सोलर इन्वर्टर का करिए बिजनेस, सरकार दे रही है सस्ते में ट्रेनिंग
सोलर पैनल इन्वर्टर के साथ-
देश में सोलर बिजनेस का चलन बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही इन्वर्टर का बिजनेस भी बढ़ रहा है। अगर आप भी सोलर इन्वर्टर का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सरकार आपको बिजनेस की ट्रेनिंग देगी, बल्कि मार्केटिंग असिस्टेंस भी देगी। मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्योरशिप के अधीन चल रहे संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्मॉल बिजनेस डेवलपमेंट द्वारा यह ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्रेनिंग-
सोलर और स्मार्ट इन्वर्टर की बढ़ती डिमांड को देखते हुए एक्सपर्ट्स द्वारा यह ट्रेनिंग प्रोग्राम डिजाइन किया गया है। इसमें इन्वर्टर और यूपीएस मैन्युफैक्चरिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही, रिपेयरिंग की भी ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रोग्राम में लेटेस्ट टैक्नोलॉजी की जानकारी दी जाएगी। इतना ही नहीं, बिजनेस शुरू करने के लिए कैंडिडेट्स को फाइनेंस के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। जैसे कि – इन्वर्टर मैन्युफैक्चरिंग या रिपेयरिंग का बिजनेस शुरू करने पर कितना खर्च आएगा और कहां से फाइनेंस का अरेंजमेंट हो पाएगा। बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस किस दर पर और किन शर्तों पर लोन देते हैं। बिजनेस शुरू करने की भी पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी।
ये ले सकते हैं ट्रेनिंग-
इन्वर्टर की मैन्युफैक्चरिंग या रिपेयरिंग की ट्रेनिंग स्टूडेंट्स, वर्किंग प्रोफेशन्लस, इंडस्ट्रियलिस्ट, एंटरप्रेन्योर्स, इंजीनियर्स ले सकते हैं। स्टूडेंट्स यदि आईटीआई या डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स होने चाहिए। इससे उन्हें टैक्नोलॉजी को समझने में आसानी रहती है। 3 दिन की ट्रेनिंग के लिए निसबड द्वारा 7500 रुपए फीस ली जाती है।
छह माह तक मार्केटिंग में दी जाएगी सपोर्ट-
ट्रेनिंग के बाद निसबड द्वारा इनकम जनरेशन और मार्केटिंग में सपोर्ट भी की जाएगी। कैंडिडेट को बताया जाएगा कि वह अपना बिजनेस किस तरह से सोशल मार्केटिंग पर प्रमोट कर सकता है। सोशल मीडिया जैसे फेसबुक या यू-ट्यूब आदि का बिजनेस प्रमोशन के लिए कैसे इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा छह माह तक हैंड होल्डिंग सपोर्ट भी दिया जाएगा।
देश में सोलर बिजनेस का चलन बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही इन्वर्टर का बिजनेस भी बढ़ रहा है। अगर आप भी सोलर इन्वर्टर का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सरकार आपको बिजनेस की ट्रेनिंग देगी, बल्कि मार्केटिंग असिस्टेंस भी देगी। मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्योरशिप के अधीन चल रहे संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्मॉल बिजनेस डेवलपमेंट द्वारा यह ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्रेनिंग-
सोलर और स्मार्ट इन्वर्टर की बढ़ती डिमांड को देखते हुए एक्सपर्ट्स द्वारा यह ट्रेनिंग प्रोग्राम डिजाइन किया गया है। इसमें इन्वर्टर और यूपीएस मैन्युफैक्चरिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही, रिपेयरिंग की भी ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रोग्राम में लेटेस्ट टैक्नोलॉजी की जानकारी दी जाएगी। इतना ही नहीं, बिजनेस शुरू करने के लिए कैंडिडेट्स को फाइनेंस के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। जैसे कि – इन्वर्टर मैन्युफैक्चरिंग या रिपेयरिंग का बिजनेस शुरू करने पर कितना खर्च आएगा और कहां से फाइनेंस का अरेंजमेंट हो पाएगा। बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस किस दर पर और किन शर्तों पर लोन देते हैं। बिजनेस शुरू करने की भी पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी।
ये ले सकते हैं ट्रेनिंग-
इन्वर्टर की मैन्युफैक्चरिंग या रिपेयरिंग की ट्रेनिंग स्टूडेंट्स, वर्किंग प्रोफेशन्लस, इंडस्ट्रियलिस्ट, एंटरप्रेन्योर्स, इंजीनियर्स ले सकते हैं। स्टूडेंट्स यदि आईटीआई या डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स होने चाहिए। इससे उन्हें टैक्नोलॉजी को समझने में आसानी रहती है। 3 दिन की ट्रेनिंग के लिए निसबड द्वारा 7500 रुपए फीस ली जाती है।
छह माह तक मार्केटिंग में दी जाएगी सपोर्ट-
ट्रेनिंग के बाद निसबड द्वारा इनकम जनरेशन और मार्केटिंग में सपोर्ट भी की जाएगी। कैंडिडेट को बताया जाएगा कि वह अपना बिजनेस किस तरह से सोशल मार्केटिंग पर प्रमोट कर सकता है। सोशल मीडिया जैसे फेसबुक या यू-ट्यूब आदि का बिजनेस प्रमोशन के लिए कैसे इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा छह माह तक हैंड होल्डिंग सपोर्ट भी दिया जाएगा।
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