Sunday 30 October 2016

घर बैठें करें बिजनेस, होगी लाखों में कमाई



घर बैठे ऐसे कई काम हैं, जिनसे महीने में एक अच्छी सैलरी के बराबर पैसा कमाया जा सकता है। आमतौर पर देखने में आया है कि ऐसे छोटे और बेहद कम खर्च में लगने वाले उद्योगों के बारे में लोगों को कम जानकारी होती है, जिसके चलते वे चाहकर भी कोशिश नहीं कर पाते। कैसे और क्या बनाएं, कहां से कच्चा माल लें और बनाकर कहां बेचें, इन तक कम ही लोगों  की पहुंच हो पाती है।
ऐसे ही 5 बिजनेस आइडियाज़, जिनके जरिए आप आसानी से महीने में 50 हजार से 1 लाख रुपए तक या इससे ज्यादा कमा सकते हैं। कुछ ऐसे ऑप्शन्स हैं जिनकी मार्केट में डिमांड ज्यादा है लेकिन बनाने वाले कम। फिर बात कपड़ों में लगने वाले बटन की हो या सीएफएल की, आप आसानी से इन्हें घर बैठे ही बना सकते हैं, वो भी बेहद कम खर्च पर। बस आपके पास थोड़ी जगह होनी चाहिए।

सीएफएल, ट्यूब और चोक्स-

हवा पानी के बाद बिजली आज सबसे बड़ी जरूरत है और इत्तेफाक से इसकी कमी भी काफी है। बिजली बचाने के लिए पिछले कुछ सालों में सीएफएल का यूज़ बढ़ा है, ऐसे में इनका निर्माण फायदे का सौदा हो सकता है। इनके साथ सबसे बड़ा फायदा है- एक साल तक यह काम आते हैं और बिजली बिल को बेहद कम कर देते हैं। इसके साथ ट्यूब और चोक्स की लोकल मार्केट में काफी मांग है।

मार्केट- हर घर में ट्यूब, CFL की जरूरत है। डोर टू डोर मार्केटिंग से मांग और मुनाफा कई गुना बढ़ सकता है। घरों के अलावा इलेक्ट्रिक शॉप्स, स्टेशनरीज़, मॉल, डिपार्टमेंटल स्टोर हर जगह इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है। केयोस्क के ज़रिए भी इन्हें बेचना आसान है।

रॉ मटेरियल- आयरन, सोल्डर, पेस्ट, कटर, कंपसुल, पीसीबी, बोर्ड, सोल्डिंग वायर, स्लीव एल्युमिनियम कॉप, पीवीसी होल्डर व्हाइट, सीमेंट और कॉपर वायर।

मशीनरी- हल्ड एचपी मोटर, हैंड प्रेस, फोर कॉयल वाइंडिंग मशीन, डाइज़ आदि।

ड्रिंकिंग वॉटर-

पानी की बोतल किसी ने न खरीदी हो, ऐसा शायद ही कोई मिले। सफर के दौरान महज 15 रुपए का शुद्ध पानी खरीदना सबसे आसान विकल्प बन गया है। आज मिनरल वॉटर की मांग हर जगह है। ब्रांडेड कंपनियों के अलावा कई छोटे उद्योग भी इसमें लगे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं। यह ऐसा बिजनेस है जिससे आप एक बार इन्वेस्टमेंट कर जिंदगी भर मुनाफा कमा सकते हैं।
बाजार में मौजूद कंपनियां पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर बनाती हैं। लेकिन यह सभी मिनरल वॉटर नहीं होते। शुद्ध पानी के लिए ‘ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड’ ने तय की हुई शर्तें और नियमावली के अनुसार ही पानी की कमर्शियल प्रोडक्शन किया जा सकता है।
पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर में इंसानी शरीर के लिए हानिकारक साबित होने वाले सभी प्रकार के क्षार कम किए जाते हैं। जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, क्लोराइड, सल्फेट और क्लोरिन।
इनमें से क्लोरिन में शुद्धिकरण प्रक्रिया में पूरी तरह से कम किया जाता है।
बाकी क्षार बीआईएस के अनुसार तय मात्रा में कम किया जाता है।

रॉ मटेरियल- पानी, प्लास्टिक की ट्रांसपेरेंट बोतलें, कैन और आपकी कंपनी का लेबल।

मशीनरी-आरओ मशीन, सैंड फिल्टर, कार्बन फिल्टर, सॉप्टनर, बोतलें पैकिंग करने वाली मशीनें और सबमर्सिबल पंप आदि।

कोरूगेटेड बॉक्स-

लकड़ी के बॉक्स की तुलना में कोरूगेटेड बॉक्स वजन में काफी हल्के और सस्ते होते हैं। टिकने वाली पैकिंग और सस्ते होने के कारण ये हर छोटी-बड़ी कंपनी की पसंद हैं। फल-सब्जियों से लेकर एलईडी टीवी तक इन्हीं में पैक होती हैं। इनका मार्केट भी काफी अच्छा है। अलग अलग जरूरत और साइज में इन्हें ऑर्डर पर तैयार कराया जाता है। लकड़ी की लुगदी से इन्हें तैयार किया जाता है लेकिन बीस से 25 फीसदी लकड़ी का यूज़ भी किया जाता है। आप इस बिजनेस को दो तरह से कर सकते हैं।
कोरूगेटेड बॉक्स के लिए लगने वाली शीट्स तैयार कर।
तैयार शीट्स खरीदकर सिर्फ बॉक्स असेंबल कर।
ये थोड़ा बड़ा प्लांट होता है। लेकिन आप अगर इस पुट्ठों की तैयार शीट्स लाकर बॉक्स बनाकर बेचना शुरू करें तो काफी आसान होगा। आप इन्हें अलग-अलग डिजाइन और साइज में तैयार कर सकते हैं।

मार्केट- जिस तरह तेजी से इनका यूज़ बढ़ा है, मांग भी उतनी ही तेजी से बढ़ी है। बड़ी कंपनियों के अलावा अब फ्लिपकार्ट, अमेजन जैसी कंपनियां भी ऑर्डर देती हैं, तो फल-सब्जियां मार्केट में भेजने के लिए किसान भी।

रॉ मटेरियल- कागज के पुट्ठों से बनाना हो, तो लकड़ी की लुगदी, सरस, इंडस्ट्रीयल यूज़ के लिए आने वाला गोंद और पुट्ठों की शीट्स।

मशीनरी- क्रिशिंग मशीन, स्टीचिंग मशीन, कोरूगेटेड मशीन, स्लेटिंग मशीन, बोर्ड कटर मशीन, शिप प्रोसिंग मशीन, बॉक्स सिलने की मशीन,इलेक्ट्रिकल मशीन

बटन-

शर्ट, पैंट, बच्चों के कपड़े या महिलाओं के कपड़े हों, बटन लगते ही हैं। रेडिमेड कपड़े बनाने वाली कंपनियों के अलावा रिटेल में भी इनकी काफी मांग है। आप इन्हें एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं। प्लास्टिक बटन तैयार करने की इलेक्ट्रिक ऑटोमेटिक मशीन से बिजनेस शुरू कर सकते हैं या हैंड मोल्डेड मशीन से छोटे स्तर पर। नॉयलॉन या अक्रेलिक बटन तैयार करने के लिए आप ऑटोमेटिक मशीन का यूज़ कर सकते हैं। जबकि प्लास्टिक मोल्डिंग मशीन से पीएफ या यूएफ बटन्स तैयार किए जा सकते हैं। इसी तरह इंजेक्शन मोल्डिंग, कम्प्रेशन मोल्डिंग के ज़रिए प्लास्टिक बटन्स तैयार किए जाते हैं।

मार्केट- रेडिमेट गारमेंट तैयार करनी वाली फर्म्स व कंपनियां, सिलाई का काम करने वाले कारीगर, फैशन हाउस, फैशन डिजाइनर्स और हर घर में यूज़ होते हैं बटन्स।

रॉ मटेरियल- नॉयलॉन, अक्रेलिक, पॉलिस्टर, तैयार शीट्स, प्लास्टिक की रंगीन गोलियां, पराफीन हुक्स, पीवीसी रेजीन, फिलर्स, स्टेवलाइज़र, प्लास्टीसाइज़र की जरूरत होती है।

मशीनरी- इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन, मल्टी मोल्ड्स, ड्रिलिंग मशीन, हैंडमोल्डेड मशीन, मेटेनेंस के लिए लगने वाले औजार।

टैल्कम पाउडर-

टैल्कम पाउडर के बारे में सबसे अच्छी बात ये है कि मौसम के साथ ये हमेशा मार्केट और घरों में बने रहते हैं। इनका विकल्प अभी तक कुछ भी नहीं। छोटे बच्चे से लेकर बड़े-बूढ़े, अमीर या गरीब, सभी इसका यूज़ करते हैं। टैल्कम पाउडर बनाने लगने वाली रॉ मटेरियल में सुगंध मिलाकर पाउडर तैयार हो जाता है, उन्हें आप अलग-अलग साइज के डिब्बों में भरकर लेबलिंग कर मार्केट में बेच सकते हैं। टैल्कम पाउडर बनाने से पहले आपको ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के अनुसार मंजूरी लेनी होगी। आप एक्सपर्ट से स्पेशल फॉर्मूला तैयार करा सकते हैं।

मार्केट- हर इंसान टैल्कम पाउडर का ग्राहक है। किराना दुकान, छोटे-बड़े मॉल, कॉस्मेटिक दुकानें, ब्यूटी पार्लर-स्पा, जेंट्स सलून, दवाई की दुकानें, लोकल के डेली मार्केट, सभी जगहों पर टैल्कम पाउडर के खरीदार हैं। डोर टू डोर मार्केटिंग से भी अच्छी कमाई की जा सकती है।

रॉ मटेरियल-जिस फ्लेवर का टैल्कम पाउडर तैयार करना हो उन फूलों की सुगंध, टिटनियम डाय ऑक्साइड, जिंक ऑक्साइड, कैल्शियम कार्बोनेट, सोप स्टोन लगेगा।

मशीनरी- ऑटोमेटिक ग्राइंडर, मिक्सर, फिल्टर, पैकिंग मशीन और लेबलिंग मशीन।
पोस्टल बैंक के साथ बिजनेस और नौकरी का मौका, हर महीने रेग्युलर कमाई


Saturday 29 October 2016

पोस्टल बैंक के साथ बिजनेस और नौकरी का मौका, हर महीने रेग्युलर कमाई




इंडिया पोस्ट अपना पेमेंट बैंक शुरू करने जा रहा है। जो कि लांच होते ही दुनिया का सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। बैंक देश भर में अपनी सर्विसेज शुरू करने के लिए विभिन्न कैटेगरी में नौकरी और बिजनेस करने का मौका दे रहा है। ऐसे में आप इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के साथ जुड़कर अच्छी इनकम कर सकते हैं।

मौका-

इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक अगले साल से शुरू होने जा रहा है। इसके तहत बैंक दो मॉडल पर काम करेगा। इसके तहत पहला मॉडल आउटसोर्सिंग आधारित होगा। जबकि दूसरे मॉडल में डायरेक्ट कर्मचारियों के जरिए सर्विसेज दी जाएगी। ऐसे में आप पोस्टल बैंक से बिजनेस भी कर सकेंगे। साथ ही नौकरी कर भी जुड़ सकेंगे।

पोस्टल बैंक के साथ ये हैं मौके-

इसमें जूनियर लेवल से लेकर सीनियर लेवल तक नौकरी के मौके हैं। बैंक इसके तहत काफी रिक्रूटमेंट करेगा। जिसमें चीफ टेक्नोलॉजी ऑफीसर से लेकर मैनेजर, एचआर सहित सभी प्रमुख कैटेगरी में नौकरी के मौके हैं।

शुरूआत में इन सर्विस पर रहेगा फोकस-

पोस्टल बैंक प्रमुख रुप से सेविंग, लोन और इन्श्योरेंस प्रोडक्ट्स पर फोकस करेगा। जिसमें गवर्नमेंट स्कीम के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर के प्रोडक्ट्स भी शामिल होंगे।
सेविंग अकाउंट,आरडी और एफडी अकाउंट,थर्ड पार्टी सर्विसेज के रुप बैंकों के लोन प्रोडक्ट्स,लाइफ इन्श्योरेंस और हेल्थ इन्श्योरेंस प्रोडक्ट,प्रधानमंत्री योजना के तहत लाइफ और एक्सीडेंट इन्श्योरेंस प्रोडक्ट,म्युचुअल फंड प्रोडक्ट,माइक्रो इन्श्योरेंस प्रोडक्ट।

ये हैं बिजनेस के मौके-

पोस्टल बैंक एक पेमेंट बैंक के रुप में काम करेगा। ऐसे में वह डायरेक्टली केवल वह डिपॉजिट ही ले सकेगा। ऐसे में वह लोन , इन्श्योरेंस, म्युचुअल फंड और ई-कॉमर्स सर्विसेज के लिए ऑउटसोर्सिंग पर काम करेगा। इसके लिए बैंक के साथ प्रमुख कंपनियां टाईअप करना चाह रही है। इस मौके को देखते हुए आप भी पोस्टल बैंक के साथ थर्ड पार्टी सर्विसेज शुरू कर सकते हैं।
इन्श्योरेंस प्रोडक्ट म्युचुअल फंड ई-कॉमर्स सर्विसेज के लिए डिलेवरी सर्विसेज माइक्रो इन्श्योरेंस सर्विसेज आदि दे सकते हैं।

630 ब्रांच खोलने की तैयारी-

पोस्टल बैंक का प्लान है कि पोस्टल बैंक की 630 ब्रांच खोले जाएगी। जिससे कि थर्डपार्टी सर्विसेज दी जा सके। इसके लिए पोस्टल डिपार्टमेंट देश भर में अपने मौजूद डाक सेवकों को भी ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है। साथ ही पेमेंट हैंडल करने वाले डिवाइस का भी डिस्ट्रिब्यूशन करेगा। डिपार्टमेंट की तैयारी है, कि बैंक शुरू होने से पहले वह अपना डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क पहले से तैयार कर ले।
शुरू करें कैटरिंग प्रोडक्‍ट बिजनेस, हर महीने लाखों में कमाई

Thursday 27 October 2016

शुरू करें कैटरिंग प्रोडक्‍ट बिजनेस, हर महीने लाखों में कमाई



कम लागत में अच्‍छी कमाई का कोई बिजनेस तलाश रहे हैं तो आपके पास डिस्‍पोजेबल कैटरिंग प्रोडक्‍ट मेकिंग बिजनेस मौका है। केवल 2 से 3 लाख रुपए में आप इसका बिजनेस शुरू कर सकते हैं। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक में इनकी डिमांड बढ़ रही है। शुरूआत में 50 हजार रुपए महीना और इसके बाद 1.5 से 2 लाख रुपए महीना तक कमाई हो सकती है।

2 से 3 लाख रुपए में हो सकता है शुरू-

डिस्‍पोजेबल कैटरिंग प्रोडक्‍ट की मांग शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में होती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर पेपर प्‍लेट की मांग होती है। इसके लिए छोटी मशीनों से काम किया जा सकता है। पेपर कप-प्‍लेट ऑटोमैटिक मशीन का बाजार में प्राइस 2 से 3 लाख रुपए के बीच है।
मशीन लेने के बाद आपको रॉ मटेरियल खरीदना होता है इसके बाद आप काम शुरू कर सकते हैं।

थर्मोकोल प्रोडक्‍ट में है बड़ा फायदा-

पॉलीथिन के विभिन्‍न जगहों पर प्रतिबंध लगने के बाद थर्मोकॉल  व पेपर प्रोडक्‍ट का चलन बढ़ा है।
थर्मोकॉल  कप-प्‍लेट बनाने की मशीन खरीदने के लिए भी आपको 2 से 3 लाख रुपए खर्च करने होंगे।
अपनी मार्केटिंग क्षमता के अनुसार आपको चुनाव करना होगा कि पहले आप क्‍या प्रोडक्‍ट बेच सकते हैं।
इसके बाद आप रॉ मटेरियल खरीद कर अपने घर या किसी दुकान में बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

50 हजार रुपए महीना से 2 लाख तक कमाई का मौका-

मैन्‍युफैक्‍चरिंग शुरू करने के बाद आपको मार्केटिंग भी अच्‍छी करनी होगी जिससे आप हर जगह अपने माल को इंट्रोड्यूस करा सकें।
थर्मोकाॅल की प्‍लेट को ही अगर मॉडल माने तो एक किलोग्राम रॉ मटेरियल से 300 प्‍लेट तैयार होती हैं।
एक किलो थर्मोकॉल का मटेरियल 200 से 250 रुपए प्रति किलोग्राम मिलता है जबकि, प्‍लेट की बिक्री 200 से 300 रुपए प्रति 100 प्‍लेट होती है।
इस तरह कम से कम अगर आप दिन में 1 हजार प्‍लेट भी बनाते हैं तो 60 से 80 हजार रुपए महीना होता है।
इसमें से खर्च निकालकर मुनाफा देखें तो शुरूआती समय में 50 हजार रुपए महीना तक कमा सकते हैं।
माल तैयार होने के बाद जो वेस्‍टेज बचती है वह भी रिसाइक्लिंग के लिए 50 फीसदी प्राइस पर बिक जाती है।

कंपनियों व रेस्‍टोरेंट से करार कर बढ़ा सकते हैं बिजनेस-

थर्मोकॉल  के अलावा पेपर कप व बॉउल बनाने की मशीन भी 3 लाख रुपए तक में मिल जाती है।
बाजार में कॉफी और कोल्‍डड्रिंक्‍स के लिए पेपर कप व गिलास का इस्‍तेमाल किया जाता है।
ऐसे में अगर आप रेस्‍टोरेंट या कंपनियों से करार करने में सक्षम हैं तो उनके लेबल के साथ माल तैयार कर आप सप्‍लाई कर सकते हैं।
इस तरह आप लंबे समय तक और सुनिश्चित कमाई का स्रोत तैयार कर सकते हैं।

90 फीसदी तक मिलता है लोन-

सरकार इस समय एसएमई को सपोर्ट कर रही है। कई तरह की योजनाओं के तहत कारोबारियों को मदद की जा रही है।
खादी ग्रामोद्योग में भी डिस्‍पोजेबल कैटरिंग प्रोडक्‍ट मेकिंग व्‍यवसाय को लिस्‍ट किया गया है।
इन सभी योजनाओं में व्‍यवसाय करने के लिए आपको 90 फीसदी तक लोन मिलता है।
खादी ग्रामोद्योग व अन्‍य कई योजनाओं में लोन राशि पर देय ब्‍याज पर सब्सिडी का प्रावधान भी मौजूद है।
शुरू करें सॉफ्ट ट्वाॅएज का बिजनेस, घर बैठे होगी कमाई

Wednesday 26 October 2016

शुरू करें सॉफ्ट ट्वाॅएज का बिजनेस, घर बैठे होगी कमाई




जब आज के दौर में सॉफ्ट ट्वॉएज का मार्केट बढ़ता जा रहा है। किसी को गिफ्ट देने से लेकर घर सजाने तक में इनका इस्तेमाल किया जाता है। इनके डि‍फरेंट शेप्‍स और वेराइटी मार्केट में दिख जाएंगी। वैसे तो कई पॉपुलर ब्रांड भी सॉफ्ट ट्वॉएज बनाते हैं, लेकिन इस बिजनेस को कम लागत में भी स्टार्ट किया जा सकता है। कम लागत वाला यह बिजनेस आपके लिए अच्छे खासे मुनाफे का साधन बन सकता है।

10 हजार में शुरू कर सकते हैं बिजनेस-

यह बिजनेस कोई भी आसानी से शुरू कर सकता है। अगर आप इस बि‍जनेस को घर पर ही शुरू करना चाहते हैं तो इसकी शुरूआती लागत 10,000 से 50,000 रूपए तक हो सकती है। फ्रेंचाइजी के अलावा अगर कम इंवेस्‍टमेंट में शुरूआत करना है तो भी आप इसे बेहद आसानी से शुरू कर सकते हैं।

इन चीजों की होती है जरूरत-

कपड़ा, स्‍पंज, निडिल, रिबन, बटन और कलरफुल धागे जैसी चीजों की जरूरत ट्वॉएज बनाने के लिए होती है। वैसे तो सॉफ्ट ट्वॉएज बिजनेस की अच्‍छी बात यह है कि इन्‍हें आप हाथ से भी बना सकते हैं, लेकिन अच्‍छी क्‍वॉलिटी के खिलौनों के लिए आप मशीन भी खरीद सकते हैं।

ये हैं बिजनेस चलाने के कुछ तरीके-

इस बिजनेस को शुरू करने का सबसे पहला तरीका एक तो यह है कि सॉफ्ट ट्वॉएज की मैन्‍युफैक्चरिंग यूनिट लगा सकते हैं।
इसके लिए शुरूआती दौर में बहुत ज्‍यादा मटेरियल लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
एक लिमिटेड क्राइटीरिया में आप स्‍टफ ट्वॉएज बनाएं।
मैन्‍युफैक्‍चरिंग के बाद आप खुद का स्‍टोर चला सकते हैं।
अच्‍छा खासा स्टॉक होने पर आप सॉफ्ट ट्वॉएज एक्सपोर्ट कर सकते हैं। डीलर्स और सप्‍लायर्स से भी कॉन्‍टैक्‍ट कर सकते हैं।
गिफ्ट स्‍टोर्स में मटेरियल सप्‍लाई कर सकते हैं। मॉल, रिटेल स्‍टोर या किसी पॉपुलर मार्केट से भी अपना काम शुरू कर सकते हैं।
आप इन खिलौनों को ऑनलाइन सेल भी कर सकते हैं। आजकल लोग इसे ऑनलाइन भी खूब खरीदते हैं। ऑनलाइन सेल करने पर इनमें अच्‍छा प्रॉफि‍ट मिलता है।

ले सकते हैं इन टॉप ब्रांड की फ्रेंचाइजी-

आर्चीज, डील्‍स इंडि‍या, ‍डि‍म्‍पी स्‍टफ, टि‍कल्‍स, कडल्‍स रेड स्टफ्ड ट्वॉएज के मामले में इंडि‍या के टॉप ब्रांड बन चुके हैं। आप इन ब्रांड की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। अगर आप बि‍जनेस में अच्‍छा-खासा इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो ही इन ब्रांड्स में पैसा लगाएं। इनकी फ्रेंचाइजी थोड़ी महंगी पड़ सकती है। फ्रेंचाइजी लेने के बाद आप अपना स्‍टोर कि‍सी रिटेल स्‍टोर, मॉल या कि‍सी पॉपुलर मार्केट में खोल सकते हैं।

इतना हो सकता है प्रॉफि‍ट-

स्‍टफ्ड ट्वॉएज के दाम ‘फर’ की क्‍वॉ‍लि‍टी पर डि‍पेंड होते हैं। इन खि‍लौनों की कीमत 30 रुपए से शुरू होकर 2000 से 3000 रुपए या इससे अधिक भी हो सकती है। अगर आप घर पर बनाते हैं तो यह बिजनेस आपके लिए ज्‍यादा प्रॉफि‍टेबल हो सकता है। प्रॉफि‍ट आपके बिजनेस क्राइटीरिया पर डिपेंड होता है कि किस तरह से आप इस बिजनेस को टैकल कर रहे हैं। मार्केट में आज इनकी डिमांड हर जगह है, इसलिए इससे 50,000 रुपए से लेकर लाख रुपए तक कमाई की जा सकती है।
रीबाॅक के साथ करें बिजनेस, सालभर होगी लाखों में कमाई

Tuesday 25 October 2016

रीबाॅक के साथ करें बिजनेस, सालभर होगी लाखों में कमाई




देश में स्‍पोर्ट्स फ्रेंचाइजी लेना हमेशा से ही फायदेमंद रहा है। प्रीमि‍यम रेंज के प्रोडक्‍ट्स का बि‍जनेस सदाबहार माना जा रहा है। इतना ही नहीं, यह फूड बि‍जनेस जैसा प्रोडक्‍ट नहीं है जो खराब हो जाता है। भारत में इसी तरह का बि‍जनेस रीबॉक के साथ कि‍या जा सकता है। कंपनी आपको भारत में रीबॉक फ्रेंचाइजी स्‍टोर खोलने का मौका दे रही है। यहां कई लोग रीबॉक की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं लेकि‍न हर व्‍यक्‍ति‍ इसे हासि‍ल नहीं कर पाता। इसके लि‍ए आपको कुछ चीजें पूरी करनी होती हैं।

लोकेशन और स्‍पेस है जरूरी-

फ्रेंचाइजी के लि‍ए सबसे पहली चीज लोकेशन है। जि‍तनी ज्‍यादा जगह आपके पास होगी उतना ही फायदा आपको और कंपनी को होगा।
आमतौर पर स्‍पोर्ट्स ब्रांड्स लोकेशन पर फोकस करते हैं और उसी हि‍साब से अपनी जरूरत को बदलते हैं।
रीबॉक की फ्रेंचाइजी लेने के लि‍ए आपको 1200 वर्ग फुट से 2000 वर्ग फुट एरि‍या की जरूरत है।

आसपास दूसरे स्‍टोर्स न हों-

कोई भी ब्रांड्स यह नहीं चाहता कि‍ उसके स्‍टोर्स आसपास हों।
आपके पास ऐसी जगह होनी चाहि‍ए जो सेम ब्रांड स्‍टोर से 5 कि‍मी दूर हो।
आपका लोकेशन ऐसे एरि‍ये में हो जहां ज्‍यादा से ज्‍यादा बि‍जनेस की संभावनाएं हों।

टाइम लगेगा-

पूरे प्रोसेस में करीब 1 से 3 महीने का समय लग सकता है।
रीबॉक तय करेगा कि‍ कौन सा स्‍टोर – हब स्‍टोर, प्रीमि‍यम ब्रांड आउटलेट या फैक्‍ट्री प्राइस शॉप होगी।

इन्‍वेस्‍टमेंट-

फ्रेंचाइसी इंडि‍या के मुताबि‍क, आपका इन्‍वेस्‍टमेंट 50 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच हो सकता है।
रीबॉक की फ्रेंचाइज लेने के लि‍ए आपके पास अच्‍छे बैंक बैलेंस की जरूरत है।

इन चीजों पर पैसा खर्च करना होगा-

रीबॉक के गाइडलाइन के मुताबि‍त, आपके पैसे का यूज स्‍टोर्स को बनाने में लगेगा।
स्‍टोर के रेंटल और सि‍वि‍ल वर्क के लि‍ए इन्‍वेस्‍टमेंट करना होगा।
इसके अलावा, फर्नीचर और फि‍क्‍सचर्स, इन्‍वेंटरी और ब्रांड के साथ कुछ डि‍पॉजि‍ट करने के लि‍ए इन्‍वेस्‍ट करना होगा।
शुरू करें ये बिजनेस, लाखों कमाने का मौका

Monday 24 October 2016

शुरू करें ये बिजनेस, लाखों कमाने का मौका



अगर आप बिजनेस करना चाहते है और आपके पास पूंजी की कमी है तो आपके पास कई ऐसे बिजनेस के विकल्प मौजूद है जो बेहद कम निवेश के साथ शुरू किए जा सकते हैं और इनमें कमाई भी अच्छी खासी है। इसके लिए आपको ज्यादा स्किल डेवलप करने की भी जरूरत नहीं है। इन बिजनेस में आप 1 लाख रुपए महीना से ज्यादा की कमाई भी कर सकते हैं।

ट्रांसलेशन सर्विसेज-

आज दुनियाभर में कई ऐसी कंपनियां है जो ऑनलाइन ट्रांसलेशन का काम देती हैं। कुछ कंपनियां घंटे के हिसाब से भुगतान करती हैं, जबकि कुछ शब्दों के हिसाब से भुगतान करती हैं। अगर आपकी अंग्रेजी के साथ किसी दूसरी भाषा में पकड़ है तो आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। गूगल अंग्रेजी से किसी दूसरी भाषा में ट्रांसलेट करने के 5-10 रुपए प्रति शब्द तक देता है, वहीं कई कंपनियां भी 5 रुपए प्रति शब्द तक का भुगतान करती हैं। काम पाने के लिए आप किसी ट्रांसलेशन वेबसाइट पर अपने आप को रजिस्टर्ड करवा सकते हैं।

मेडिकल टूर सर्विसेज-

विदेशों की तुलना में भारत में इलाज कराना काफी आसान होता है। अमेरिका और यूरोपीय देशों से कई लोग भारत में इलाज कराने आते हैं। आप विदेशी टूरिस्ट को भारत में इलाज कराने की मेडिकल सेवाएं उपलब्ध करा सकते हैं। देश के कई बड़ी अस्पतालों में हर साल विदेश से लोग सर्जरी और दूसरी बीमारियों के इलाज कराने आते हैं।

यूज्ड कार डीलरशिप-

भारत में कारों का बिजनेस लगातार बढ़ता जा रहा है। नई कारों के साथ सेकंड हैंड कारों का बाजार भी हमेशा डिमांड में रहता है। आप पुरानी कारों की डीलरशिप लेकर कमिशन के आधार पर बिजनेस शुरू कर सकते हैं। डीलरशिप के अलावा भी एक्स्ट्रा कमाई कर सकते हैं। 2-3 लाख की कार पर डीलर के 10-20 हजार रुपए तक बच जाते हैं।

मोबाइल गैरेज सर्विस-

शहरों में कारों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में कार ब्रेकडाउन की समस्या भी आम हो गई है। मोबाइल गैरेज सर्विस के लिए आपको एक मोटरसाइकिल और एक अच्छा मैकेनिक अपने साथ रखना होगा। यह सुविधा आप ऐसे इलाकों में दे सकते हैं, जहां गैरेज उपलब्ध नहीं होते। मोबाइल गैरेज के जरिए आप 2-3 हजार रुपए प्रतिदिन तक कमाई कर सकते है।

आइस क्रीम पार्लर-

आइस क्रीम पार्लर शुरू करने के लिए आपको ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं है। इसके लिए आपको एक फ्रीजर खरीदना होगा जो 10 हजार रुपए में आ जाता है। पुराना आपको इससे भी कम में मिल जाएगा। अगर आप निवेश नहीं करना चाहते तो बड़ी आइसक्रीम कंपनियों की फ्रेंचाइजी भी ले सकते हैं। इनमें क्वालिटी वडीलाल जैसी बड़ी आइसक्रीम कंपनियां शामिल हैं। ये कंपनियां आइसक्रीम बिक्री का 10-20 फीसदी तक कमीशन के रुप में देती हैं।

ड्राइविंग स्कूल-

ड्राइविंग स्कूल एक एवरग्रीन बिजनेस है, जो कभी मंदा नहीं पड़ेगा। हर रोज सड़कों पर कारों की संख्या बढ़ती जा रही है। ज्यादा से ज्यादा लोग ड्राइविंग सीखना चाहते हैं। ड्राइविंग स्कूल के जरिए आप 10 हजार रुपए प्रतिदिन तक कमा सकते हैं।

फोटोग्राफर-

फोटोग्राफर बनने के लिए बस आपको एक कैमरे की जरूरत होगी। अपने आसपास से इसकी शुरूआत कर सकते हैं। लोगों के फैमिली फंक्शन, शादी, पार्टी में आप फोटोग्राफी सर्विस दे सकते हैं। किसी भी इवेंट को यादगार बनाने के लिए फोटोग्राफी जरुरत बन गई है। ऐसे में आप फोटोग्राफी के जरिए अच्छा पैसा कमा सकते हैं। इसमें कमाई आपकी काबिलियत और काम के आधार पर तय होती है।

वर्चुअल असिस्टेंट-

कई कंपनियां अपना रोजमर्रा के कामों को हैंडल करने के लिए वर्चुअल असिस्टेंट को हायर करती हैं। वह कंपनी या किसी व्यक्ति के मीटिंग, यात्रा और दूसरे कामों का मैनेज करता है। इस काम के लिए आपको ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होती है बल्कि फोन और इंटरनेट पर ये काम हो जाते हैं। इसमें आप एक साथ कई कंपनियों के लिए वर्चुअल असिस्टेंट का रोल निभा सकते हैं।

सोशल मीडिया सर्विस-

सोशल मीडिया की ताकत दिनो दिन बढ़ती जा रही है। आज हर छोटी-बड़ी कंपनियो का सोशल मीडिया पर पेज है, जिसे मैनेज करने के लिए सोशल मीडिया मैनेजर की जरूरत होती है। इसके लिए हर कंपनी अपने हिसाब से भुगतान करती है। इस काम के लिए आपको सोशल मीडिया की जानकारी होनी चाहिए। आप एक साथ कंई कंपनियों के सोशल मीडिया को मैनेज कर सकते हैं।

क्रेच सर्विस-

मेट्रो शहरों में पति-पत्नी दोनो वर्किंग होते हैं ऐसे में उनके छोटे बच्चों को संभालने की समस्या रहती है। इसके लिए आप अपने घर में ही बच्चों को संभालने के लिए क्रेच खोल सकते हैं। इसके लिए आपको किसी तरह के निवेश की जरूरत नहीं होती है। दिल्ली-एनसीआर जैसे शहरों में एक बच्चे को संभालने के लिए 5 हजार रुपए तक महीने के मिल जाते हैं।
करें रजनीगंधा की खेती, हर महीने होगी लाखों में कमाई

Sunday 23 October 2016

करें रजनीगंधा की खेती, हर महीने होगी लाखों में कमाई





फूलों की खेती लाभदायक होती है इस बात के प्रमाण आपको बहुत सारे मिल जाएंगे। लेकिन, इस बात का चुनाव करना बेहद जरूरी होता है कि कौन से फूलों की खेती कम लागत में ज्‍यादा लाभदायक होती है। रजनीगंधा उगाने में न सिर्फ खर्च कम आएगा बल्कि इससे कमाई आप 2 से 2.5 लाख रुपए महीना तक कर सकते हैं।

2 से 2.5 लाख रुपए आती है लागत-

रजनीगंधा फूलों की खेती को भारत के हर हिस्‍से में किया जा सकता है।
रजनीगंधा के बीज के स्‍थान पर इसकी कलम रोपना ज्‍यादा अच्‍छा रहता है।
लगभग 1 हेक्‍टेयर में करीब 12 क्विंटल कलमें रोपी जाती हैं।
कलमों और इसे रोपने व शुरूआती देखरेख में खर्च 1 से 1.5 लाख रुपए आता है।
खास बात है कि रजनीगंधा की फसल को कीट और बीमारियों का कोई खतरा नहीं होता।

3 प्रजातियों की है ज्‍यादा डिमांड-

भारत में रजनीगंधा की तीन प्रजातियों को बेाया जाता है जिनकी खासी डिमांड है।
मैक्‍सीकन सिंगल या कलकत्‍ता सिंगल प्रजाति के फूल सफेद रंग के होते हैं।
कलकत्‍ता डबल: इस प्रजाति के फूलों पर दोहरी पंखुड़ी होती है हल्‍का गुलाबी होता है।
स्‍वर्णलता: भी डबल किस्‍म की तरह ही है इस पर भी हल्‍की गुलाबी रंग की पंखुड़ी होती है।

90 से 120 दिन की होती है फसल-

रजनीगंधा की तीनो प्रजातियों पर 90 से 120 दिनों बाद फूल आने लगते हैं।
एक हेक्‍टेयर खेत से 2.5 से 3 लाख स्‍पाईक (फूल समेत डंठल) मिल जाते हैं।
इसके अलावा 15 से 20 टन बल्‍ब व लेट्स भी प्राप्‍त होते हैं जिनकी अलग कीमत होती है।
यह पहले साल की फसल है, रजनीगंधा लगातार 3 सालों तक फसल देता है।
यदि आप कुछ अंतराल के बाद हर दिन फूल लेना चाहते हैं तो 15वें दिन रोपाई करें।

सिर्फ फूलों से होगी 25 से 30 लाख की कमाई-

रजनीगंधा के एक स्‍पाईक की विभिन्‍न मंडियों में कीमत 12 से 20 रुपए मिलती है।
यदि 2.5 लाख स्‍पार्इक होते हैं और कम से 10 रुपए भी कीमत भी मिलती है।
इस हिसाब से आप पूरे साल में 25 लाख रुपए सिर्फ फूलों से कमा सकते हैं।
बल्‍व आदि बेचकर लागत काटकर 2 से 2.5 लाख रुपए प्रति माह आराम से कमाई होती है।

लगभग हर राज्‍य में मिलती है मदद-

रजनीगंधा की मांग विदेशों में भी बहुत है। इसकी खपत पूरे साल लगभग एक जैसी होती है।
उत्‍तर प्रदेश, कर्नाटक, छत्‍तीसगढ़, महाराष्‍ट्र, गुजरात हरियाणा में बड़ी मात्रा में खेती होती है।
इन राज्‍यों में फ्लोरीकल्‍चर यानी फूलों की खेती के लिए सरकारी सब्सिडी दी जाती है।
अलग अलग राज्‍यों में समय समय पर सब्सिडी की सीमा अलग अलग होती है।
शुरू करें पेपर नैपकिन का बिजनेस, करें लाखों में कमाई

Friday 21 October 2016

शुरू करें पेपर नैपकिन का बिजनेस, करें लाखों में कमाई





पैपर नेपकिन, जिसे टिश्‍यू पेपर भी कहा जाता है, जिसका इस्‍तेमाल हाथ व चेहरे को साफ करने में किया जा
ता है। पेपर नैपकिन का इस्‍तेमाल दिनों दिन बढ़ता जा रहा है और यह बिजनेस एक बड़ा आकार लेता जा रहा है।

करें 3.50 लाख रुपए का इंतजाम-

अगर आप पेपर नेपकिन बनाने की यूनिट लगाना चाहते हैं तो सबसे पहले लगभग 3.50 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा। इतना पैसे का इंतजाम होते ही आप किसी भी बैंक के पास मुद्रा स्‍कीम के तहत लोन के लिए अप्‍लाई कर सकते हैं। 3.50 लाख रुपए आपके पास होने के कारण बैंक आपको लगभग टर्म लोन के तौर पर लगभग 3 लाख 10 हजार रुपए और वर्किंग कैपिटल लोन 5 लाख 30 हजार रुपए तक मिल जाएगा।

करें इन्‍वेस्‍ट-

लोन पास होते ही आपको यूनिट के लिए किराये की जगह तलाशनी होगी। जिसके बाद दो कलर फ्लैक्‍सोग्राफिक मशीन, एक टैस्टिंग इक्‍विपमेंट, एज सीलिंग एंड कटिंग मशीन, हैंड टूल्‍स खरीदने होंगे। इन पर लगभग 4 लाख रुपए का खर्च आएगा। वहीं, आपको सेल्‍स टैक्‍स रजिस्‍ट्रेशन के साथ-साथ अन्‍य सर्टिफिकेट्स लेने होंगे। साथ ही, आपको एक माह का रॉ मैटीरियल लेना होगा, जिसमें टिश्‍यू पेपर 21जीएसएम लगभग 12.5 टन, इंक और अन्‍य कंज्‍यूमएबल, पैकेजिंग मैटीरियल शामिल है, इन पर लगभग 7 लाख रुपए खर्च होंगे। आपको चार वर्कर्स को भी हायर करना होगा।

करें मैन्‍युफैक्‍चरिंग-

पेपर नेपकिन की मैन्‍युफैक्‍चरिंग प्रोसेस काफी आसान है। आपको टिश्‍यू पेपर रोल को फ्लैक्‍सोग्राफिक मशीन पर चढ़ाना होगा। इसके बाद मशीन आटोमैटिक तरीक से पेपर की प्रिंटिंग करेगी और मशीन में फिट डिवाइस टिश्‍यू पेपर को साइज में काट देगी।

होगी कमाई-

आप साल में लगभग 1 लाख 50 हजार किलोग्राम पेपर नेपकिन का प्रोडक्‍शन कर सकते हैं। यह नेपकिन लगभग 65 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेच सकते हैं। यानी कि आप साल भर में लगभग 97 लाख 50 हजार रुपए का टर्न ओवर कर सकते हैं। ऐसे में यदि आप सारे खर्च को जोड़ दें तो लगभग 92 लाख 50 हजार रुपए खर्च होंगे। यानी कि आप पहले साल में 5 लाख रुपए बचा सकते हैं। यानी कि आप लगभग 42 हजार रुपए महीना का प्रॉफिट होगा।

प्रॉफिट बढाना-

अगले साल से आपका प्रॉफिट लगभग दोगुना हो जाएगा, क्‍योंकि अगले साल मशीन सहित अन्‍य खर्चे कम हो जाएंगे। यानी कि अगर आपको अगले साल मशीन पर खर्च किया गया चार लाख रुपया, ऑफिस फर्नीचर, बिजली का कनेक्‍शन, इन्‍सटॉलेशन जैसे खर्चे नहीं करने पड़ेंगे तो आपका सालाना प्रॉफिट 10 लाख रुपए तक पहुंच सकता है। आप इस पैसे का इस्‍तेमाल प्रोडक्‍शन बढ़ाने पर भी कर सकते हैं, जिससे प्रॉफिट और बढ़ेगा।

होगा खर्चा-

मशीनरी एवं फ्रेट एवं इंश्‍योरेंस – 4 लाख 40 हजार रुपए
रॉ मैटीरियल (मासिक)– 7 लाख 13 हजार रुपए
स्‍टाफ एवं लेबर(मासिक)– 30 हजार रुपए
किराया, बिजली, टांसपोर्ट, स्‍टेशनरी(मासिक)– 20 हजार रुपए
पॉलीहाउस में करें खेती, हर महीने ऐसे होगी लाखों की कमाई

पॉलीहाउस में करें खेती, हर महीने ऐसे होगी लाखों की कमाई





खेती में अगर आपकी रूचि है तो आप इससे सिर्फ जीवन यापन ही नहीं बल्कि हर महीनें लाखों रुपए भी कमा सकते हैं। अगर बात सब्‍जी की खेती की हो तो यह बात और हैरान करती है। लेकिन, यह मुमकिन है खेती के नए तरीके पॉलीहॉउस फार्मिंग से। इसके लिए आपको बहुत लंबे-चौड़े फार्म की भी जरूरत नहीं है। छोटे से खेत से ही आप अपनी कमाई को दो नहीं बल्कि चार गुना तक कर सकते हैं।

प्रोडक्‍शन दोगुना कीमत 3 गुनी-

पॉलीहाउस में वैसे तो सभी प्रकार की फसलों को उगाया जा सकता है लेकिन, वर्तमान में चलते चुनिंदा फसलें ही उगाई जाती हैं।
पॉलीहाउस में फसलों को बीमारी नहीं लगती है साथ ही रासायनिक खाद या दवाओं का भी प्रयोग नहीं किया जाता है।
अगर सब्जियों की फसल की ही बात करें तो ये रोग मुक्‍त होती हैं, जिसके कारण इनका प्रोडक्‍शन लगभग 2 गुना होता है।
जहां तक कीमत की बात है तो पॉलीहाउस व ऑर्गेनिक सब्जियों की अपनी ब्रांडिंग है। यह बाजार में 3 गुनी तक कीमत में बिकती हैं।

हर मौसम में तैयार होते हैं फूल-

पॉलीहाउस में क्‍लाइमेट कंट्रोल में रहता है जब चाहे धूप, हवा-पानी आदि अपनी मर्जी से तय कर सकते हैं।
किसी भी मौसम में किसी भी समय की फसल को तैयार किया जा सकता है।
अब अगर फूलों की बात करें तो गेंदा, जरबेरा, ग्‍लाइडियस, रजनीगंधा आदि फूलों को उगाया जा सकता है।
बाजार में फूलों की अच्‍छी डिमांड है तो फूल आपको अच्‍छीखासी कमाई भी करा सकते हैं।

750 रुपए वर्गमीटर की दर से बनता है पॉलीहाउस-

किसी भी प्रोजेक्‍ट को शुरू करने से पहले उसके शुरूआती खर्च को जरूर जान लेना चाहिए।
नेशनल हॉर्टिकल्‍चर बोर्ड के अनुसार एक वर्गमीटर पॉलीहाउस का खर्च करीब 750 रुपए आता है।
इस लिहाज से अगर आप 100 वर्गमीटर में पॉलीहाउस बनाते हैं तो 75 हजार रुपए खर्च आएगा।
लोहे के पाईप और 100 माईक्रोन वाली पॉलीथीन से बने इस पॉलीहाउस पर बड़े तूफान का भी असर नहीं पड़ता।

50 से 80 फीसदी तक मिलती है सब्सिडी-

पूरे देश में पॉलीहाउस फार्मिंग को प्रोत्‍साहित किया जा रहा है इस‍के लिए सब्सिडी भी दी जाती है।
विभिन्‍न राज्‍यों में पहले आओ पहले पाओ के आधार पर 50 से 80 फीसदी की सब्सिडी मिलती है।
प्रोजेक्‍ट पास होने के बाद केवल 15 दिनों के भीतर सब्सिडी का पैसा आपके खाते में आ जाता है।

केवल 15 हजार में पॉलीहाउस-

नेशनल इन्‍नोवेशन इन क्‍लाइमेट रेजीलेंट एग्रीकल्‍चर ने इस से भी सस्‍ता पॉलीहाउस प्रोजेक्‍ट तैयार किए हैं।
निक्रा मॉडल पर अगर पॉलीहाउस बनाया जाता है इस पर केवल 15000 रुपए प्रति 100 वर्गमीटर ही खर्च आता है।
निक्रा की मदद से देशभर में लगभग 20 हजार किसान सब्जियों, फलों और अन्‍य फसलों की खेती कर रहे हैं।
अभी तक देश में लगभग 5 लाख से ज्‍यादा लोग विभिन्‍न तरह की खेती पॉलीहाउस में कर रहे हैं।
शुरू करें कॉटन कैंडी का बि‍जनेस, होगी हजारों में कमाई

Thursday 20 October 2016

शुरू करें कॉटन कैंडी का बि‍जनेस, होगी हजारों में कमाई





बच्चों को कॉटन कैंडी खासी पसंद होती है। बच्चों की इस जिद के पीछे बड़ों को झुकना ही पड़ जाता है। हालांकि इसका बिजनेस भी काफी प्रॉफिटेबल था। इसे शुरू करने के लिए ज्यादा इन्वेस्ट भी नहीं करना पड़ता और इसे घर से ही शुरू किया जा सकता है। कॉटन कैंडी बिजनेस केवल 8 से 10 हजार रुपए में शुरू किया जा सकता है और इससे 50 हजार रुपए तक कमाई की जा सकती है।

बेहद कम लागत में शुरू कर सकते हैं बि‍जनेस-

कॉटन कैंडी ऐसा बि‍जनेस है, जि‍सके लि‍ए आपको बहुत ज्‍यादा इन्वेस्‍टमेंट की जरूरत नहीं होती है। इसके लिए जरूरी इक्विपमेंट खरीदने में भी काफी कम खर्च आता है।
अगर आप खुद की मशीन खरीदते हैं तो इसके लि‍ए आपको 10 से 15 हजार रुपए तक खर्च करने होंगे। आप ऑर्डर पर भी मशीन बनवा सकते हैं। इससे हटकर अगर आप रेंट पर मशीन लेते हैं तो इस बि‍जनेस को शुरू करने में इंवेस्‍टमेंट और कम हो जाएगा।

इन चीजों की होती है जरूरत-

मशीन,चीनी,खाने वाला कलर,पैकिंग मैटेरि‍यल,स्‍टि‍क्‍स।
इन चीजों को खरीदने के लि‍ए बहुत ज्‍यादा पैसा नहीं खर्च करना पड़ता है। सामान खराब होने का रि‍स्‍क होता है इसलि‍ए एक साथ बहुत ज्‍यादा रॉ मैटेरि‍यल नहीं खरीदा जा सकता है। इससे सामान के खराब होने का भी डर नहीं रहता है।

ऐसे कर सकते हैं बि‍जनेस की शुरुआत-

कॉटन कैंडी के मार्केट को बि‍जनेस शुरू करने के पहले एक बार जरूर समझ लें। इससे आपको बि‍जनेस डि‍मांड के बारे में पता चल सकेगा।
ऐसे सप्लायर्स से कॉन्‍टैक्‍ट करें जो कॉटन कैंडी का बि‍जनेस करता हो। मार्केट की जरूरतों को समझें।
घर में ही मशीन लगाकर इस बि‍जनेस की शुरुआत करें। शुरुआत में 150 से 200 पैकेटस के लि‍ए ही काम करें।
बजट के हि‍साब से मैटे‍रि‍यल बनाएँ,ताकि‍ उसका सही इस्‍तेमाल हो सके।
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कॉटन कैंडी बनाने का मैथेड-

मशीन में चीनी और कलर डालकर मि‍लाएं। इसके बाद मशीन चलाएं और इन दोनों चीजों को मि‍ला लें। कुछ समय बाद ये दोनों चीजें आपस में मि‍क्‍स हो जाएंगी। जब इसमें कॉटन के रेशे जैसे बनने लगे तो समझि‍ए कॉटन कैंडी तैयार हो गई है।

शुरूआत में भी होगी कमाई-  

बि‍जनेस में लागत एक तरह से न के बराबर ही होती है। शुरुआती दौर में आपको इसमें 20 से 25 हजार रुपए महीने तक की कमाई होती है।
मार्केट रीच बढ़ने पर कॉटन कैंडी बि‍जनेस से होने वाली यह कमाई 40 से 50 हजार तक भी पहुंच सकती है, लेकि‍न यह आपकी मार्केटिंग पर डि‍पेंड करता है।

ऐसे बढ़ा सकते हैं अपना बि‍जनेस-

शुरुआत में आप एक या दो रि‍टेलर्स और कनफेक्‍शनर्स के यहां स्‍टॉक सप्‍लाई कर सकते हैं।बि‍जनेस बढ़ने पर आप इसे कि‍सी खास इवेंट और पार्टी में भी ऑर्डर बुक कर सकते हैं। ऐसे मौकों पर आपको कुछ ही घंटों में 8 से 10 हजार रुपए तक की कमाई हो जाती है। यह टारगेट केवल एक पार्टी बुकिंग का है।
घर बैठे करें हजारों में कमाई, बस मोबाइल का करना होगा सही इस्तेमाल

Tuesday 18 October 2016

घर बैठे डिजाइन करें और बेचें लोगो, हर महीने होगी लाखों में कमाई





अगर आप डिजाइनिंग, कोडिंग, वेबसाइट्स ब्लॉगिंग में माहिर नहीं हैं तो भी आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसलिए आपके घर पर इंटरनेट कनेक्शन और कुछ खाली समय होना जरूरी है। यह काम बेहद आसान भी है। इससे आप महीने भर में एक लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं।

ये वेबसाइट्स देती हैं मौका-

अपने बनाए लोगो बेचने के लिए फाइवर डॉट कॉम सबसे ज्‍यादा पसंद की जाने वाली वेबसाइट है इसके जरि‍ए आप अच्‍छी-खासी कमाई कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ वेबसाइटस ऐसी है जो ऑनलाइन लोगो डि‍जाइन करने का मौका देती हैं। इसमें ग्राफि‍क्‍स स्‍प्रंग्‍स, लोगो गार्डन डॉट कॉम,डि‍जाइन मेंटि‍क डॉट कॉम जैसी वेबसाइट्स शामि‍ल हैं।

यह है तरीका-

फाइवर डॉट कॉम लोगो बेचने वाली अग्रणी ऑनलाइन कंपनी है। इसके अलावा जो वेबसाइट्स लोगो बेचने का ऑप्शन देती हैं, उनमें स्‍टॉकलोगोज डॉट कॉम्‍ा, ब्रांडक्राउड डॉट कॉम, लोगो फर्म  डॉट कॉम काफी डि‍मां‍ड है। जि‍स भी वेबसाइट पर लोगो बेचना चाहते हैं वहां रजि‍स्‍ट्रेशन कराना पड़ता है। रजि‍स्‍ट्रेशन के लि‍ए कोई फीस अदा नहीं करनी पड़ती है।

अपलोडिंग होती है बिल्कुल फ्री-

लोगो अपलोड के लि‍ए शुरुआती दौर में कुछ पैसा जरुर  देना पड़ता है। परमानेंट कस्‍टमर बनने के बाद  य‍ह फ्री हो जाती है। अपलोड करने के बाद आपके पास वाया ईमेल इसकी इंफॉरमेशन दी जाती है। ईमेल से आपको कन्‍फर्मेशन मि‍लती है कि‍ आपका लोगो कंपनी खरीदने के लि‍ए तैयार है।

6 से 7 हजार रुपए तक रोजाना होती है कमाई-

लोगो बेचकर शुरुआती दौर पर 30 से 35 डॉलर (लगभग 2 हजार से 2400 रुपए) में बेच सकते हैं । इनकम बढ़ने पर यह रोजाना 100 डॉलर (6700 रुपए) तक पहुंच सकती है। कस्‍टमर्स के बीच आपके डि‍जाइंस की डि‍मांड बढ़ने पर यह रोजाना करीब 150 डॉलर तक हो जाती है। यानि‍ एक दि‍न में 10,000 तक यह कमाई हो जाती है।

अपने बनाए लोगो पर कर सकते हैं 700 रुपए तक की बचत-

ऑनलाइन लोगो साइटस पर लोगो बनाने के अलावा अगर आप अपना लोगो डि‍जाइन करके सेल करते हैं तो इस पर आप एक्‍सट्रा सेविंग कर सकते हैं। अगर आप अपना लोगो बेचते हैं तो इसमें आपको कुछ पैसा जरूर देना होता है लेकि‍न 10 यूएस डॉलर यानी एक लोगो पर 700 रुपए तक बचा सकते हैं।

बाकी सप्‍लायर्स और डि‍जाइनर्स से भी होता है कॉन्ट्रैक्ट-

अगर लोगो कंपनी को पसंद आता है तो वह आपकी परमानेंट मेंबर भी बन जाते हैं। लगातार अपलो‍ड करने पर यहां आप बाकी डि‍जाइनर्स और सप्‍लायर्स से भी मि‍ल सकते हैं।
कई सारे ऑनलाइन कैपेंन भी समय-समय पर चलते रहते हैं, जि‍नका फायदा भी उठाया जा सकता है। लेकि‍न एक निश्चित डयूरेशन के बाद ही आपको यह फै‍सि‍लि‍टी मि‍लती है।

कर सकते हैं अपने लोगो की मार्केटिंग-

आपको अपने लोगो की मार्केटिंग करने का मौका भी मिलता है। जैसे फाइवर डॉट कॉम पर आप लोगो अपलोडिंग करते हैं तो यहां पर अपने आइडि‍याज भी शेयर कर सकते हैं।
आपको एडवरटाइजिंग और मोबाइल एप के ऑप्‍शन दि‍ए जाते हैं जहां आपको थोड़े चार्जेस देने पड़ते हैं,जहां आप अपनी ब्रांडि‍ग भी कर सकते हैं।
गुडलक वाला ये प्‍लांट कराएगा आपको लाखों की कमाई

Monday 17 October 2016

गुडलक वाला ये प्‍लांट कराएगा आपको लाखों की कमाई





घर में छोटे-छोटे सजावटी पौधों में से कुछ पौधों को लोग सिर्फ इसलिए अपने घर में रखते हैं कि इनसे गुडलक आता है। लेकिन, क्‍या आपको पता है कि इनमें से बैंबू प्‍लांट आपके बैंक बैलेंस को भी बढ़ा सकता है। हम इस प्‍लांट से होने वाले किसी चमत्‍कार की नहीं बल्कि इसके बिजनेस के बारे में बात कर रहे हैं। जी हां, अगर आप घर के आहते या छोटे से खेत में इसकी नर्सरी लगाकर कारोबार करें तो आप इनसे अच्‍छी-खासी कमाई कर सकते हैं।

बस चाहिए कुछ खाली जगह-

आपके पास अगर 50 से 100 वर्ग फुट भी खाली जगह है तो आप इन प्‍लांट्स की नर्सरी शुरू कर सकते हैं।
अगर इतनी जमीन भी नहीं है तो चंद गमले रैक में रखकर भी आप इन प्‍लांट्स को रख सकते हैं।
शुरूआत में आपको महज 10 से 20 हजार रुपए की जरूरत पड़ेगी ताकि आप बीज व अन्‍य सामान खरीद सकें।
महज 3 महीनों की मेहनत और देखरेख के बाद ही आपको कमाई होनी शुरू हो जाएगी।

बैंबू प्‍लांट आपको करा सकता है लाखों की कमाई-

इन दिनों घरों में छोटे-छोटे बैंबू यानी बांस के पौधे देखने को मिलते हैं, दरअसल इसे सकारात्‍मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है।
यही कारण है कि इसकी इन दिनों काफी डिमांड है और इसकी कीमत भी कुछ सौ रुपए से लेकर हजारों मे है।
ऐसे में सिर्फ बैंबू प्‍लांट की नर्सरी ही आपको मोटी कमाई करा सकती है। बस इसके लिए थोड़ी सी ट्रेनिंग की आपको जरूरत पड़ेगी।
10 से 12 डंठल वाला पौधा 200 रुपए और इससे ज्‍यादा का पौधा 2000 रुपए तक का मिलता है।
यदि आप हर दिन 5 प्‍लांट्स को भी बेचते हैं तो कमाई का आंकड़ा लाख रुपए महीना से उपर चला जाएगा।

बैंबू नर्सरीज से मिलेंगी कलम-

दरअसल, बैंबू प्‍लांट की नर्सरी लगाने के लिए आपको पहले वन विभाग या सर्टिफाइड बैंबू नर्सरी से इसकी कलम खरीदनी होंगी।
बैंबू प्‍लांट की बोनसाई बिल्‍कुल आसान है, यह किसी भी विशेषज्ञ से एक या दो दिन की ट्रेनिंग में सीखी जा सकती है।
बैंबू की कलम को एक गुच्‍छे की तरह रखकर इस पर प्‍लास्टिक या तांबे का तार बांध दिया जाता है।
इसके बाद इन्‍हें पानी के बर्तनों में कांच की गोलियों या साफ कंकरों के साथ रखा जाता है ताकि जरूरत भर ही ये बढ़ सकें।
करीब 1 माह बाद ही कलमों पर पत्तियां आनी शुरू हो जाती हैं लेकिन, ध्‍यान रहे कि इनको धूप कम से कम ही लगे।

ऑनलाईन कीजिए बिक्री-

आजकल अपने देश में भी ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ गया है।
इन दिनों लोग सजावटी पौधे भी ऑनलाइन खरीद रहे हैं। आप अपने कारोबार  को भी ऑनलाइन कर सकते हैं।
अगर आप डायरेक्‍ट ऑनलाइन नहीं बेचना चाहते तो किसी भी ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर बतौर सेलर आप अपने पौधों को बेच सकते हैं।
बैंबू प्‍लांट को अगर एक-दो दिन पानी से बाहर भी रखा जाए तो बहुत ज्‍यादा अंतर नहीं पड़ता है। लिहाजा शिपिंग टाईम में प्‍लांट खराब नहीं होगा।
शुरू करें पाॅल्ट्री बिजनेस, हर साल होगी लाखों में कमाई

Sunday 16 October 2016

शुरू करें पाॅल्ट्री बिजनेस, हर साल होगी लाखों में कमाई






पॉल्‍ट्री फार्मिंग-

‘संडे हो मंडे, रोज खाओ अंडे’, यह अब केवल विज्ञापन का स्‍लोगन नहीं रहा, बल्कि अंडा अब लगभग हर घर में मिलता है। वहीं, चिकन की डिमांड भी बढ़ती रही है। यही वजह है कि अब गांव हों या शहर, दोनों जगह मुर्गी पालन को बिजनेस का रूप दिया जा रहा है। बैंक भी अब इस बिजनेस को लोन देने के लिए आगे आ रहे हैं। यह बिजनेस करना ज्‍यादा मुश्किल भी नहीं है।

दो तरह का होता है पॉल्‍ट्री फार्मिंग-

यदि आप पॉल्‍टी फार्मिंग बिजनेस करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप अंडों का बिजनेस करना चाहते हैं या चिकन का। यदि आप अंडे का बिजनेस करना चाहते हैं तो आपको लेयर मुर्गियां पालनी होगी और आप चिकन का बिजनेस करना चाहते हैं तो आपको ब्रायलर मुर्गियां पालनी होंगी।

स्‍पेस की होगी जरूरत-

पॉल्‍ट्री फार्मिंग के लिए स्‍पेस की खास जरूरत होती है। हालांकि यह जरूरी नहीं कि आप किसी विकसित इलाके में ही पॉल्‍टी फार्मिंग करें, क्‍योंकि यह आपके लिए महंगा साबित हो सकता है, लेकिन इतना जरूर है कि पॉल्‍ट्री फार्म शहर के निकट ही हो और वहां तक वाहनों का आना जाना आसान हो। कितने स्‍पेस की जरूरत पड़ेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी मुर्गियों से अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। माना जाता है कि एक मुर्गी को कम से कम 1 वर्ग फुट की जरूरत पड़ती है और यदि यह स्‍पेस 1.5 वर्ग फुट हो तो अंडों या चूजों के नुकसान की आशंका काफी कम हो जाती है। इसके अलावा फार्मिंग ऐसी जगह पर करनी चाहिए, जहां बिजली का पर्याप्‍त इंतजाम होना चाहिए।

बिजनेस-

नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्‍चर एंड रूरल डेवलपमेंट द्वारा तैयार किए गए मॉडल प्रोजेक्‍ट्स के मुताबिक यदि आप पॉल्‍ट्री ब्रायलर फार्मिंग करना चाहते हैं और कम से कम 10 हजार मुर्गियों से बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको 4 से 5 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा, जबकि बैंक आपको लगभग 75 फीसदी यानी कि 27 लाख रुपए तक का लोन मिल जाएगा। यदि आप 10 हजार मुर्गियों से पॉल्‍ट्री लेयर फार्मिंग करना चाहते हैं तो आपको 10 से 12 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा और बैंक आपको 40 से 42 लाख रुपए तक का लोन दे सकता है। बैंक से आसानी से लोन लेने के लिए नाबार्ड कंसलटेंसी सर्विस की सहायता भी ली जा सकती है।

कमाई-

नाबार्ड के मुताबिक, एक स्‍वस्‍थ चूजा 16 से 18 रुपए में मिल जाता है। और ब्रायलर चूजा अच्‍छा व पौष्टिक आहार मिलने पर 40 दिन में एक किलोग्राम हो जाता है, जबकि लेयर ब्रिड के चूजे 4 से 5 महीने में अंडे देना शुरू कर देते हैं और औसतन डेढ़ साल तक लगभग 300 अंडे देते हैं। नाबार्ड के मॉडल प्रोजेक्‍ट के मुताबिक ब्रायलर फार्मिंग में आप लगभग 70 लाख रुपए तक कमाई कर सकते हैं, जबकि आपका कुल खर्च 64 से 65 लाख रुपए तक हो सकता है, जिसमें चूजे की खरीद, दाना, दवाइयां, इंश्‍योरेंस, शेड का किराया, बिजली का बिल, ट्रांसपोर्टेशन आदि शामिल है। यानी कि आप 4 से 5 महीने में लगभग 15 लाख रुपए कमाई कर सकते हैं।

होगी अंडों से कमाई-

यदि आप 10 हजार मुर्गियों से ब्रायलर फार्मिंग का बिजनेस शुरू करते हैं तो आप पहले साल में लगभग 35 लाख रुपए का अंडे बेच सकते हैं। साथ ही, एक साल बाद मुर्गियों को चिकन के लिए बेच दिया जाता है। इससे लगभग 5 से 7 लाख रुपए की आमदनी होगी। जबकि कुल खर्च लगभग 25 से 28 लाख रुपए होगी और साल भर में 12 से 15 लाख रुपए प्रॉफिट कमा सकते हैं। आगे के सालों में आपकी कैपिटल कॉस्‍ट कम हो जाती है।
ग्रेट खली के साथ करें बिजनेस, एक साल में कमाएं करोड़ों रूपए

Friday 14 October 2016

ग्रेट खली के साथ करें बिजनेस, एक साल में कमाएं करोड़ों रूपए




पंजाब के दलीप सिंह राणा, उर्फ ग्रेट खली को कौन नहीं जानता। ग्रेट वर्ल्‍ड रेसलिंग चैंपियन है। अब आप भी ग्रेट खली के साथ मिलकर बिजनेस कर सकते हैं। खली देश भर में 50 से ज्‍यादा जिम खोलना चाहते हैं। जिसमें फिटनेस के साथ साथ रे‍सलिंग की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके लिए उन्‍होंने फ्रेंचाइजी देने की घोषणा की है। आप भी फ्रेंचाइजी के लिए अप्‍लाई कर सकते हैं।

जिम की खासियत होगी-

दी ग्रेट खली जिम एंड फिटनेस क्‍लब नाम से शुरू होने इस जिम को रेसलिंग रिंग की थीम पर बनाए जाएंगे। जैसे ही कोई व्‍यक्ति जिम में घुसेगा, खली के रिकॉर्डेड आवाज में उसका स्‍वागत किया जाएगा, जो आटोमे‍टेड होगा। जिम 4500 से 5000 वर्ग फुट में फैला होगा। जहां लाउंज, किड्स एरिया, खली गैलरी, मैराथन ट्रेक, दो स्‍पा, दो जैकुजिस, स्‍वेट रूम ( जिसे एक समय में 40 से 45 लोग इस्‍तेमाल कर सकें) जैसे यूनिक फीचर्स होंगे। खली गैलरी में मर्चेंडाइज जैसे कपड़े- जूते डिस्‍पले और सेल किए जाएंगे।

इन्‍वेस्‍टमेंट-

रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रेंचाइजी तब दी जाएगी, जिम के इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर पर लगभग 3.50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जिसमें ग्रेट खली की साइन-अप फीस 35 लाख रुपए शामिल होगी। इसके अलावा सालाना लगभग 50 से 60 लाख रुपए खर्च करने होंगे।

कमाई-

जिम की मेंबरशिप फीस 27 से 28 हजार रुपए सालाना होगी, जितनी की ज्‍यादातर प्रीमियम जिम की है। अनुमान लगाया गया है कि एक जिम को कम से कम 700 मेंबर ज्‍वाइन करेंगे, यानी कि लगभग दो करोड़ रुपए की कमाई जिम से होगी। जबकि खली गैलरी, बच्‍चों के सेल्‍फ डिफेंस ट्रेनिंग, जुम्‍बा, एरोबिक्‍स और पावर योगा से लगभग 1.50 करोड़ रुपए सालाना आमदनी होगी। यानी कि इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर पर खर्च किया पैसा एक साल में वापस मिल जाएगा।

जिम में बिकेगा सामान-

लाउंज में फूड सप्‍लीमेंट जैसे प्रोटीन बार की बिक्री की जाएगी, जिसकी कीमत लगभग 2000 रुपए प्रति किलोग्राम होगा। जबकि गैलरी में मर्चेंडाइज की बिक्री की जाएगी। हर जिम का उद्घाटन ग्रेट खली खुद करेंगे। ट्रेनर के रूप में खली के स्‍टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जाएगी।

ली जा सकती है फ्रेंचाइजी-

खली फ्रेंचाइजी खोलने की घोषणा करेंगे। इसके बाद ही फ्रेंचाइजी की प्रोसेस की घोषणा भी की जाएगी। जिसमें ऑनलाइन प्रोसेस के अलावा विस्‍तृत ब्‍यौरा दिया जाएगा। फ्रेंचाइजी इंडिया की वेबसाइट पर भी इसकी डिटेल दी जा सकती है।
करें सोया पनीर का बिजनेस, हर महीने होगी लाखों में कमाई

Thursday 13 October 2016

करें सोया पनीर का बिजनेस, हर महीने होगी लाखों में कमाई







रेग्‍यूलर कमाई के लिए अगर आप कोई बिजनेस शुरू करने की प्‍लानिंग कर रहे हैं तो तोफू यानी सोया पनीर का प्‍लांट आपके लिए अच्‍छा जरिया हो सकता है। तोफू के इस बिजनेस से न सिर्फ आप रेग्‍यूलर कमाई कर सकते हैं बल्कि थोड़ी सी मेहनत और सूझ-बूझ से आप खुद को एक ब्रांड के रूप में भी स्‍थापित कर सकते हैं। लगभग 3 से 4 लाख रुपए के इन्‍वेस्‍ट से कुछ महीनों में ही आप हजारों नहीं बल्कि लाखों रुपए महीने तक कमा सकते हैं।

सिर्फ 3 से 4 लाख में शुरू होगा काम-

तोफू बनाने के लिए आपको शुरूआत में 3 से 4 लाख रुपए खर्च करने होंगे। इसमें मशीनें और रॉ मटेरियल शामिल है।
लगभग 2 से 3 लाख रुपए की आपको बॉयलर, जार, सेपरेटर, छोटा फ्रीजर आदि सामान खरीदने होंगे।
इसके बाद 1 लाख या जरूरत के हिसाब से कितनी भी मात्रा में आपको सोयाबीन खरीदनी होंगी।
जो तोफू बनाना जानता हो ऐसे कारीगर को भी शुरूआत में आपको हायर करना होगा ताकि आपका माल खराब न हो।

पहले तैयार करना होगा दूध-

तोफू बनाना बिल्‍कुल आम दूध के पनीर जितना ही आसान होता है। बस फर्क इतना है कि इसमें पहले आपको दूध बनाना होता है।
इसके लिए पहले सोयाबीन को पीसकर 1:7 के अनुपात में आपको पानी के साथ फेटकर उबालना होता है।
बॉयलर और ग्राइंडर में एक घंटे की प्रक्रिया में आपको लगभग 4 से 5 लीटर दूध मिलता है।
इसके बाद आप दूध को सेपरेटर में डाला जाता है, इससे दूध दही जैसा गाढ़ा हो जाता है और इससे बचा हुआ पानी निकाला जाता है।
तकरीबन 1 घंटे की प्रक्रिया के बाद आपको लगभग 2.5 से 3 किलोग्राम पनीर प्राप्‍त हो जाता है।

बड़े-बड़े रिटेलर से हो सकता है करार-

तोफू के बिजनेस में आप खुद को एक ब्रांड के रूप में भी स्‍थापित कर सकते हैं। पहले इसके लिए रजिस्‍ट्रेशन और ब्रांड का नाम बनाना होगा।
इसके बाद ब्रांडिंग करके आप बड़े-बड़े रीटेलर से करार करके अपने तोफू को रेग्‍यूलर सप्‍लाई कर सकते हैं।
आप सिर्फ दूध बनाकर ही अच्‍छी पैकिंग के साथ इसे बाजार में सप्‍लाई कर सकते हैं।
इसमें आपको तोफू की क्‍वालिटी पर ध्‍यान देना होगा और एफएसएसएआई का भी अप्रूवल लेना होगा।

50 से 1 लाख रुपए होगी शुरूआती कमाई-

सोयाबीन का होलसेल प्राइस लगभग 3000 से 3100 रुपए प्रति क्विंटल है और तोफू का बाजार में प्राइस 200 से 250 रुपए प्रति किलोग्राम।
आपको 1 किलोग्राम  सोयाबीन से पूरी प्रक्रिया के बाद लगभग 2.5 किलोग्राम पनीर मिलता है तो जो कि लगभग कम से 500 रुपए का होता है।
इस तरह आप अगर एक दिन में 10 किलोग्राम पनीर भी रोजाना बनाते हैं तो इसका बाजार में भाव लगभग 2 हजार रुपए होता है।
ऐसे में यदि लेबर, बिजली, आदि के खर्च को यदि 50 फीसदी भी मानते हैं तो आपको इस हिसाब से 30 हजार रुपए की नेट बचत होती है।
तोफू बनाने की मात्रा में वृद्धि करके आप इस प्रॉफिट को जितना मर्जी चाहे बढ़ा सकते हैं। 50 से 1 लाख पहुंचने में भी आपको समय नहीं लगेगा।

हर प्रोडक्‍ट आता है काम-

तोफू बनाने में आपके पास बाय प्रोडक्‍ट के रूप में खली बचती है। बता दें कि इससे भी कई प्रोडक्‍ट तैयार होते हैं।
इस खली का इस्‍तेमाल बिस्‍कुट बनाने में भी होता है। इसके बाद जो प्रोडक्‍ट बनता है उससे बरी तैयार होती।
इस बरी को खाने में इस्‍तेमाल किया जाता है। यह भी प्रोटीन का एक रिच सोर्स माना जाता है।

मार्केटिंग है बिजनेस की मेन रणनीति-

दूध को सबसे अधिक प्रोटीन वाले स्रोत के रूप में जाना जाता है लेकिन, सोयाबीन में दूध से कहीं अधिक प्रोटीन होता है।
तोफू में भी सामान्‍य दूध के पनीर से लगभग 4 गुना प्रोटीन होता है। बस यही इसका मार्केटिंग का सबसे मजबूत पहलू है।
बहुत से कॉलेज और शिक्षा संस्‍थानों के हॉस्‍टल आदि में सिर्फ तोफू ही अनिवार्य किया गया है ताकि, बच्‍चों को अच्‍छे से अच्‍छा प्रोटीन सोर्स मिले।
इसी को आधार बनाकर अगर अच्‍छे लेवल पर मार्केटिंग की जाती है तो इस मुनाफे को कई गुना तक बढ़ाया जा सकता है।

सभी जिलों में मिलता है लोन-

तोफू के प्रोजेक्‍ट के लिए यदि आपके पास पूंजी नहीं है तो हर छोटे मंझोले उद्योग की जैसे ही आपको इसके लिए भी लोन मिल सकता है।
इसके लिए आपको अपने प्रोजेक्‍ट को जिला उद्योग कार्यालय में प्रस्‍तुत करना होगा। इसके बाद मुनाफे और लागत का आंकलन करके आपको सब्सिडी वाला लोन मिल जाता है।
इसके लिए समय-समय पर केंद्र और राज्‍य सरकारों के एसएमई प्रोजेक्‍ट़स के लिए बिना ब्‍याज या कम ब्‍याज वाले लोन में भी शामिल किया जाता है।
इस बिजनेस में कमाएं लाखों रुपए, करना होगा ये काम
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Wednesday 12 October 2016

इस बिजनेस में कमाएं लाखों रुपए, करना होगा ये काम




सोलर वाटर हीटर-

कुछ सालों में सोलर वाटर हीटर के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है और मार्केट में सोलर वाटर हीटर की डिमांड भी बढ़ी है। इसलिए यह बहुत अच्‍छा मौका है, जब कम इन्‍वेस्‍टमेंट में आप सोलर वाटर हीटर का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसके लिए न केवल सरकार की ओर से मदद मिलती है, बल्कि आसानी से लोन भी मिल जाता है। सरकार की ही एक एजेंसी का अनुमान है कि 2 लाख रुपए से भी कम पैसे से आप सोलर वाटर हीटर बनाने की कंपनी लगा सकते हैं।

इन्‍वेस्‍टमेंट-

खादी एवं विलेज इंडस्‍ट्रीज कमीशन के मुताबिक सोलर वाटर हीटर बनाने वाली यूनिट लगाने की कुल प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट लगभग 8 लाख 62 हजार रुपए आएगी। इसमें से खादी कमीशन की ओर से प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत 80 फीसदी यानी लगभग 6 लाख 90 हजार रुपए लोन आसानी से मिल जाएगा और आपको लगभग 1 लाख 72 हजार रुपए का इंतजाम करना होगा। प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट में कैपिटल खर्च 6 लाख 36 हजार रुपए और वर्किंग कैपिटल 2 लाख 26 हजार रुपए शामिल होगी। यह यूनिट लगाने के लिए 1050 वर्ग फुट स्‍पेस की जरूरत पड़ेगी।

होगी 17 लाख की कमाई-

केवीआईसी के मुताबिक, इस प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट से आप लगभग 85 वाटर हीटर बना सकते हैं। अगर आप कुछ माह में केवल इन वाटर हीटर को ही बेच देते हैं तो लगभग 17 लाख रुपए कमा सकते हैं और कमाई शुरू होते ही आप अपना प्रोडक्‍शन बढ़ा सकते हैं। जो आपके बिजनेस और बड़ा बना सकते हैं। अभी तक यह माना जाता है कि वाटर हीटर का बिजनेस लिमिटेड पीरियड का होता है, लेकिन जिस तरह सरकार इस बिजनेस को बढ़ावा दे रही है तो आप ऑफ सीजन डिस्‍काउंट देकर अपने इस बिजनेस का एक्‍सपेंशन कर सकते हैं।

मैन्‍युफैक्‍चरिंग यूनिट-

अगर आप सोलर वाटर हीटर मैन्‍युफैक्‍चरिंग यूनिट लगाना चाहते हैं तो जान लें कि यूनिट में कौन-कौन से इक्‍वीपमेंट की जरूरत पड़ेगी। इनमें वेल्डिंग मशीन, ब्रेजिंग मशीन, रोलिंग मशीन, बफिंग मशीन, ड्रिलिंग मशीन, कंप्रेशर, हाइड्रो टेस्टिंग मशीन, फर्नेश, ग्राइंडर, इंजीनिय‍रिंग टूल्‍स, बेंच ग्राइंडर, लेथ मशीन का इंतजाम करना होगा। इन इक्‍वीपमेंट में लगभग 4 लाख 26 हजार रुपए के खर्च का अनुमान है।

सोलर वाटर हीटर की कीमत-

सोलर वाटर हीटर अलग अलग कैपेसिटी के बनाये जाते हैं, लेकिन आम घरों की कैपेसिटी 100 से लेकर 500 लीटर होती है। इनमें पानी दो से 4 घंटों में गर्म हो जाता है। मार्केट में सोलर पावर हीटर अलग-अलग कीमत पर मिल रहे हैं, जो 16 हजार रुपए से शुरू होकर 25 हजार रुपए तक में बिक रहे हैं। कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल कस्‍टमर्स के लिए बड़े हीटर भी बनाए जाते हैं। जिनकी कीमत इससे काफी अधिक है। कीमत अधिक होने के बावजूद इनकी उम्र इलेक्ट्रिक गीजर की तुलना में काफी अधिक होती है।
घर बैठे यहां बेच सकते हैं अपने पुराने कपड़े, होगी हजारों में कमाई

घर बैठे यहां बेच सकते हैं अपने पुराने कपड़े, होगी हजारों में कमाई





पुराने कपड़े बेचकर करें कमाई-

नए कपड़े खरीदने के साथ ही अपने पुराने कपड़े बेचकर आप अच्‍छी कमाई भी कर सकते हैं। कई ऐसी ऑनलाइन कंपनियां हैं, जो पुराने कपड़ों के लिए आपको अच्‍छी कीमत अदा करती हैं। अपने पुराने कपड़े बेचने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी। ये कंपनियां आपके घर से पुराने कपड़े खुद पिक करेंगी।
इन ऑनलाइन साइटों को आप न सिर्फ पुराने कपड़े बेच सकते हैं, बल्कि इनसे आप डिस्‍काउंटेड प्राइस पर कपड़े व अन्‍य वार्डरोब की चीजें खरीद भी सकते हैं। प्राइस की बात करें, तो ये साइटें आपके पुराने कपड़ों की क्‍वालिटी के आधार पर आपको भुगतान करती हैं। ऐसे में जितनी अच्‍छी रिसेलिंग वैल्‍यू होगी, उतनी ज्‍यादा आपको अपने पुराने कपड़ों की कीमत मिलेगी।

कांफिडेंशियल काउचर - यहां बेचें अपने पुराने कपड़े-

इस साइट पर अपने पुराने कपड़ों के साथ आप पर्स, बैग और अन्‍य पुरानी चीजों को भी बेच सकते हैं। इसके लिए आपको कांफिडेंशियल काउचर से कॉन्‍टैक्‍ट करना होगा और उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
अपने पुराने कपड़ों की कुछ तस्‍वीरें इस ऑनलाइन कंपनी को भेजनी होंगी। आपके पुराने कपड़ों की स्थिति को देखते हुए साइट की तरफ से आपके सामने एक प्राइस प्रपोज किया जाएगा।
अगर आप कंपनी के प्रपोज्‍ड प्राइस पर बेचने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो कंपनी खुद आपके घर से पुराने कपड़ों को पिकअप करेगी। यह साइट लग्‍जरी और बड़े ब्रांड्स के पुराने कपड़ों की खरीद ज्‍यादा करती है।

इनवोग्‍ड - बेचने के साथ ही सेलेब्रिटीज के कपड़े खरीदें-

इस साइट पर अपने पुराने कपड़ों को बेचने के साथ ही अपने पसंदीदा स्‍टार के यूज किए हुए कपड़े भी खरीद सकते हैं। आलिया भट्ट, सैफ अली खान समेत कई स्‍टार्स के यूज किए हुए कपड़े आपको इस साइट पर काफी सस्‍ते में मिल जाएंगे।
अपने पुराने कपड़े बेचने के लिए आपको सबसे पहले कपड़ों की फोटोज कंपनी को व्‍हाट्सएप करने होंगे। फोटोज को देखने के बाद कंपनी आपसे संपर्क करेगी और प्राइस प्रपोज करेगी।
इनवोग्‍ड ऐप के जरिए मोबाइल से भी इसका इस्‍तेमाल किया जा सकता है। सेलेब्रिटीज के कपड़े खरीदना चाहते हैं, तो साइट पर नजर बनाए रखें, क्‍योंकि साइट पर डिस्‍काउंट ऑफर चलते रहते हैं।

जैपिल- बेचने से पहले जानिए कितने में बिकेंगे पुराने कपड़े-

अन्‍य साइटों की तरह ही जैपिल भी आपके पुराने कपड़े, जूते, पर्स और बैग्‍स समेत अन्‍य सामान खरीदती और बेचती है।
इस साइट पर पुराने कपड़े बेचने की प्रोसेस शुरू करने से पहले आप प्राइस कैल्‍कुलेट कर सकते हैं। पुराने कपड़ों की ऑरिजनल कीमत से कंपैरिजन करके यह कैल्‍कुलेटर बता देता है कि आपको कितनी कमाई होगी।
इसके बाद कपड़ों के फोटो अपलोड करने के साथ ही पिकअप शेड्यूल कीजिए। जैपिल आपके घर आकर पुराने कपड़े पिक करेगी और आपको कीमत अदा करेगी।

इलानिक- इस मोबाइल ऐप पर भी बेच सकते हैं-

इलानिक एक मोबाइल ऐप है। इसके जरिए आप स्‍मार्टफोंस से पुराने कपड़ों की फोटो अपलोड कर सकते हैं और इसके बाद इलानिक आपसे कॉन्‍टैक्‍ट करेगी।
इलानिक भी अन्‍य कंपनियों की तरह आपके घर से पुराने कपड़े पिकअप करेगी। पिकअप करने के बाद यह स्‍टार्टअप पुराने कपड़ों को एक प्रोसेस के जरिए क्‍लीन और नए जैसा बनाती है और फिर उसे रिसेल वूल्‍य पर बेचती है। इस साइट पर भी पर्सनल ग्रूमिंग से जुड़ी हर चीज बेची जा सकती है।

इन प्‍लैटफॉर्म्स पर भी बेच सकते हैं-

कांफिडेंशियल काउचर, इलानिक जैसे अन्‍य कई प्‍लैटफॉर्म हैं, जहां आप अपने पुराने कपड़े बेच सकते हैं। इसमें स्‍पॉइल, रिफैशन और ईबे समेत अन्‍य कई साइटें शामिल हैं।
इन साइटों पर आप पुराने कपड़ों के साथ ही पुराने मोबाइल और घर में पड़ा अन्‍य पुराना सामान भी बेच सकते हैं।
अपने पुराने कपड़ों के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा कीमत हासिल करने के लिए आप इन साइटों के बीच कंपैरिजन भी कर सकते हैं और जहां से बेहतर प्राइस मिले, वहां बेच सकते हैं।
वाटर एटीएम लगाने का है मौका, हर महीने होगी अच्छी कमाई

Tuesday 11 October 2016

वाटर एटीएम लगाने का है मौका, हर महीने होगी अच्छी कमाई



शुद्ध पानी की होती कमी, आपके लिए एक बेहतर बिजनेस का मौका लेकर आई है। अब भारतीय रेलवे, मेट्रो, रोड ट्रांसपोर्ट से लेकर प्राइवेट कंपनियां भी वॉटर एटीएम इन्स्टॉल करा रही है। ऐसे में आप वाटर एटीएम की फ्रेंचाइजी लेने से लेकर एटीएम लगाने के लिए स्पेस देने का बिजनेस कर सकते हैं। इसके जरिए आपको आसानी 25-50 हजार रुपए तक की हर महीने कमाई हो सकती है।

वाटर एटीएम-

जिस तरह अभी पैसे निकालने के लिए जगह-जगह बैंक एटीएम लगाते हैं। उसी तरह आप वाटर  एटीएम लगा सकते हैं। जिसके जरिए यूजर आसानी से शुद्ध पानी ले सकता है। यूजर वाटर एटीएम में क्वॉइन या नोट के जरिए पानी को छोटे गिलास से लेकर 20 लीटर तक के जार में ले सकता है। इस तरह के एटीएम में इनबिल्ट आरओ सिस्टम होता है।

सप्लाई का कर सकते है बिजनेस-

वाटर एटीएम अभी बहुत कम जगहों पर लगे हैं। ऐसे में आपके लिए मौके काफी है। इसके तहत आप कंपनियों के लिए वाटर सप्लाई का भी बिजनेस कर सकते हैं। जिसके तहत आप सीधे ही वॉटर एटीएम बनाने वाली कंपनियों से खरीद कर सप्लाई कर सकते हैं।
महाराष्ट्र, गुजरात में कई कंपनियां है, जो वॉटर एटीएम बनाती हैं।
साइज के आधार पर वाटर एटीएम की कीमत 25 हजार रुपए से लेकर 6 लाख रुपए तक औसतन है।
इसके अलावा वाटर एटीएम लगाकर आप शुद्ध पानी की सप्लाई भी घरों और ऑफिस में कर सकते हैं।
स्कूलों में भी आप वाटर इन्स्टालेशन कर सकते हैं

इन जगहों पर लगा सकते हैं वाटर एटीएम-

बढ़ती डिमांड की वजह से वाटर एटीएम लगाने के लिए कई ऑप्शन खुल गए हैं। ऐसे में आप इन जगहों पर वॉटर एटीएम लगा सकते हैं।
स्कूल,मार्केट,हाईवे पर,पेट्रोलपंप्स,रोड साइड,रेस्टोरेंट, अस्पताल,बस स्टॉप,शॉपिंग मॉल,ऑफिस,टूरिस्ट प्लेस।

फ्रेंचाइजी बिजनेस का भी है मौका-

वाटर एटीएम के लिए आप फ्रेंचाइजी भी ले सकते हैं।इसके तहत अब कंपनियां फ्रेंचाइजी का ऑप्शन दे रही हैं।
वाटर एटीएम तीन तरह के होते हैं
एक एटीएम ऐसे होते हैं, जो रिंग स्ट्रक्चर के होते हैं।
दूसरे एटीएम छोटे तरह के होते हैं, जिन्हें दीवार पर लगाया जा सकता है।
तीसरा वॉटर एटीएम क्वाइन ऑपरेटेड होता है। जहां क्वाइन डॉलकर पानी निकाला जाता है।

ये कंपनी दे रही है मौका-

पिरामल सर्वजल कंपनी वाटर एटीएम के लिए अभी फ्रेंचाइजी दे रही हैं। जो कि 12 राज्यों में एक्सपेंशन कर रही है। इसके तहत कंपनी ने करीब 570 इन्स्टॉलेशन किए हैं। कंपनी की वेबसाइट पर जाकर आप फ्रेंचाइजी लेने के लिए संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा कंपनी के टोल फ्री नंबर से भी फ्रेंचाइजी के लिए जानकारी ली जा सकती है।
कंपनी इसके तहत इन्स्टॉलेशन असिस्टेंस देती हैं।
इसके अलावा एक पहले साल कंपोनेंट रिप्लेसमेंट गारंटी।
हर महीने मेंटनेंस सर्विस।
पहले हफ्ते कस्मटर बेस बनाने के लिए सपोर्ट करती है।

शुरुआत के लिए इन चीजों की जरूरत-

कम से कम 200 वर्गफुट का स्पेस होना चाहिए। वाटर एटीएम के लिए कॉमर्शियल इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन वाटर एटीएम के लिए पानी की उपलब्धता जिससे उसका ट्रीटमेंट किया जा सकेचिलर, डिलिवरी व्हीकल, कूल जग्स आदि होना चाहिए।
डाबर के साथ करें बिजनेस होगी लाखों में कमाई

Monday 10 October 2016

डाबर के साथ करें बिजनेस होगी लाखों में कमाई




देश में अपने ब्यूटी प्रोडक्ट की बढ़ती डिमांड को देखते हुए डाबर इंडिया लिमिटेड तेजी से विस्तार कर रही है। ऐसे में आपके पास भी कंपनी के साथ जुड़कर बिजनेस करने का मौका है। कंपनी अपनी सब्सिडियरी कंपनी 'न्यू यू' के जरिए ब्यूटी प्रोडक्ट के रिटेल स्टोर खोलने का मौका दे रही है। इस बिजनेस मॉडल के तहत आप हर महीने लाखों रुपए तक कमाई भी कर सकते हैं।

कंपनी की है ऐसी प्लानिंग-

डाबर इंडिया लिमिटेड अपने ब्यूटी सेगमेंट में मार्केट का विस्तार कर रहा है। ब्यूटी प्रोडक्ट्स का मार्केट बढ़ाने के लिए यह विस्तार फ्रेंचाइजी रूट के जरिए किया जा रहा है। कंपनी का नॉर्थ और साउथ इंडिया के शहरों में भी फोकस है। कंपनी की सब्सिडियरी कंपनी एचएंडबी देश भर में न्यू यू स्टोर ऑपरेट कर रही है और उसकी संख्‍या भी बढ़ाने में लगी है। कुछ तय प्रोसिजर के तहत कोई भी रिटेल स्टोर खोलने के लिए कंपनी की फ्रेंचाइजी ले सकता है।

देनी होगी साइट की डिटेल-

आपको लिंक में यह बताना होगा कि किस शहर में आप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं।
आपको उस शहर में लोकेशन भी बतानी होगी, जहां आप रिटले स्टोर खोलना चाहते हैं।
यह भी बताना होगा कि आपके बिजनेस करने की लोकेशन शॉपिंग माल में है या कॉमर्शियल मार्केट में है या रेजिडेंशियल मार्केट में है।

लीज की दुकान में भी शुरू कर सकते हैं बिजनेस-

अगर आपके पास अपनी दुकान है या नहीं है, दोनों कंडीशन में आप बिजनेस शुरू कर सकते हैं। लीज पर ली हुई दुकान में भी आप रिटेल स्टोर खोल सकते हैं। अपनी दुकान है या नहीं, दोनों कंडीशन में उसकी लोकेशन आपको बतानी होगी।

इन्वेस्टमेंट-

रिटले स्टोर खोलने में खर्च शहर और उस शहर के लोकेशन पर आधारित है। अच्छी लोकेशन पर रिटेल स्टोर खोलने में शुरूआती खर्च 25 से 30 लाख रुपए तक आएगा।

कंपनी देगी बिजनेस ट्रेनिंग-

कंपनी फ्रेंचाइजी देने के साथ-साथ शुरू में स्टोर खोलने वालों को बिजनेस मटीरियल प्रोवाइड कराएगी। इसके साथ ही वह अपने प्रोडक्ट की नॉलेज, प्रमोशन करने का तरीका आदि भी बताएगी। इसे शुरुआती तौर पर बिजनेस टिप्‍स की तरह देखा जा सकता है।

अभी खुले हुए स्टोर-

दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, हैदराबाद, बेंगलुरू,  लखनऊ, चेन्नई, पुणे, चंडीगढ़ और अमृतसर जैसे शहरों में 70 से ज्यादा स्टोर चल रहे हैं। इनमें कॉस्मेटिक्स, स्किन केयर, हेयर केयर, फ्रैगरेंस, मेंस ग्रूमिंग सहित ब्यूटी और फैशन से दूसरे कई प्रोडक्ट शामिल हैं।
अपने स्मार्टफोन को ऐसे करें यूज, हजारों में होगी कमाई

Sunday 9 October 2016

अपने स्मार्टफोन को ऐसे करें यूज, हजारों में होगी कमाई






मोबाइल से ऐसे करें कमाई-

आज के दौर में लगभग हर किसी के पास स्मार्टफोन होता है। इसे बात करने, चैटिंग, ऑनलाइन शॉपिंग सहित कई कामों में यूज किया जाता है। लेकिन अगर आप अपने मोबाइल का ठीक से यूज करें तो यह कमाई का जरिया भी बन सकता है। यही नहीं इससे आप घर बैठे 50 हजार रुपए तक या उससे ज्यादा भी कमाई कर सकते हैं।

अपने विचार रख कर भी कमा सकते हैं पैसा-

एक्सट्रा इनकम के लिए गूगल का ओपिनियन रिवार्ड्स एक अच्छा विकल्प है। जैसा कि नाम से ही जाहिर है, ओपिनियन रिवार्ड पर आप किसी मुद्दे पर अपनी ओपिनियन रख सकते हैं, इसके लिए आपको पैसे मिलेंगे। गूगल अलग अलग मुद्दों पर सर्वे कराता रहता है। आपको इन सर्वे से जुड़ना होगा। जैसे ही आप गूगल के इस फीचर को अपने मोबाइल में अपलोड करेंगे। आपके पास गूगल के सर्वे नोटिफिकेशन आने शुरू हो जाएंगे। यहां सर्वे का एक फॉर्म भरने के आपको एक दिन में 50 से 500 रुपए तक मिलते हैं, जो सर्वे पर डिपेंड करता है। अपने सर्वे से मिले पैसों को चाहें तो आप गूगल रिवार्ड प्वाइंड में कन्वर्ट कर आप दूसरे ऑनलाइन खरीदारी या म्यूजिक और कई और भी चीजें खरीद सकते हैं।

सोशल मीडिया से अपने अकाउंट को जोड़कर कमाएं पैसा-

अब तक आप केवल सोशल मीडिया से जुड़कर नए कॉन्टैक्ट बनाते थे। लेकिन आप वॉफ रिवार्ड्स के जरिए सोशल मीडिया से जुड़कर पैसे भी कमा सकते हैं। आपको वॉफ रिवार्ड्स के लिए सोशल मीडिया पर इवेंट्स क्रिएट करने होंगे और इसे अपने सोशल कॉन्टैक्ट्स में एक्सप्लोर करना होगा। ऐसा करने के बदले में कंपनी आपको 30 डॉलर यानी 2000 रुपए प्रति इंवेट देगी। आपका पैसा पे-पल के जरिए

मिंट क्लाउड दिलाएगा पैसे-

गूगल प्लेस्टोर से मिंट क्लाउड को डाउनलोड करने के बाद आप इसके जरिए पैसे कमा सकते हैं। इसके लिए आपको इस मिंट क्लाउड पर आ रहे विज्ञापनों को देखना होगा। वहीं आपके पास कुछ सर्वे आएंगे, जिसे आपको कंप्लीट करना होगा। आप चाहें तो मिंड क्लाउड पर आ रहे विज्ञापन और सर्वे अपने जानने वालों को भी रेफर कर सकते हैं, जिसके लिए आपको अलग से पैसे मिलेंगे। जैसे ही आपके हिट्स बढ़ने लगेंगे, आपको पैसे मिलने शुरू हो जाएंगे। इसकी शुरुआती रकम 67 रुपए से शुरू होगी, जो धीरे धीरे बढ़ती जाएगी। आपका पैसा पे-पल अकाउंट के जरिए मिलेगा। वहीं आपको मिंट को साइन अप करने के लिए अलग से 67 रुपए का बोनस भी मिलेगा। इस तरह अगर आप दिन भर में अगर 10 विज्ञापन और सर्वे कंप्लीट करते है तो आप एक दिन के 670 रुपए कमा सकते हैं। अकाउंट में हफ्ते में एक बार क्रेडिट होगा।

आईपोल से ऐसे करे कमाई-

गूगल ओपिनियन की तर्ज पर ही इंक कॉरपोरेशन स्मार्टफोन के लिए एक फीचर लेकर आया है। कंपनी ने इसका नाम आईपोल रखा गया है। इसके जरिए भी आप एक्सट्रा कमाई कर सकते हैं। आईपोल गूगल ओपिनियन रिवार्ड्स की तरह ही काम करता है। लेकिन यहां आपको गूगल के मुकाबले ज्यादा पैसे मिलते हैं। आईपोल पर एक सर्वे को कंप्लीट करने के लिए 100-1000 रुपए तक मिलते हैं। अगर आपने महीने के 50 सर्वे कंप्लीट किए तो आपकी कमाई 5 हजार से 50 हजार रुपए तक हो सकती है। इसमें कंपनी की शर्तें भी लागू हैं। यहां आपको आपका पैसा पेपल अकाउंट या अमेजन आई ट्यून्स अकाउंट के जरिए मिलता है।

चैंप कैश से ऐसे करें एक्सट्रा इनकम-

चैंप कैश प्राइवेट लिमिडेट कंपनी एंड्रायड मोबाइल के लिए चैंप कैश फीचर लेकर आया है। इस फीचर के जरिए भी आप एक्सट्रा मनी कमा सकते हैं। इस फीचर में आपको चैंप कैश को अपने फोन में इनेबल कर कंपनी के विज्ञापन देखने होंगे और उसे आगे अपने सर्किल में बढ़ाना होगा। 100 विज्ञापन के लिए कंपनी आपको 1000 से 3000 रुपए तक देगी। चैंप कैश से पैसा पाने का तरीका थोड़ा अलग है। आपको चैंप कैश डाउनलोड करते समय अपनी बैंकिंग डिटेल देनी होंगी। 100 एड पूरे होने पर कंपनी आपकी रकम आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर देगी।
घर बैठे कर सकते हैं ये बिजनेस, हर महीने होगी हजारों में कमाई

Saturday 8 October 2016

घर बैठे कर सकते हैं ये बिजनेस, हर महीने होगी हजारों में कमाई




अक्‍सर घर में एक्‍स्‍ट्रा जगह होती है लेकि‍न हम उसका सही इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। अगर आप अपने घर में खाली जगह का इस्‍तेमाल ठीक तरह से करें तो यह कमाई का बेहतर जरि‍या बन सकता है। इसका इस्‍तेमाल कई तरह के बिजनेस के लिए कर सकते हैं। ऐसे कई इनोवेटिव बिजनेस हैं जो आपके लिए हर महीने अच्छी कमाई का जरिया बन सकते हैं।

प्लांट नर्सरी-

अगर आपके घर में पर्याप्‍त जगह है तो आप पौधों की नर्सरी भी चला सकते हैं। कमाई करने के मामले में छूट होती है। लोगों के बीच इं‍ग्‍लि‍श प्‍लांटस लगाने की डि‍मांड काफी होती है। नर्सरी में कई ऐसे प्‍लांटस भी शामि‍ल कर सकते हैं, जि‍न्‍हें बेचने पर आपको अच्‍छी कीमत मि‍ल सकती है। बस आपको कुछ एक्‍सपर्ट्स रखने होते हैं जो पौधों की पूरी जानकारी रख सकें। अगर आप मल्‍टीप्‍लेक्‍सेज, अपार्टमेंट और कॉलोनी में इंडि‍वि‍जुअल कॉन्‍टैक्‍ट करते हैं तो यह बि‍जनेस आपके लि‍ए प्रॉफि‍टेबल हो सकता है। इसमें 50 हजार रुपए तक कमाई हो सकती है।

स्‍टेशनरी शॉप-

बुक स्‍टॉल और स्‍टेशनरी शॉप ऐसे बि‍जनेस हैं, जि‍नसे आप बेहतर प्रॉफि‍ट उठा सकते हैं। यह आपके लि‍ए एक क्रि‍एटि‍व बि‍जनेस हो सकता है। दूसरे बि‍जनेस की तुलना में इस बि‍जनेस में रि‍स्‍क फैक्‍टर काफी कम होता है। स्‍टेशनरी बि‍जनेस में कमाई भी अच्‍छी होती है। इसे आप कम लागत में शुरू कर सकते हैं। शुरुआती दौर में आप 10 हजार से 20 हजार रुपए लगाकर इस बि‍जनेस को शुरू कर सकते हैं। जब एक बार आपका बि‍जनेस स्‍टैबलि‍श हो जाता है तो फि‍र इससे आप हर महीने 30 से 40 हजार रुपए तक आसानी से कमा सकते हैं। कुछ समय बाद यह प्रॉफिट और ज्यादा भी हो सकता है।

मोबाइल शॉप-

आज के समय में हर कोई मोबाइल का इस्‍तेमाल करता है। ऐसे में मोबाइल एक्‍सेसरीज से जुड़ा बि‍जनेस आपके लि‍ए बेस्‍ट हो सकता है। घर में एक्‍स्‍ट्रा जगह पर मोबाइल शॉप खोल सकते हैं। अगर आपको मोबाइल रि‍पेयर करना आता है तो आप इससे हर महीना 35 से 40 हजार रुपए तक कमा सकते हैं। यह बि‍जनेस टे‍क्‍नि‍कल बैकग्राउंड से जुड़ा है। मार्केट में मोबाइल से जुड़ी लेटेस्‍ट डि‍जाइन और स्‍टाइल की एक्‍सेसरीज से आपको दोगुनी कमाई होती है।

एजुकेशनल कोचिंग-

आप प्‍ले स्‍कूल से लेकर हायर लेवल तक के एजुकेशनल इं‍स्‍टीट्यूट भी रन कर सकते हैं। अगर आप हायर एजुकेशन से रि‍लेटेड कोचिं‍ग क्‍लासेज शुरु करते हैं तो यह आपके लि‍ए ज्‍यादा प्रॉफि‍टेबल होता है। खुद पढ़ाने में इंटरेस्‍ट नहीं है तो आप कि‍सी एक्‍सपर्ट को हायर कर सकते हैं। हालांकि‍ इस बि‍जनेस को शुरु करने और स्टैबल करने में थोड़ा समय जरूर लग सकता है। इस बि‍जनेस के लि‍ए इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर काफी मजबूत होना चाहि‍ए। बि‍जनेस बढ़ाने में एक से दो साल लग जाएंगे, लेकि‍न अच्‍छा रि‍स्‍पॉन्‍स मि‍लने पर बि‍जनेस बढ़ जाता है। इस बिजनेस में कमाई की कोई लिमिट नहीं है, जो लाखों रुपए महीना तक पहुंच सकती है।

मनी ट्रांसफर, ऑनलाइन रि‍चार्ज, ऑनलाइन टि‍कट बुकिंग-

ऑनलाइन टि‍कट बु‍किंग सेंटर सबसे बेहतर बि‍जनेस हो सकता है। इस बि‍जनेस से आप 30 से 40 हजार रुपए तक कमा सकते हैं। ऑनलाइन टि‍कट बुकि‍ग सेंटर के अलावा आप ऑनलाइन मनी ट्रांसफर, ऑनलाइन फॉर्म फि‍ल-अप, ऑनलाइन रि‍चार्ज जैसे बि‍जनेस शुरू कर सकते हैं। ऑनलाइन बुकिंग सेंटर का बि‍जनेस अगर स्‍टैबलिश हो जाता है तो इससे आपकी कमाई बढ़ सकती है।
पतंजलि के साथ बिजनेस करने का मौका, होगी लाखों मेें कमाई

Friday 7 October 2016

पतंजलि के साथ बिजनेस करने का मौका, होगी लाखों मेें कमाई




देश में अपने प्रोडक्ट की बढ़ती डिमांड को देखते हुए पतंजलि आयुर्वेद अपना तेजी से विस्तार कर रहा है। ऐसे में आपके पास कंपनी के साथ जुड़कर बिजनेस करने का मौका है। इसके तहत आप कंपनी के डिस्ट्रिब्यूटर बन सकते हैं, रिटेल स्टोर खोल सकते हैं, चिकित्सालय, मेगास्टोर,  डिस्ट्रीब्यूटरशिप से लेकर ग्रामीण एरिया में रिटेल स्टोर खोलने के साथ-साथ कंपनी के लिए कांट्रैक्ट फार्मिंग भी कर सकते हैं।

कंपनी की क्या है प्लानिंग-

पतंजलि आयुर्वेद ने साल 2015-16 में 5000 करोड़ रुपए का टर्नओवर किया है। जिसे इस साल 2016-17 में 10 हजार करोड़ रुपए करने का टारगेट है। कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपए अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर इन्वेस्ट कर रही है। साथ ही कंपनी गांव-गांव तक पहुंच बनाने के लिए आउटलेट्स भी बढ़ा रही है।

खोलिए चिकित्सालय और आरोग्य केंद्र-

पतंजलि आयुर्वेद के तहत चिकित्सालय और आरोग्य केंद्र खोलने का भी मौका देता है।
चिकित्सालय के लिए 750 से 1000 स्कवॉयर फुट का स्पेस होना चाहिए
आरोग्य केंद्र के लिए 350-400 स्कवॉयर फुट का स्पेस होना चाहिए।
चिकित्सालय के लिए 8-12 लाख रुपए इन्वेस्टमेंट की जरूरत
आरोग्य केंद्र के लिए 6-7 लाख रुपए
जिस एरिया में खोलना चाहते हैं वहां कम से कम एक लाख जनसंख्या होनी चाहिए।

कंपनी की ये है डिस्ट्रिब्यूशन मॉडल-

पतंजलि आयुर्वेद के चैनल पार्टनर 5-6 तरीके से होते हैं। आप अपने इन्वेस्टमेंट के अनुसार चैनल पार्टनर बन सकते हैं। ये है चैनल पार्टनर के ऑप्शन।
डिस्ट्रिब्यूटरमेगा स्टोरचिकित्सालयएक्सोपर्ट के लिए डिस्ट्रिब्यूटरशिपग्रामीण इलाकों में रिटेलरकॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग।

मेगास्टोर के लिए ये है जरूरी-

मेगास्टोर खोलने के लिए 2000 स्कवॉयर फुट स्पेस की जरूरत
50-60 लाख रुपए शुरूआती इन्वेस्टमेंट की जरूरत।
मेगास्टोर की लोकेशन पतंजलि पहले से मौजूद चिकित्सालय,मेगास्टोर के 2.5 किलोमीटर से 3.5 किलोमीटर की अधिकतम दूरी पर होना चाहिए।

रिटेल आउटलेट के लिए ये है जरूरी-

पतंजलि आय़ुर्वेद रिटेल आउटलेट खोलने के लिए शहरों और ग्रामीण एरिया में रिटेल आउटलेट खोलने का मौका देती है।
लोकेशन के आधार पर रिटेल आउटलेट खोलने के लिए 7-15 लाख रुपए इन्वेस्टमेंट की जरूरत।
300 से 1000 स्कवॉयर फुट स्पेस की जरूरत।

कांट्रैक्‍ट फार्मिंग-

कंपनी अपने आय़ुर्वेदिक प्रोडक्ट के डेवलपमेंट के लिए हर्बल फॉर्मिंग पर फोकस कर रही है। इसके लिए वह कांट्रैक्ट फार्मिंग भी करा रही है। इसके लिए कंपनी से आप संपर्क कर सकते  हैं।
आप को एप्लीकेशन में लोकेशन, सिंचाई की उपलब्धता आदि की डिटेल जानकारी देनी होगी।
साथ ही हाईवे की कनेक्टिविटी भी कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग में अहम होगी।
तुलसी चाय से हो रही है लाखों की कमाई, आपके पास भी है मौका

Thursday 6 October 2016

तुलसी चाय से हो रही है लाखों की कमाई, आपके पास भी है मौका





यूं तो तुलसी के कई फायदें हैं। घर में देवी समझी जाती है तो आयुर्वेद में इसे कई रोगों के निदान के लिए एक औषधि बताया गया है। इसके इसी गुणों के कारण अब तुलसी लोगों को तरह तरह से लाभ पहुंचा रही है। दवा कंपनियां इससे कई तरह की दवा बना रहें हैं और किसानों से खरीद रहे हैं। लेकिन, लोगों ने जो तुलसी से कर दिखाया वह वाकई एक मिशाल है। किसान तुलसी की चाय बना रहे हैं जिसकी विदेशों मे खासी डिमांड है और करोड़ों में कमाई कर रहे हैं। चमोली के इन किसानों की तरह आप भी तुलसी से कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्‍यादा जमीन की भी जरूरत नहीं है। 

हताश किसानों का सहारा बनी तुलसी-

चमोली जिले में छोटी खेती वाले किसान हैं, जिनके पास बमुश्किल 1 से 2 बीघा खेत होते हैं।
कुछ सालों में इनके खेतों में खड़ी फसल को बंदर आदि जंगली जानवर खराब करने लगे थे।
इससे परेशान किसानों को हिमालयन एक्शन रिसर्च सेंटर हार्क ने कुछ हटकर खेती करने की सलाह दी।
हार्क ने इन किसानों को तुलसी उगाकर उसकी चाय बनाने की सलाह दी और मार्केट भी खुद बताया।

फलेवर नहीं प्योर चाय है यह-

दरअसल, तुलसी को घरों में भी सामान्य चाय के साथ मिलाकर पिया जाता है इसके भी कई लाभ होते हैं।
लेकिन, यह फलेवर मात्र नहीं बल्कि जैसे सामान्य चाय को बनाया जाता है उसी तरह इसे भी बनाया जाता है।
पहले खेतों से इसकी पत्तियां भी इसी प्रकार चुनी जाती हैं जैसे आसाम आदि जगहों पर।
इसके बाद टी मेकिंग प्लांट में इसकी पत्तियों का चूर्ण और कुछ अन्य इन्ग्रिडिएंट मिलाए जाते हैं।
हार्क की मदद से इन दिनों तुलसी की बुरादे वाली चाय के साथ साथ टी-बैग वाली चाय भी बिक रही है।

दो साल में ही फेमस हुई तुलसी चाय-

चमोली के इन किसानों का यह प्रोजेक्ट बहुत पुराना नहीं बल्कि 2 साल पहले ही शुरु हुआ था।
इन दो सालों में ही हार्क की मदद से यह बुलंदियों पर पहुंचने को तैयार हो गया है।
हार्क ने पहले चाय की कुछ मात्रा सिंगापुर में संभावित खरीददारों को भेजी थी।
इसके बाद जब उन्हें चाय की डिमांड मिली तो उन्होंने भी चमोली के किसानों से संपर्क साधना शुरु कर दिया। 

2 करोड़ का एक्सपोर्ट करने का रखा लक्ष्य-

तुलसी चाय बनाने वाले चमोली के लगभग 300 किसान हैं, जिनके पास लगभग 200 बीघा में तुलसी खड़ी है।
अकेले सिंगापुर से ही पिछले साल उन्हें 50 लाख रुपए से ज्यादा का आर्डर मिला था।
इस साल इनका लक्ष्य सिंगापुर को 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की चाय एक्सपोर्ट करने का है।
इसके अलावा अब अरब से भी आॅर्डर आने लगे हैं, यहां भी इन किसानों का लक्ष्य लगभग 1 करोड़ रुपए का ही है। 

देहरादून से लेनी होगी जानकारी-

चाय वाली तुलसी अलग किस्म की तुलसी होती है, इसे सिर्फ पहाड़ों पर ही नहीं बल्कि अन्य जगहों पर भी उगााया जा सकता है।
देहरादून स्थित हिमालयन एक्शन रिसर्च सेंटर हार्क आपको इसके बारे में सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराएगां।
अगर आप इसमें दिलचस्पी रखते हैं तो थोड़़े से खर्च में ही आप टी इंटरप्योनाॅर बन सकते हैं।
इसके लिए आपको तुलसी की खेती करनी होगी और एक्सपर्ट से सलाह के बाद आप छोटा प्लांट भी लगा सकते हैं। 

देश में भी है बड़ा बाजार-

मौजूदा समय में देश में ही बहुत से लोग हेल्थ कांसियस हैं, तुलसी चाय भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है।
दिल्ली, मुंबई और बड़े बड़े शहर हैं जहां इस चाय की अच्छी खासी खपत होती है।
देहरादून पहले से ही अपनी चाय के लिए प्रसिद्ध है, यहां बहुत से व्यापारी हैं जो चाय एक्सपोर्ट भी करते हैं।
ये व्यापारी भी आपकी मदद कर सकते हैं चाय को एक्सपोर्ट करने में। इसके बाद आपकी लगातार कमाई शुरु हो जाएगी।
इन जॉब्‍स के लिए जरूरी नहीं है बड़ी डिग्री, होगी लाखों में कमाई

Saturday 1 October 2016

इन जॉब्‍स के लिए जरूरी नहीं है बड़ी डिग्री, होगी लाखों में कमाई



आजकल देश में किसी भी सामान्‍य जॉब के लिए बीए पास होना मिनिमम एलिजिबिलिटी हो चुकी है। अगर आप के पास ग्रेजुएशन की डिग्री नहीं है तो किसी अच्‍छी जॉब का मिलना मुश्किल हो जाता है। हालांकि हम आपको आज कुछ ऐसी जॉब के बारे में बताते हैं, जिनके लिए आप का ग्रेजुएट होना जरूरी नहीं है और इसमें लाखों रुपए की कमाई भी होती है।

रेडियो-वीडियो जॉकी-

ऑडियो वीडियो मीडिया में आए बूम के बाद रेडियो-वीडियो जॉकी प्रोफेशनल्‍स की जॉब तेजी के साथ बढ़ी है।इस जॉब में आने के लिए डिग्री नहीं बल्कि स्किल की जरूरत है।अगर आपकी शब्‍दों पर अच्‍छी पकड़, थोड़ी अलग तरह वाइस और चेहरा ठीक ठाक है तो यह प्रोफेशन आप के लिए है।12वीं पास व्‍यक्ति देश के बहुत से शहरों में होने वालीी इसकी ट्रेनिंग ले सकता है।इस प्रोफेशन में 25 से 30 हजार पर मंथ के बीच कॅरियर की शुरुआत होती है।जबकि एवरेज कमाई 50 हजार रुपए प्रति माह के आस पास होती है।  

प्रोफेशनल या इथिकल हैकर-

इंटरनेट के तेजी से हुए विस्‍तार के चलते बहुत से नए प्रोफेशन उभर कर सामने आए हैं। इथिकल या प्रोफेशनल हैकर का प्रोफेशन भी इसी में से एक है। यूं तो हैकर लोगों के बैंक खातों से पैसा और बहुत सी कंपनियों और एजेंसी की सीक्रेट जानकारी उड़ाने के लिए बदनाम होते हैं। लेकिन सिक्‍यूरिटी कन्‍सर्न को देखते हुए सरकार समेत बहुत से सेक्‍टर में अच्‍छे कामों के लिए भी हैकर्स की भी जरूरत होती है। ऐसे हैकर्स को इथिकल या प्रोफेशनल हैकर कहा जाता है। इस कोर्स के लिए आपको किसी भी डिग्री की जरूतर नहीं हैं। अगर आपके पास इंटरनेट का ज्ञान है और आप 12वीं पास हैं तथा इस फील्‍ड में इंट्रेस्‍ट है तो आप इथिकल हैकर बन सकते हैं। इथिकल हैकर बनने के बहुत से ऑन लाइन कोर्स मौजूद हैं।  इथिकल हैकर औसतन 1 लाख रुपए माह तक कमाते हैं।

फ्रीलान्‍स फोटोग्राफर-

यह भी एक ऐसा प्रोफेशन है, जहां आपको एजुकेशन से ज्‍यादा स्किल की जरूरत होती है। अगर इस फील्‍ड में आपका इन्‍ट्रेस्‍ट है और ठीक ठीका कैमरे से तस्‍वीरें खींचते हैं तो फ्रीलॉन्‍स फोटोग्राफर बन सकते हैं। यह एक ऐसा कॅरियर है जिसे आप पार्टटाइम और फुल टाइम दोनों के तौर पर अपना सकते हैं। लगभग हर वेबसाइट, मीडिया इन्‍स्‍टीट्यूट के साथ ट्रेवेल पोर्टल और एजेंसीज और फैशन इंडस्‍ट्री को कॉन्‍सेप्‍चुल के साथ यूनिक फोटोज की जरूरत होती है। आप इस तरह की फोटो खींचकर इन संस्‍थाओं को अपनी तस्‍वीरें बेच सकते हैं। इसके अलावा दुनिया भर में फोटोग्राफी कॉम्पिटीशन भी होती हैं, इसमें लाखों डॉलर के इनाम भी मिलते हैं।   अगर आप 12वीं पास हैं तो ऑन लाइन या ऑफ लाइन कोर्स करके इस फील्‍ड में उतर सकते हैं।   कुछ सालों बाद आप औसतन 50 हजार रुपए प्रतिमाह की कमाई कर सकते हैं।

फिटनेस ट्रेनर-

बदलते वक्‍त के साथ देश में भी फिट रहने का प्रचलन बढ़ा है। इसके चलते प्रोफेशनल ट्रेनर की डिमांट तेजी के साथ बढ़ी है। इस प्रोफेशन में आपके लिए आपके पास ग्रेजुएट डिग्री होने की कोई जरूतर नहीं है। अगर आप 10वीं पास हैं और फिटनेस इक्विपमेंट का ठीक ठाक ज्ञान है तो आप इस फील्‍ड में आ सकते हैं। भारत में इस प्रोफेशन से जुड़े लोग एवरेज 75 हजार रुपए महीने तक कमाते हैं।

इवेंट मैनेजर-

देश में हाल के दिनों में इवेंट मैनेजमेंट की जॉब की प्रचलन तेजी से बना है। आप को पार्टी करने का शौक है और बेहतर मैनेजर हैं तो आप इस फील्‍ड में आ सकते हैं। इस फील्‍ड में आने के लिए किसी तरह की प्रोफेशनल या पर्सनल ए‍जुकेशन की डिग्री की जरूरत नहीं है। अगर आपके पास पढ़ाई लिखाई का ज्ञान है या 10वीं पास हैं तो आप इस फील्‍ड में आ सकते हैं। इस काम में आप एवरेज 50 हजार रुपए के आसपास कमाई कर सकते हैं।
पानी से करें बिजनेस, हर महीने होगी लाखों में कमाई