छे डोमेन नामों की तलाश करनी होगी। कुछ वक्त बाद आप अपने डोमेन नेम की बोली लगा सकते हैं।
ऑनलाइन बेचें फोटो-
आज हर किसी के पास स्मार्टफोन है, फोटोग्राफी करने वाले लोग भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अगर आपको प्रकृति, जानवरों और वास्तविक घटनाओं, जगहों की फोटो लेना पसंद है तो यह जॉब आप ही के लिए है। आप अपनी क्लिक की गई तस्वीरों को फोटो सेलिंग वेबसाइट्स फोटोबकीट, आईस्टोक पर बेच सकते हैं।
ऑनलाइन बिक्री-
ऐसे कई लोग हैं जो अपने प्रॉडक्ट को ईबे, अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी शॉपिंग वेबसाइट्स पर बेचकर लाखों कमा रहे हैं। आपको सिर्फ एक अच्छा प्रॉडक्ट चाहिए, इसके बाद ऐसी किसी भी साइट पर साइनअप करें, अपने प्रॉडक्ट को प्राइस के साथ लिस्ट करें और बेचना शुरू कर दें। आपको किसी से बात करने की भी जरूरत नहीं। आपको ऑर्डर मेलबॉक्स के जरिए मिल जाएगा और कुरियर कंपनी के जरिए उसे डिलिवर कर दें, बस। इंटरनेट का संसार काफी बड़ा है। 

Friday 2 September 2016

घर बैठे कमा सकते हैं लाखों

टेक्निकल राइटर-
औसत कमाई - 20 हजार से 1.5 लाख रुपए महीना
टेक्निकल राइटर कर्मचारी मैन्युअल, टेक्निकल डॉक्यूमेंटेशन जैसे काम करता है। लेकिन अगर आपकी इसमें रुचि है तो आप उन चुनिंदा राइटर्स में से हैं जिनकी बाजार में काफी डिमांड है। टेक्निकल राइटर के रूप में फ्रीलांस काम करने के लिए फ्रीलांसर डॉट इन आदि पर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
ट्रैवल एजेंट-
औसत कमाई - 20 हजार से 1 लाख रुपए
ट्रैवल एजेंट का काम होता है लोगों को दुनिया घुमाना। आजकल ज्यादातर लोग इंटरनेट पर ही हॉलिडे पैकेजिस बुक करते हैं। इसलिए इसके लिए किसी ऑफिस की भी जरूरत नहीं है। बस आपको ट्रैवल का अच्छा एक्सपीरिएंस होना चाहिए। इसके सहारे आप दूसरों को घुमा सकते हैं। ट्रैवल पोर्टल बनाकर इसे आगे बढ़ा सकते हैं।
यूजर इंटरफेस डिजाइनर-
औसत कमाई - 30 हजार से एक लाख रुपए महीना
यूजर इंटरफेस डिजाइनर स्किल्ड और ट्रेंड व्यक्ति होता है। बॉक्स, वेबसाइट या जो भी प्रोडक्ट बन रहा है वो अच्छे तरीके से कम्युनिकेट कर सके ये तय करना ग्राफिक डिजाइनर का काम होता है। कई कंपनियां अपने कर्मचारियों से घर पर बैठकर काम कराती हैं, जबकि कई प्रोफेशनल फ्रीलांसिंग भी करते हैं। जिसमें उन्हें प्रोजेक्ट के अनुसार पेमेंट किया जाता है।
वर्चुअल असिस्टेंट-
औसत कमाई - 1 से 1.20 लाख रुपए महीना
वर्चुअल असिस्टेंटका एक तरह से सेक्रेटरी होता है। उसका काम ईमेल मैनेज करना, सोशल अकाउंट जैसे ट्विटर, फेसबुक अकाउंट को हैंडल करना और पूरे दिन भर के काम की स्प्रेडशीट तैयार करना होता है। इसके लिए आपको क्लेरिकल काम की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा आपको बिजनेस की भी पूरी जानकारी होनी चाहिए। इस काम के लिए मिड लेवल औसत सैलेरी 1 से 1.20 लाख रुपए महीना तक मिल जाती है।
वेब डेवलपर-
औसत कमाई - 1 लाख रुपए महीना
वेब डेवलप वो व्यक्ति होता है जो किसी वेबसाइट को बनाता है। इंटरनेट की दुनिया में जहां हर रोज हजारों वेबसाइट बन रही हैं, ऐसे में वेब डेवलपर्स की डिमांड काफी बढ़ गई है। काम के हिसाब से इन्हें भुगतान भी किया जाता है। इसमें प्रोजेक्ट के हिसाब से लाखों रुपए मिलते हैं। इसके लिए केवल एक कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है।

Thursday 1 September 2016

इन मोबाइल एप से कमाएं पैसा

अब ऐसे मोबाइल एप आ चुके हैं जिनके जरिए आप बेहद आसान तरीके से घर बैठे कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस ये मोबाइल एप अपने फोन में डाउनलोउ करना है और अपने काम को पूरा करना है। इसमें एक और खास बात ये है कि इन एप्स को डाउनलोड करने में और कोई पैसा नहीं देना पड़ता
फील्ड एजेंट एप से घर बैठे कमाएं पैसे-
एक्सट्रा कमाई करने के लिए फील्ड एजेंट बेहतर एप है। इस एप के नेविगेशन विंडो में दी गई जॉब लिस्ट में से आप कोई भी जॉब सलेक्ट कर सकते हैं। इसके बाद आपको अन्य जानकारियां मिल जाएंगी। ध्यान रखें कि आपको जॉब सलेक्ट करने के बाद उसे 2 घंटे में पूरा करके देना होगा। इसके बाद ही कंपनी आपको पैसे देगी। इस एप के जरिए आप एक काम के लगभग 300 से 500 रूपए तक कमा सकते हैं। यह एप एंड्रॉयड 4.0 से ऊपर के वर्जन पर काम करता है। इस एप का साइज 6.4 एमबी का है।
फोप एप से फोटो बेचकर कमाएं पैसे-
यह एक ऐसा एप है जिससे आप आपनी फोटो लेकर भी पैसा कमा सकते हैं। अपनी फोटो खींचे और इस एप के जरिए अपनी तस्वीरों के बोली लगाकर कमाई करें। इस एप से फोटो की बिक्री के लिए 670 रूपए तक मिलते हैं। हालांकि फोटो से बिक्री के बाद मिली रकम का आधा पैसा इस एप के डेवलपर्स के पास जाता है।
एन पोल्स एप से सवालों के जवाब देकर कमाएं पैसे-
इस एप के जरिए ऑनलाइन सर्वे होते हैं। यह एप कुछ सर्वे के लिए कुछ सवाल पूछता है जिनके जवाब देने पर आपको पैसे मिलेंगे। एक सर्वे के लिए आपको 0.20 डॉलर तक मिलेंगे।
इबोटा एप से बिल दिखाकर करें कमाई-
यह एक ऐसा मोबाइल एप है जो आपको शॉपिंग का बिल दिखाने पर पैसे देता है। जी हां, यदि आप शॉपिंग करते है तो उसके बिल की फोटो खींचकर इस एप पर अपलोड करें। इसके बदले में यह एप आपको कमीशन देगा। गूगल प्ले स्टोर पर फ्री में उपलब्ध इस एप पर आपको और भी कई ऑफर्स मिलेंगे।
रिसीप्ट होग एप पर बिल दिखाने पर मिलेगा पैसा-
यह एप भी इबोटा एप की जरह ही काम करता है। इस पर आपको अपनी शॉपिंग के बिल की फोटो अपलोड करनी होती है। इसके बदले यह एप आपको गिफ्ट कार्ड देगा जिससें आप जहां और जब चाहें शॉपिंग कर सकते हैं। इस एप का साइज 12 एमबी है तथा एंड्रॉयड 2.3 या इससे ऊपर के वर्जन वाले मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकते हैं।
पर्क एप के जरिए कमाएं कई तरीकों से पैसे-
इस एप से आप कई तरीकों से पैसे कमा सकते हैं। इस एप पर नेट सर्फिंग और वेबब्राउजिंग करने के पैसे मिलते हैं। इसके अलावा यह टीवी और वीडियो देखने के भी पैसे देता है। 12 एमबी की साइज वाले इस एप को आप एंड्रॉयड 4.0 या इससे ऊपर के वर्जन वाले मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकते हैं।